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नाबालिग लड़की का प्रसव कराने के आरोप से घिरे अस्पताल के खिलाफ जिला प्रशासन ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए उसे बंद करा दिया है। साथ ही अस्पताल के संचालकों से इस पूरे में जवाब माँगा है। 

कलेक्टर  संदीप जी आर के निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ममता तमौरी के द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए सूर्या मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल को बंद किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर ममता तिमोरी ने बताया कि 26 अक्टूबर 2024 को सूर्या मल्टी स्पैशलिटी हॉस्पिटल, रेल्वे स्टेशन रोड, सागर म.प्र. में नाबालिग लड़की का प्रसव कराया गया। 

जिसकी सूचना मिलने के बाद जिला नोडल म.प्र. उपचर्यागृह तथा रूजोपचार संबंधी स्थापनायें(रजिस्ट्रीकरण एवं अनुज्ञापन) जिला सागर ने 27/नवम्बर 2024 को सूर्या मल्टी स्पैशलिटी हॉस्पिटल में जांच की | जिसमें नाबालिग लड़की के प्रसव से संबंधित दस्तावेज लिए साथ ही उक्त हॉस्पिटल को नाबालिग लड़की का प्रसव कराने के संबंध में स्पष्टीकरण देने बावत पत्र जारी किया गया | 

पूर्व में  14  अक्टूबर 2024 को सूर्या मल्टी स्पैशलिटी हॉस्पिटल का पंजीयन डॉ राहुल धाकड़ (एमबीबीएस) की जगह डॉ प्रदीप रोहण (एमबीबीएस एमडी) आवेदन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में जमा किया गया था। उक्त आवेदन में डॉ प्रदीप रोहण की सहमति पत्र का भी लेख था परंतु पत्र के साथ यह दस्तावेज संलग्न नहीं था। 

डॉ प्रदीप रोहण से दूरभाष पर बात करने पर उनके द्वारा सहमति पत्र देने की बात कही गई, परंतु दिनांक 28 नवम्बर 2024 तक जमा नहीं किया गया |  शनिवार को कार्यालय से गठित दल ने सूर्या मल्टी स्पैशलिटी हॉस्पिटल रेल्वे स्टेशन रोड जाकर हॉस्पिटल को बंद किया।

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/ किडनी ख़राब होने के मरीजों में एक लंबी और बेहतर जिंदगी के लिए गुर्दा प्रत्यारोपण ही मुख्य विकल्प होता है, लंबे समय से उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं के लिए यहां के मरीजों का प्रदेश से बाहर इलाज करवाना आम बात होती थी, लेकिन इतने कम समय मे "किडनी प्रत्यारोपण" (Kidney Transplant) करने वाला उच्च स्तरीय संस्थान बंसल अस्पताल का सागर शहर में होना सागर संभाग के लिए गौरव की बात है ।

सागर के बंसल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने बहुत ही कम समय में "किडनी प्रत्यारोपण" (Kidney Transplant) कर प्रत्यारोपण के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल किया है. जिसके साथ ही बंसल अस्पताल सागर, सागर संभाग ( बुंदेलखंड अंचल ) का पहला "किडनी प्रत्यारोपण" (Kidney Transplant) करने वाला अस्पताल बन गया है। बंसल अस्पताल में अभी तक महज तीन माह में चार सफल किडनी ट्रांसप्लांट किये जा चुके है. चौथा किडनी ट्रांसप्लांट दो दिन पूर्व ही किया गया है, मरीज पूर्णता: स्वास्थ है।

बंसल अस्पताल के नेफ्रोलॉजिस्ट (Nephrologist) एवं गुर्दा प्रत्यारोपण विभाग के प्रमुख डॉक्टर विकास गुप्ता ने बताया कि किडनी ख़राब होने  के मरीजों को हफ्ते में दो से तीन बार डायलिसिस (Dialysis) के लिए अस्पताल जाना होता है, खाने-पीने के परहेज अधिक होते हैं और जिंदगी बहुत लंबी नहीं होती, खर्चे के हिसाब से भी देखें तो लंबे समय में डायलिसिस (Dialysis) का खर्चा "किडनी प्रत्यारोपण" (Kidney Transplant) की तुलना में बहुत अधिक होता है, ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट इन मरीजों के लिए एक नई जिंदगी देने जैसा है.

बंसल अस्पताल के "किडनी प्रत्यारोपण" (Kidney Transplant) की तुलना में बहुत अधिक होता है, ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट इन मरीजों के लिए एक नई जिंदगी विभाग के मुख्य सर्जन एवं यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉक्टर रोहित नामदेव ने बताया की इन ट्रांसप्लांट की ख़ास बात यह है कि इनमें वो सभी जटिल ट्रांसप्लांट जैसे की स्वैप ट्रांसप्लांट (Swap Transplant), पीडियाट्रिक ट्रांसप्लांट (Pediatric Transplant), मल्टीवेसल डोनर ट्रांसप्लांट (Multi-Vessel Transplant) शामिल हैं. बहुत जल्द हम कैडेबर की भी सुविधा शुरू करने बाले है, सभी मरीजों  में दाता किसनी दूरबीन विधि से (Donor Kidney Removes From Laparoscopic Method) से निकाली गई है यह सारी सुविधाएं देश के किसी भी ट्रांसप्लांट सेंटर के समकक्ष है.

बंसल अस्पताल के गुर्दा-रोग विशेषज्ञ (Nephrologist) एवं प्रत्यारोपण विशेषज्ञ  (Transplant Physician) डॉक्टर विकास गुप्ता बताते हैं कि बंसल अस्पताल के ट्रांसप्लांट का सक्सेस देश के प्रमुख महानगरों के बड़े ट्रांसप्लांट सेंटर के समतुल्य है.

बंसल अस्पताल के सी.ई.ओ डॉ. संकेत गीतमोहन लहरी ने इस उपलब्धि पर चिकित्सकों के साथ-साथ सभी टेक्निकल टीम, ट्रांसप्लांट नर्सेज को बधाई देते हुए कहा है कि भविष्य में हम बंसल अस्पताल को किडनी, ह्रदय और लीवर ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में देश के प्रमुख सेंटर में स्थापित करने के लिए प्रयास करेंगे ताकि सागर के मरीज़ों को इलाज के लिए कही बाहर न जाना पड़े ।

बंसल हॉस्पिटल सागर में आयुष्मान भारत योजना से नि:शुल्क "किडनी प्रत्यारोपण" (Kidney Transplant) की सुविधा का लाभ मरीजो को दिया जा रहा है | आयुष्मान भारत योजना से भी नि:शुल्क किडनी ट्रांसप्लांट किये जा रहे है. अभी तक चार किडनी ट्रांसप्लांट आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क किये गये है |

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सागर/06जुलाई/2023/
 लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के पोर्टल    के माध्यम से नागरिक आयुष्मान कार्ड बना सकेंगे।  इस लिंक पर जाकर सर्वप्रथम आपको आधार का ऑप्शन चुनना है। आधार का ऑप्शन चुनने के बाद उसमें स्कीम पर (पीएमजेएवाई) चयन कर, राज्य का चयन करे (मध्यप्रदेश चुनेंगे) तदुपरांत अपना आधार नंबर डालेंगे। 

आधार नंबर डालने के बाद जिस मोबाइल नंबर से आधार लिंक है उस पर ओटीपी आएगा और उस ओटीपी को पोर्टल पर दर्ज कर देंगे। तो आयुष्मान कार्ड बन जाएगा। अगर उपरोक्त पोर्टल पर नाम दर्ज नहीं है तो ऐसी स्थिति मे नजदीकी सीएससी सेंटर या लोक सेवा केन्द्र में जाकर संपर्क किया जा सकता है।

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शासकीय सेवक, अब निजी चिकित्सालय से उपचार के लिए अधिकृत
 

सागर  05 जुलाई 2023 शासकीय अधिकारी, कर्मचारी, और उनके आश्रितों की जांच एवं उपचार के लिए निजी चिकित्सालय अधिकृत किये गये है। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से जहां एक और  निजी अस्पतालों को जहां सरकारी खजाने के द्वार खुल गया हैं वहीं दूसरी  ओर शासकीय सेवकों को निजी अस्पतालों के आला दर्जे का इलाज अब शासकीय छतरी के नीचे ही उपलब्ध हो सकेगा 

मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम-2022 के अंतर्गत राज्य के भीतर निजी चिकित्सालयों को सूचीबद्ध करने के लिए राज्य स्तरीय समिति की बैठक विगत माह आयोजित की गई। 

बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के निजी चिकित्सालयों को नेशनल अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) प्रमाण पत्र की वैधता के अनुसार शासकीय कर्मचारी एवं उनके आश्रितों की जाँच उपचार के लिए सीजीएचएस भोपाल के पैकेज दर अनुरूप उपचार के लिए सूचीबद्ध किया गया है।
 

 शासकीय कर्मचारियों और उनके आश्रितों की जाँच और उपचार के लिए राज्य के निजी चिकित्सालयों में 

  • बंसल हॉस्पिटल शाहपुरा, 

  • मिरेकल्स हॉस्पिटल, 

  • गट जीआई एंड लिवर हॉस्पिटल, 

  • एल एन मेडिकल कॉलेज एवं जेके हॉस्पिटल, 

  • हजेला, सिल्वर लाइन एंड रिसर्च इन्स्टीटयूट हॉस्पिटल भोपाल,

  •  एसबीआई केयर एंड लेसीक लेजर सेंटर गायत्री मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, 

  • विजन केयर एंड रिसर्च सेंटर, 

  • चिरायु हेल्थ एंड मेडिकेयर प्रायवेट लिमिटेड, जवाहरलाल नेहरू कैंसर हॉस्पिटल, 

  • नवोदय कैंसर, सेवा सदन आई, 

  • आर.ए.स्टोन एंड सर्जिकल केयर, जानकी, 

  • स्मार्ट सिटी, गैस्ट्रो केयर लिवर एंड डायग्नोस्टिक डिसीज सेंटर, 

  • रोशन, रेनवो चिल्ड्रन, सिद्धांता सुपर स्पेशलिटी भोपाल श्री अरविंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीकल साइंस सेम्स हॉस्पिटल इंदौर, 

  • गुर्जर श्री हॉस्पिटल सनावद खरगोन, 

  • रामहाई टेक हॉस्पिटल गुना और 

  • विवांता क्रिटिकल केयर प्रायवेट लिमिटेड छिंदवाड़ा 

 को नियत तिथि अनुसार सूचीबद्ध किया गया हैं।

    

सूचीबद्ध चिकित्सालय द्वारा शासकीय कर्मचारी एवं उनके आश्रितों का उपचार, सीजीएसएच भोपाल के पैकेज के दर अनुरूप किया जाएगा। इन चिकित्सालयों में निर्धारित पैकेज दरों का प्रदर्शन किया जाना अनिवार्य होगा। अधिमान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों द्वारा शासकीय कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों से पंजीयन शुल्क नहीं लिया जाएगा

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SAGAR WATCH/ विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसर डॉ अखिलेश पटेल का कहना है कि मध्यप्रदेश पहला ऐसा राज्य है जो इस निमोनिया के टीका को फ्री में शासन की तरफ से लगाया जा रहा है ।

यह विचार उन्होंने सागर में मनाई जा रही स्मार्ट सिटीज मिशन की 8वीं वर्षगांठ के अमृत उत्सव के तहत   महिला स्वास्थ्य, लिंगानुपात एवं नशामुक्ति जागरूकता लाने हेतु आयोजित कार्यशाला के दौरान व्यक्त किये। डॉ. पटेल के मुताबिक महिलाओं बच्चों सहित प्रत्येक व्यक्ति को टीकाकरण कराना आवश्यक है।

इसी सिलसिले में  स्वास्थ्य मिशन सागर संभाग  क्षेत्रीय निदेशक डॉ नीना गिडियन ने कहा की सागर हर ओर से विकसित हो रहा है स्मार्ट बन रहा है और हम सब को भी स्मार्ट बनना होगा।

उन्होंने कहा कि मौजूदा परिवेश में शारीरिक कसरत के आदत लगभग खत्म हो गयी है इसके लिय घंटों बैठे-बैठे मोबाइल देखने की लत भी बहुत हद तक जिम्मेदार है । इस वजह से खासकर लड़कियों के शरीर में हार्मोनल  गड़बड़ियाँ   बढ़ रहीं हैं । जिससे लड़कियों में मासिक धर्म सम्बन्धी अनियमितताएं , बांझपन की दिक्कतें भी ज्यादा देखने में आ रहीं हैं । इस अनियंत्रित जीवन शैली के कारण करीब बीस फीसदी किशोरियों में  पीसी ओ डी  (Polycystic ovary syndrome Disease) के लक्षण सामने आ रहे हैं 

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की सहायक प्राध्यापक डॉ स्वाति पटेल ने बताया की आज के समय में हम माता-पिता अपना पीछा छुड़ाने के लिए छोटे-छोटे बच्चों को मोबाईल पकड़ा देते हैं और खुश होते हैं की हमारा बच्चा खेल रहा है पर समय जाते स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी हमारे साथ उन बच्चों को करना पड़ता है। बच्चों को कम उम्र में मोटे-मोटे चश्मे लग रहे हैं,  नजर  खराब हो रही है और बाद में परेशान अभिभावक  मनोचिकित्सक के चक्कर काटते हैं। 
 
हमें इन आदतों को सुधारना होगा, बच्चों को फिर से मैदानी खेल खिलाने होंगे। आज अमृत उत्सव हम मना रहे हैं। महिला स्वास्थ्य को लेकर आज कई अभियान चलाये जा रहे हैं जिससे मातृ मृत्युदर की समस्या कम हुई है। 

खानपान के लिहाज से भी वर्तमान में सत्तू जैसे घरेलू खाद्य पदार्थ को भूलकर पिज्जा, बर्गर, मैगी फ़ास्टफूड खिलाया जा रहा है  जिससे खून की कमी हो रही है और मातृ मृत्युदर यानि बच्चे के जन्म के समय माँ की मृत्यु हो जाना एक बड़ी चुनौती बन चुकी थी। 

इसे हराने के लिए हमें अपनी आदतों को सुधारना होगा पौष्टिक  आहार खाना और खिलाना होगा। महिला स्वास्थ्य के लिए साक्षरता बहुत महत्वपूर्ण है हम सभी को साक्षर होना आवश्यक है क्योंकि महिलाएं प्रथम शिक्षक होती है जो अपने बच्चे को शिक्षा देती है यह महिला सशक्तिकरण का मूल है।

Bhoomi  poojan-मप्र आयुष्मान कार्ड योजना के तहत भारत में प्रथम नंबर पर

सागर वॉच/
 मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य सुविधा विहीन ग्रामों में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे, साथ ही जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी की पूर्ति की जाएगी एवं सेवानिवृत्त डाक्टरों की भर्ती राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से प्रारंभ की गई है। 

उक्त विचार मध्यप्रदेश शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभु राम चौधरी ने सागर जिला चिकित्सालय परिसर में  7 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से बनने वाले 100 बिस्तर की अतिरिक्त भवन के भूमि पूजन के अवसर पर व्यक्त किए।

मध्यप्रदेश शासन के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए मध्यप्रदेश लगातार कार्य कर रहा है, और इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के स्वास्थ सुविधा विहीन ग्रामों में शीघ्र ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जाएगी, साथ में भवन भी बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो भवन बनाए जाएंगे उनमें डॉक्टरों को रहने के लिए निवास भी तैयार होंगे।

डॉ. चौधरी ने कहा कि जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की जो कमी है उसको शीघ्र ही पूरा किया जा रहा है। जिसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से कार्य प्रारंभ किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्त डाक्टरों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में प्रत्येक बुधवार को आवेदन किए जाते हैं जिससे कि जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की कमी पूर्ति हो सके।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सागर में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की रफ्तार पकड़ चुका है। उन्होंने कहा कि सागर में तीन वरिष्ठ मंत्री हैं जो लगातार सागर में अन्य विकास के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए लगातार प्रयासरत रहते हैं। उन्होंने कहा कि तीनों वरिष्ठ मंत्रियों के साथ-साथ सागर विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधि लगातार संपर्क में रहकर स्वास्थ सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विगत कैबिनेट बैठक में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में 85 स्नातकोत्तर की सीटों को बढ़ाया गया और 100 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं ।


मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि सागर से हमारा पारिवारिक संबंध है, और सागर की स्वास्थ सुविधाएं बढ़ाना हमारा नैतिक दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 24 घंटे कार्य कर कोरोना से जंग जीती है। उन्होंने कहा कि आज हम वैक्सीनेशन में पूरे देश में अव्वल हैं उसी प्रकार ऑक्सीजन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन गए हैं।

मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि जिला चिकित्सालय सहित समस्त ग्राम स्तर के अस्पतालों में जाचां की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों 226 नवीन स्वास्थ्य केंद्रो में से 12 स्वास्थ्य केंद्र सागर में स्वीकृत किए गए हैं। मंत्री डॉ चौधरी ने कहा हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनाने में मध्यप्रदेश भारत में सबसे आगे है ।

उन्होंने कहा कि दस हजार से ज्यादा और स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर बनाया जा रहा है जिनमें 96 प्रकार की दवाएं 12 प्रकार की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में 184 ग्रामों में और उप स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे ।

मंत्री डॉ चौधरी ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला चिकित्सालय को सुंदर बनाने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं जिनसे कि शीघ्र ही समस्त जिला चिकित्सालय अत्याधुनिक होंगे। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय को अत्याधिक अच्छा बनाने के लिए कायाकल्प योजना के माध्यम से कार्य किया जा रहा है उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आयुष्मान कार्ड योजना के अंतर्गत भारत में प्रथम नंबर पर है।


इस अवसर पर विधायक श्री शैलेंद्र जैन ने कहा कि सागर में स्वास्थ सुविधा विस्तार की यह प्रथम कड़ी है आने वाले समय में और स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सागर में महिला सशक्तिकरण का जीता जागता प्रमाण है जहां स्वास्थ्य विभाग की 4 जिला महिला अधिकारी अपने कर्तव्यों पर कार्य कर रही है। 

उन्होंने कहा कि सागर में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार जिला चिकित्सालय के साथ-साथ बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भी किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही केथ लेब एवं ब्लड बैंक की स्थापना की जाएगी। इसके लिए शासन ने 100 करोड़ रुपए स्वीकृत भी कर दिए हैं।

विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज अब स्वावलंबी बनने की ओर है। जहां समस्त प्रकारों का इलाज प्रारंभ किया जा रहा है। विधायक श्री जैन ने मंत्री डॉ. चौधरी से मांग की, कि सेवानिवृत्त डॉक्टरों की संविदा नियुक्ति खाली पदों पर की जाए जिसपर उन्होंने सैद्धांतिक रूप से अपनी सहमति व्यक्त की।

महापौर संगीता तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं नगरी प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह की दूर दृष्टि से ही सागर स्वास्थ्य की दृष्टि में विकास कर रहा है, और आने वाले समय में और स्वास्थ्य विधाएं उपलब्ध होगी। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री  चौहान एवं मंत्री  सिंह का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में 8 मुख्यमंत्री संजीवनी अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं।

जिला पंचायत की अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने कहा कि जिला चिकित्सालय, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में आउटसोर्स भर्ती में जिले की बेरोजगार युवक-युवतियों को प्राथमिकता मिले, ऐसे हमें प्रयास करना चाहिए। जिससे कि जिले की बेरोजगारी युवक-युवती रोजगार प्राप्त कर सकें। 

श्री राजपूत ने कहा कि सागर में मध्यप्रदेश शासन की द्वारा लगातार स्वास्थ सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है और आगे भी किया जाता रहेगा।

कार्यक्रम के पूर्व में सिविल सर्जन डॉ. ज्योति चौहान ने स्वागत भाषण देते हुए जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।

इस अवसर पर विधायक श्री शैलेंद्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी, जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री हीरा सिंह राजपूत, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  क्षितिज सिंघल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ आर.एस. वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे, सिविल सर्जन डॉ. ज्योति चौहान सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
नगर निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार, विक्रम सोनी,लवप्रीत गुरोंन, जगन्नाथ गुरैया, पप्पू फुसकेले, जे.डी. नीना गीड़ियन, डॉ. बीके खरे, डॉ. सुनील पिप्पल, डॉ राजुल सिघई, डॉ. प्रदीप चौहान, डॉ. जितेंद्र सराफ, डॉ. आदित्य दुबे, श्री के.एस. परस्ते,  ईशान श्रीवास्तव, डॉ. श्याम मनोहर, डॉ. ललिता पाटील सहित डॉक्टर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरविंद्र जैन द्वारा किया गया, जबकि आभार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे ने माना।

Workshop-15 सेकंड की ताली है एक दवा निराली

सागर वॉच/
 महज 15 सेकंड की ताली 
 मानसिक तनाव दूर करने एवं निरोगी रहने में मददगार हो सकती है उक्त विचार अरुण ऋषि ने कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित एक कार्यशाला में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि एक दवा निराली 15 सेकंड की ताली बजाने पर व्यक्ति हमेशा स्वस्थ निरोग एवं तनाव मुक्त रहता है

इसके लिए हमेशा 24 घंटे में 15 सेकंड की ताली हमें अवश्य बजाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी कर्मचारी लगातार कार्य करने से मानसिक तनाव महसूस करते हैं जिस को दूर करने के लिए 15 मिनट की ताली अत्यंत आवश्यक है।

अरुण ऋषि स्वर्गीय ने बताया कि रसायन युक्त सौंदर्य प्रसाधनों दूर रहे इनके प्रयोग से चेहरे व स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है नहाते समय तलवे को पत्थर से अच्छी तरह रगडें तलवा जितना चमकेगा चेहरा भी उतना धमकेगा। 

उज्जैन से आए अरुण ऋषि अधिकारी कर्मचारियों को तनाव मुक्त रहने के लिए आयोजित कार्यशाला में कहा कि पहले श्रद्धालु नंगे पैर मंदिर जाती थी प्रार्थना आरती के दौरान ताली बजाते थे। लेकिन आधुनिकता व दिखावे की दौड़ में आज लोगों को इसमें शर्म आती है। नंगे पैर चलना ताली बजाना एक्यूप्रेशर की प्राकृतिक विधि है ।

अरुण ऋषि बताते हैं कि यदि कोई व्यक्ति 15 सेकंड ताली बजाए नहाते समय पैर के तलवों को रगड़-रगड़ कर साफ़ कर ले कम से कम 2 बार वज्रासन में बैठे और अपनी दिनचर्या को प्राकृतिक रूप से ठीक कर ले। उसे जीवन भर कोई रोग नहीं हो सकता। 

उन्होंने बताया कि चाबी जिस प्रकार से ताले की होती है उसी प्रकार हमारे हाथों से बनाई गई ताली एक प्रकार की मास्टर चाबी है जो सभी रोगों से मनुष्य को रोग मुक्त कर सकती है। कार्यशाला में समस्त अधिकारी कर्मचारियों ने अरुण ऋषि के द्वारा बताई गई विधियों को किया।

Heartfullness Meditation- पूर्व राष्ट्रपति भी  हैं हार्टफुलनेस ध्यान के अभ्यासी

सागर वॉच।
 
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, ओलंपिक में पदक विजेता पी. व्ही. सिंधु और क्रिकेटर रोहित शर्मा हार्टफुलनेस ध्यान के अभ्यासी हैं। अभी हाल में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री माननीय प्रहलाद पटेल ने हार्टफुलनेस शालि के मुख्यालय कान्हा वनम का भ्रमण किया था। उनके द्वारा हार्टफुलनेस संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों की बहुत प्रशंसा  की गयी और स्वयं भी ध्यान का अनुभव प्राप्त किया। मध्यप्रदेश सरकार ने हार्टफुलनेस के ग्लोबल गाइड श्री कमलेश पटेल 'दाजी' को राज्य अतिथि का दर्जा दिया है। हार्टफुलनेस संस्थान का प्रदेश के अनेक विश्वविद्यालयों से उनके केम्पस में ध्यान के सत्र आयोजित करने के लिए एम ओ यू निष्पादित हुआ।

हार्ट फुलनेस संस्था लोगो की जीवन शैली को सुधारने की दिशा में काम कर रही है। यह संस्था सागर संभाग में अपनी सेवाएं दे रही ही ताकि लोग तनावमुक्त स्वास्थ्य जीवन बिता सके। संस्था की सागर दमोह जोन कोऑर्डीनेटर  श्रीमती प्रतिभा शांडिल्य  टीकमगढ़ जोन कोऑर्डीनेटर  संदीप तिवारी , महेश श्रीवास्तव ,के आर साहू ,जगतनारायण शर्मा, प्रशिक्षक ,आर के यादव, प्रशिक्षक और के. के. पाठक ने आज मीडिया के संस्था और कार्यक्रम की गतिविधियों की जानकारी दी । इस मौके पर मीडिया कर्मियों को सम्मानित भी किया गया। 


हार्टफुलनेस संस्था  क्या है

हार्टफुलनेस संस्थान  एक अलाभकारी वैश्विक संस्थान है। जिसके हजारों सेवाभावी प्रशिक्षक विश्व के 130 देशों में लाखों लोगों को रिलेक्शेसन और ध्यान सिखा रहे हैं। हार्टफुलनेस का विश्व मुख्यालय कान्हा, वनम हैदराबाद में है। हार्टफुलनेस के ग्लोबल गाइड श्री कमलेश पटेल 'दाजी' हैं। जो स्वयं एक फार्मासिस्ट हैं। ध्यान की हार्टफुलनेस पद्धति को अस्तित्व में लाने का श्रेय श्री कमलेश पटेल 'दाजी' को है।




हार्टफुलनेस संस्थान सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं, स्वास्थ्य केन्द्रों तथा एन.जी.ओ. के प्रशासकों, कर्मचारियों और सदस्यों के लिए ध्यान सत्रों और वेबनार का आयोजन करता है जिनमें रिलेक्शेसन और मेडिटेशन के साथ अपने काम को प्रभावी ढंग से करने, निर्णय में स्पष्टता लाने और धैर्य तथा सहनशीलता को विकसित करना सिखाया जाता है। संस्थान द्वारा पर्यावरण, ऑर्गेनिक खेती और वाटर हार्वेस्टिंग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया गया है। युवाओं की प्रतिभा निखारने और उनका कौशल विकास करने का महत्वपूर्ण कार्य संस्थान द्वारा किया जा रहा है।

हार्टफुलनेस टीम सागर द्वारा वर्तमान में संचालित कार्यक्रम

1. पुलिस ट्रेनिंग स्कूल मकरोनिया, पुलिस लाइंस सागर एवं पुलिस लाइंस दमोह में प्रधान आरक्षक और सहायक उपनिरीक्षकों को उनके इंडक्शन कोर्स के दौरान तनाव प्रबंधन के लिए हार्टफुलनेस टीम द्वारा प्रतिदिन रिलेक्सेशन और मेडिटेशन कराया जा रहा है।

2. किशोरों और युवाओं के लिए हार्टफुलनेस निबंध लेखन कार्यक्रम 2022 के अंतर्गत प्रतियोगिता आयोजित की गयी है, जो दो श्रेणियों में है - श्रेणी 1. (आयु 14 से 18 वर्ष) के लिए निबंध का विषय है: 'कर्म में करुणा ही दयालुता है' श्रेणी 2. (आयु 19 से 25 वर्ष) के लिए निबंध का विषय है: 'दयालुता के साथ बढ़ें प्रत्येक श्रेणी में 10 विजेता चुने जाएंगे। प्रथम पुरुस्कार रु. 10000/- एवं द्वितीय पुरुस्कार रु. 5000/- होगा। प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर 2022 है। 

प्रतियोगिता का पूर्ण विवरण हार्टफुलनेस की वेबसाइट पर उपलब्ध है। 3. हार्टफुलनेस के कार्यक्रम यू-कनेक्ट के माध्यम से विश्वविद्यालयों में, एस कनेक्ट के माध्यम से स्कूलों में और व्ही-कनेक्ट के माध्यम से गाँवों मेंध्यान, शिक्षा और कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
 4. प्रत्येक रविवार को सुबह 7:30 बजे सरस्वती शिशु मंदिर हाईस्कूल रजाखेड़ी मकरोनिया सागर में सामूहिक ध्यान कराया जाता है।

5. प्रत्येक बुधवार को शाम 7:00 बजे हमारे अभ्यासियों में से किसी एक भाई के घर सामूहिक ध्यान कराया जाता है। सभी कार्यक्रम हार्टफुलनेस की सागर दमोह जोन कोऑर्डीनेटर बहिन श्रीमती प्रतिभा शांडिल्य मोबा.नं. 9806978100 और टीकमगढ़ जोन कोऑर्डीनेटर भाई श्री संदीप तिवारी मोबा.नं. 9424450369 के मार्गदर्शन में संचालित किये जा रहे हैं। संस्था के सभी कार्यक्रम निःशुल्क हैं।

पीटीसी में आयोजन

पुलिस ट्रेनिंग स्कूल मकरोनियां एवं पुलिस लाइन सागर व दमोह में पुलिस अधीक्षक सागर एवं दमोह के नेतृत्व में विभाग के प्रधान आरक्षकों एवं सहायक उप निरीक्षकों को हार्टफुलनेश संस्था की सागर दमोह की जोनल को ओर्डिनेटर प्रतिमा शांडिल्य के निर्देशन में स्थानीय टीम के प्रशिक्षकों एवं बॉलिटियर्स द्वारा इण्डक्शन कोर्स में Stress Management (तनाव प्रबंधन) हेतु Relexation (शिथलीकरण) एवं ध्यान कराया जा रहा है।अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण, पुलिस मुख्यालय भोपाल के आदेशानुसार सम्पूर्ण मध्यप्रदेश के पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों में यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।संस्था के विस्तृत कार्यक्रम इनकी अधिकृत वेबसाइट   पर भी सर्च किये जा सकते है।

Carelessness-एक ही सुई से एक से ज्यादा बच्चों को टीका लगाये जाने पर मामला दर्ज

सागर वॉच
 टीकाकरण महा अभियान के तहत कार्य में लापरवाही बरतने पर टीकाकरण कार्यकर्ता के खिलाफ प्रथम दृष्टया त्रुटि पाये जाने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गोपालगंज पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। साथ ही इस लापरवाही में जिला टीकाकरण अधिकारी की जिम्उमेदारी तय करते हुए उसके खिलाफ भी विभागीय जांच प्रस्तावित की अनुशंसा की गई है।

अधिकृत जानकारी के मुताबिक  टीकाकरण महाअभियान के तहत जैन पब्लिक स्कूल, में बुधवार  को बच्चों के लिये टीकाकरण सत्र आयोजित किया गया था। टीकाकरण सत्र के दौरान कुछ अभिभावकों द्वारा यह शिकायत दी गई कि टीका लगाने वाले कार्यकर्ता ने एक ही सिरिंज से एक से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया है।

शिकायत गम्भीर होने के कारण प्रभारी कलेक्टर क्षितिज सिंघल द्वारा जांच हेतु तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया। शिकायत की जांच हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने टीकाकरण स्थल का निरीक्षण किया। वहां उपस्थित लोगों द्वारा बताया गया कि एक ही सिरिंज से टीकाकरण किया गया है। निरीक्षण के दौरान वहां वैक्सीनेटर उपस्थित नहीं था। टीका  एवं टीका लगाने का सामान सुबह जिला टीकाकरण अधिकारी के निर्देशन में भेजा गया था।

टीकाकरण कार्य हेतु जो टीकाकरण कर्मी जितेन्द्र अहिरवार आया था, उसके द्वारा एक ही सिरिंज का उपयोग करके टीकाकरण किया गया। टीकाकरण कर्मी  से सम्पर्क करने की कोशिश की गई परंतु उसका फोन बंद पाया गया।

इस सम्बंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्राप्त अभिमत के आधार पर डॉ. राकेश रोशन, जिला टीकाकरण अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच कर कार्रवाई करने हेतु संभाग आयुक्त के समक्ष अनुशंसा की गई है। 

सागर संभागायुक्त श्री मुकेश कुमार शुक्ला ने गत दिवस स्थानीय जैन हाई स्कूल में वैक्सीनेटर के द्वारा एक ही सिरिंज से हुए टीकाकरण के मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. शोभाराम रोशन को  तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

संभागायुक्त श्री शुक्ला को सीएमएचओ द्वारा प्रारंभिक जांच के बाद कलेक्टर के प्रस्ताव के माध्यम से अवगत कराया गया कि सागर के जैन पब्लिक स्कूल में गत 27 जुलाई को वैक्सीनेशन महाअभियान के तहत बच्चों के लिये वैक्सीनेशन सत्र आयोजित किया गया था। वैक्सीनेशन सत्र के दौरान कुछ बच्चों के अभिभावकों द्वारा यह शिकायत की गई कि वैक्सीनेटर ने एक ही सिरिंज से एक से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया है।

शिकायत गंभीर होने के कारण तत्काल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जॉच हेतु निर्देशित किया गया, था। सीएमएचओ  को जांच के दौरान वहाँ उपस्थित कुछ लोगों के द्वारा बताया गया कि एक ही सिरिंज से वैक्सीनेशन किया गया है। निरीक्षण के दौरान वहाँ वैक्सीनेटर उपस्थित नहीं था। 

वैक्सीन एवं वैक्सीन लगाने का सामान सुबह जिला टीकाकरण अधिकारी के निर्देश पर भेजा गया था। वैक्सीनेटर से संपर्क करने की कोशिश की गई किन्तु उसका फोन बंद पाया गया। प्रथम दृष्ट्या त्रुटि पाये जाने पर विभाग द्वारा पुलिस थाने में संबंधित वैक्सीनेटर के विरूद्ध प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

जिला टीकाकरण अधिकारी व वैक्सीनेटर जितेंद्र अहिरवार द्वारा की गई उक्त अतिगंभीर लापरवाही हेतु डॉ० शोभाराम रोशन दोषी पाये गये हैं। इनके द्वारा द्वारा समय-समय पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम का निरीक्षण व पर्यवेक्षण नहीं किये जाने से उक्त स्थिति निर्मित हुई है। डॉ० रोशन का अपने अधीनस्थों पर कोई नियंत्रण नहीं है, उनका यह कृत्य अतिगंभीर लापरवाही की श्रेणी में आता है।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. एस.आर. रोषन द्वारा वैक्सीनेशन महाभियान कार्यक्रम के अन्तर्गत वैक्सीनेशन कार्य को गंभीरतापूर्वक नहीं लिया गया। उनके इस कृत्य को उनके पदीय कर्तव्यों के प्रति स्वेच्छाचारिता, लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं कर्तव्यविमुखता का परिचायक पाया गया। 

जिसके फलस्वरूप डॉ० शोभाराम रोशन जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला सागर को सिविल सेवा आचरण नियम 1965 एवं म0प्र0 सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के  अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में डॉ० रोशन का मुख्यालय, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला छतरपुर नियत किया गया है।

Conference on Diabetes- बुंदेलखंड में तेजी से बढ़ रही है मधुमेह के रोगियों की संख्या

सागर वॉच। 
सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में मधुमेह रोग के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है,इस रोग के  के होने कारणों उससे बचने के उपायों के बारे में लोगों की अनभिज्ञता के कारण मरीजों की परेशानियाँ बढ़ रहीं हैं। इन्हीं  विषयों पर मंथन के लिए  सागर शहर में डायबिटीज पर एक प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन 25-26 जून को हो रहा है। इस संगोष्ठी में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं आसपास के लगभग 300 डॉक्टर भाग लेंगे।

भारत में मधुमेह(डायबिटीज) रोग के दस हजार से ज्यादा विशेषज्ञों की सबसे बड़ी संस्था आरएसएसडीआई के तहत गठित सागर डायबिटीज फोरम के द्वारा आयोजित होने जा रही  इस प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी के बारे में चिकित्सक राजेंद्र चौदा व् प्रोमिश जैन ने बताया कि  बुंदेलखंड के इतिहास में डॉयबिटीज की स्टेट कॉन्फ्रेन्स पहली बार होने जा रही है। 

संगोष्ठी में पद्मश्री डॉ. अनूप मिश्रा जी, RSSDI के नेशनल प्रेसिडेंट इलेक्ट डॉ. बी. एम. मक्कड़, डॉ. पी.सी. मनोरिया, डॉ. विंद भारद्वाज, डॉ. सुशील जिंदल, डॉ. सुनील एम. जैन, डॉ. सचिन गुप्ता, संदीप जुलका, डॉ. उमेश मसंद एवं डॉ. मनीषा सिंह जैसी लगभग 50 हस्तियाँ अपने व्याख्यान देंगी। 

उन्होंने बताया कि इस कान्फ्रेन्स का मुख्य उद्देश्य शक्कर की बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करना है, साथ ही उन्हें डॉयबिटीज से होने वाले खतरों से बचाना है.। क्योंकि शक्कर की बीमारी से ही ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, लकवा, किडनी में खराबी, अंधापन, पैरों का सुन्नपन होना एवं नपुंसकता होती है।  कई दफा अनभिज्ञता के कारण समय पर इलाज ना मिलने से मरीज परेशान हो जाते हैं..

पहले दिन दो वर्कशाप भी रखे हैं । इंसुलिन वर्कशाप में इन्सुलिन से सम्बंधित सभी जानकारी दीं जायेगी। दूसरा डॉयबिटीज पैरों के काटने (amputation) का मुख्य कारण है।  एक वर्कशॉप डॉयबिटीज से पैरों में जो घाव हो जाते हैं उनसे कैसे बचा जाये, साथ ही पैरों को काटने से कैसे बचाया जाए, इस पर केंद्रित हो गई। 

इस कान्फ्रेन्स में सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं आसपास के लगभग 300 डॉक्टर भाग लेंगे। सागर एवं आसपास के क्षेत्रों में डॉयबिटीज के मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है, अनभिज्ञता के कारण मरीजों को परेशान होना पड़ता है। 

इस कान्फ्रेन्स के माध्यम से हमारा उद्देश्य डॉयबिटीज के मरीजों को सागर में ही रहकर अच्छी से अच्छी सुविधाएँ प्रदान करना है। डॉयबिटीज के मरीजों को सतत् निगरानी की आवश्यकता होती है। हम इस कान्फ्रेन्स के माध्यम से आसपास के क्षेत्रों के डॉक्टरों एवं पैरामेडीकल स्टाफ को भी इस बीमारी से होने वाली परेशानियों से अवगत करायेंगे।

कार्यक्रम से संबंधित अग्रिम जानकारी के लिए मीडिया प्रभारी  आशीष राजपूत (मो.नं. 9981511110) से संपर्क कर सकते हैं।

Covid-19 3rd Wave-बच्चों के टीकाकरण में प्रदेश में  प्रथम स्थान पर है  सागर जिला

सागर वॉच/05 जनवरी 2022/ जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वस्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश बौद्ध के मुताबिक जहां एक ओर 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण में प्रदेश में सागर जिला प्रथम स्थान पर हैवहीं कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को लेकर सागर जिला ऑक्सीजन  के मामले में लगभग आत्मनिर्भर बन चुका है. जिले में तीन ऑक्सीजन संयंत्र  तैयार हो चुके हैं।  

उन्होंने शहर के न्यूज़ पोर्टल  सागर वॉच को  खास चर्चा में बताया कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिले की तैयारियों पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि पूर्व में बंद किए जा चुके बीड़ी कोविड केयर सेंटर को पुन: शुरू कराने के लिए साफ-सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं कराई जा रही हैं। साथ ही परीक्षण को लेकर आज से ही प्रतिदिन 100 नमूनों का परीक्षण अतिरिक्त होने लगा है। अब तक प्रतिदिन  1500 नमूनों का परीक्षण कराया जा रहा है।  

इसके साथ ही सागर, खुरई और बीना रेलवे स्टेशनों पर आने वाली यात्री गाडिय़ों में से औचक  जाँच भी शुरू करने जारहे हैं नमूनों के संग्रहण के लिए टीमें भी गठित कर दी गई हैं जो आने-जाने वालों के नमूने लेंगीं 

डॉ बौद्ध ने बताया कि सागर जिला ऑक्सीजन  के मामले में लगभग संपन्न हो चुका है। जिले में तीन ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो चुके हैं, वहीं के बीओआरएल परिसर में 200 बिस्तरों की अस्पताल भी तैयार हैसाथ ही ऑक्सीजन संयंत्र से लगभग 3000 हजार बॉटलिंग की क्षमता है. वहीं अस्पतालों में भी बैड पर ही ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्थाएं की गई हैं। 

आयुष्मान के संबंध में उन्होंने बताया कि जिले में 15 लाख 82 हजार 884 का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से 4 जनवरी तक जिले में  8 लाख 12 हजार 940 आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं जो कि लक्ष्य का 51 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के टीकाकरण में भी प्रदेश में सागर जिला प्रथम स्थान पर रहा जो कि टीम भावना का परिणाम है।

Protest-मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्तियों के विरोध में निकली वाहन रैली

सागर वॉच/02जनवरी 2022/ 
स्वास्थ कर्मियों के हितो के संरक्षण हेतु बुंदेलखंड  चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सकों और कर्मचारियों ने वाहन रैली निकाली। रैली के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्तियों का किया विरोध किया गया 

इस मुद्दे पर स्वास्थ्य कर्मियों का मानना है कि चिकित्सा शिक्षा और इलाज अगर प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ में दिए जाते हैं तो इनकी गुणवत्ता,गरिमा गिरेगी क्योंकि प्रशासनिक अधिकारी इस क्षेत्र के विशेषज्ञ नहीं है जिसके कारण अनावश्यक दबाव होने से मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस, पीजी, नर्सिंग पैरामेडिकल इत्यादि की पढ़ाई का स्तर एवं मरीजों के इलाज का स्तर गिरेगा जो कि पूरे समाज के हित में नहीं है

उनकी मांग है कि शासन चाहे तो चिकित्सकों को प्रबंधन के कोर्स आयोजित कर उनको प्रशासन और प्रबंधन के गुर सिखा सकता है किंतु शासन ऐसा नहीं कर रहा इस कारण स्वास्थ्य कर्मियों ने मजबूर होकर शांतिपूर्ण तरीके से वाहन रैली आयोजित कर बात शासन तक पहुंचाने की है। वाहन रैली में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी और वाहन शामिल हुए। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति के विरोध में पूरे मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं

रैली को चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित सभी संगठनों का सहयोग प्राप्त हुआ ,वाहन रैली का प्रमुखतः  डॉक्टर सर्वेश जैन, डॉक्टर मनीष जैन, डॉ राजेंद्र चौदा, डॉ उमेश पटेल सहित कई  सहयोगी संगठनों मे इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ,जिला चिकित्सालय के चिकित्सक, इंडियन डेंटल एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ,नीमा,नर्सिंग होम एसोसिएशन, फार्मासिस्ट एसोसिएशन, केमिस्ट एसोसिएशन, एमआर संघ , एम आर यूनियन नर्सिंग स्टाफ एसोसिएशन, पैरामेडिकल एसोसिएशन, आयुष मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन, होम्योपैथिक चिकित्सक संघ,बीएमसी का क्लर्क स्टाफ एसोसिएशन, एमबीबीएस छात्र ,नर्सिंग छात्र, पैरामेडिकल छात्र, बीएचएमएस छात्र, वार्ड बॉय, सफाई कर्मी ,सुरक्षाकर्मी, सफाई मजदूर ट्रेड यूनियन ,स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही अन्य समाजसेवी संस्थाएं प्रमुखता से सम्मिलित हुए

Family Planning Operations- हर शिविर  में  तीस ऑपरेशन  होगें

सागर 30 दिसम्बर 2021/ 
नसबंदी के वर्ष 2021-22 के  लक्ष्य  पाने के लिए जिले के सभी विकासखंड मुख्यालयों और शहरी क्षेत्रों में नसबंदी ऑपरेशन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। प्रत्येक शिविर का लक्ष्य 30 नसबंदी ऑपरेशन करना है। महिला एवं पुरुष नसबंदी के लिए माह जनवरी का कैंप कैलेण्डर जारी किया गया है।


मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. सुरेश बौद्ध ने बताया कि जारी कैलेण्डर अनुसार 
महिला एवं पुरूष नसबंदी (एलटीटी एवं एनएसव्हीटी) शिविर

जिला चिकित्सालय में - 1, 8, 15, 22 और 29 जनवरी को  

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहपुर एवं सीएचसी सुरखी में 3,10,17,24 और 31 जनवरी को 

सिविल अस्पताल खुरई एवं बीना में, 4 जनवरी को 

राहतगढ़ एवं जैसीनगर में, 5, 12 और 19 जनवरी को 

रहली एवं गढ़ाकोटा में, 6, 13, 20 और 27 जनवरी को 

देवरी एवं केसली में, 7, 14, 21 और 28 जनवरी को 

बण्डा एवं शाहगढ़ में, 11, 18 और 25 जनवरी को 

आयोजित किए जाएंगे। शिविर हेतु कैंप प्रभारी,सर्जन एवं सहायक सर्जन का डाक्टरों को कार्य दायित्व सौंपे गए है।  

सीएमएचओ ने सिविल सर्जन, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सिविल अस्पताल बीना एवं खुरई, सभी बीएमओ को निर्देशित किया है कि एलटीटी, एनएसव्हीटी केस होने पर सर्जन से समन्वय स्थापित कर समस्त नियमों का पालन करते हुए कैंप आयोजित कराएँ। 

प्रातः से दोपहर तक एक स्थान पर एवं दोपहर पश्चात दूसरे स्थान पर कैंप आयोजित करें। खण्ड चिकित्सा अधिकारी दिन रविवार को कैंप आयोजित करना चाहें तो सर्जन डा. एमके जैन से चर्चा कर कैंप आयोजित करें। संबंधित संस्था प्रभारी अपनी संस्था की वरिष्ठ स्टाॅफ नर्स जिसे पूर्व से असिस्ट हेतु अनुभव है सर्जन के साथ ड्यूटी लगायें । 

Vaccination Drive For Teenagers- जिले में करीब एक लाख किशोरों को लगेगा कोविड-रोधी टीका
 

सागर 26 दिसम्बर 2021

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के मुताबिक  15 से 18 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं के लिए टीकाकरण प्रारंभ किया जा रहा है। जिला कलेक्टर द्वारा कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए।

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ आरएस रोशन ने बताया कि जिले में 15 से 18 वर्ष के बालक-बालिकाओं को चिन्हित करने का कार्य प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत शुरुआत में  1 लाख 41 हजार 872  बालक-बालिका टीका लगाया जायेगा। 

कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार 3 जनवरी 2022 दिन सोमवार से सागर जिले में भी 15 से 18 वर्ष के बालक-बालिकाओं के लिए टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ होगा इसके लिए विस्तृत समय सारणी तैयार की जा रही है।

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक तौर पर सभी शासकीय एवं अशासकीय शाला में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की जानकारी प्राप्त की गई है। जिसमें शासकीय शालाओं में अध्ययनरत 01 लाख 8 हजार 55 बालक-बालिकाएं चिह्नित किए हैं, इसी प्रकार आज अशासकीय  विद्यालयों में 33 हजार  817 बालक बालिकाएं चयनित किए गए हैं जिनको टीका लगाया जाएगा।

कलेक्टर आर्य ने बताया कि 15 वर्ष से 18 वर्ष तक की बालक बालिकाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए विद्यालयों स्तर पर टीकाकरण केंद्र  तैयार किया जाएगा जिसमें विद्यालय के समस्त छात्र छात्राओं का टीकाकरण  किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय में टीकाकरण  केंद्र  बनने से दूसरी खुराक लगाने में आसानी होगी।

Cleanliness Survey 2021- नुक्कड़  नाटक बता  रहे है स्वच्छता  की अहमियत

सागर वॉच /19 दिसम्बर 2021/
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत शहर को स्वच्छ एवं सुंदर  बनाने के मकसद से अटल पार्क में एक नुक्कड नाटक का आयोजन किया गया। जिसमें कलाकारों ने बुंदेली भाषा में शहर को स्वच्छ बनाने में सहयोग करने गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित कर कचरा गाड़ी को देने, खुले में कचरा ना फेंकने और सिंगल यूज पॉलीथीन का उपयोग ना करने की अपील की गई।

इस संबंध में निगम आयुक्त  आर पी अहिरवार ने शहर वासियों अनुरोध किया कि शहर को साफ एवं स्वच्छ बनाने हेतु एकल उपयोग की प्लास्टिक थैली  का उपयोग ना करने और उसके स्थान पर कपडे या कागज से बने थैलों का उपयोग सामग्री लेने में करें जिससे हमारा शहर अन्य शहरों की भांति स्वच्छ एवं सुंदर दिखें।

इस दौरान वकील वीनू राणा ने भी एकल उपयोग की प्लास्टिक थैली की जगह कपड़े से बने थैलों का उपयोग करने की जनता से अपील करते हुये नगर को स्वच्छ एवं साफ सुथरा बनाने में निगम प्रशासन  को सहयोग करने का अनुरोध किया।

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वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप में गौरझामर जनपद पंचायत की पूरे अमले पर हुई कारवाई 

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जनपद पंचायत देवरी के जांच प्रतिवेदन पर कार्रवाई करते हुए गौरझामर पंचायत में एक ही कार्य का दो बार भुगतान व एक से ज्यादा वित्तीय अनियमितताएं करने के आरोप में एक पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है।

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इसके अलावा सरपंच, ग्राम रोजगार सहायक के खिलाफ धारा 92 के तहत मामला दर्ज कराया गया है। साथ ही जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, खंड समन्वयक, सहायक इंजीनियर, क्षेत्रीय पर्यवेक्षक व तकनीकि अमले को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

मंत्री का आकस्मिक निरीक्षण, गैरहाजिर मिला पूरा अमला 

मप्र के लोक निमार्ण विभाग के मंत्री ने अपने गृह नगर गढ़ाकोटा  सरकारी अस्पताल का बीती रात आकस्मिक निरीक्षण किया। मंत्री को निरीक्षण के दौरान अस्पताल मे चिकित्सक सहित सारा अमला नदारद पाया। मंत्री की इस  दौरे से बौखलाए विभागीय आला अफसरों ने कारवाई की नाम पर बड़े अधिकारीयों को नॉटिस दिए लेकिन छोटे कर्मचारियों में से कुछ की नौकरी खा गए कुछ को निलंबित कर दिया ।

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इस मामल को संज्ञान मे लेते हुए  जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्पताल मे पदस्थ चिकित्सक व विकासखंड चिकित्सा अधिकारी को नोटिस जारी किया है। जबकि छोटे कर्मचारियों में से एक एएनएम को सेवा से पृथक करने व वार्ड बाय को निलंबित कर दिया है।

उप -चुनाव में अंतरजिला सीमा पर स्थित मतदान केन्द्रों पर रहेगे सख्त निगरानी 

सुरखी विधानसभा क्षेत्र मे आगामी नवंबर को होने वाले विधानसभा के उप-चुनाव की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागार मे प्रशासनिक अमले की बैठक आयोजित की गई।

बैठक मे उप-चुनाव के सिलसिले में अंतरजिला सीमाओं पर स्थित सुरखी विधानसभा क्षेत्रों के मतदान केन्द्रों की निगरानी रखने के सिलसिले में विचार-विमर्श किया गया।

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जिला कलेक्टर ने बताया कि सीमावर्ती मतदान केन्द्रों में नजर रखने के लिहाज से चेकपोस्टों मे चैकस निगरानी रखी जाएगी। जिले में अंतरजिला सीमाओं पर स्थित मतदान केन्द्रों में विदिशा जिल की सीमा से लगते वाले 5 मतदान केन्द्र राहतगढ़ थानांतर्गत हैं वहीं रायसेन जिले की सीमा से लगने वाले कुल 23 मतदान केन्द्रों में से 11 मतदान केन्द्र राहतगढ़ थानांतर्गत,  09 मतदान केन्द्र जैसीनगर थानांतर्गत व 03 मतदान केन्द्र सुरखी थानांतर्गत आते हैं ।

नए कृषि कानून किसान विरोधी -कांग्रेस 

जिला शहर एवं ग्रामीण कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाल ही मे संसद द्वारा पारित किए गए कृषि कानूनों के विरोध स्वरूप उपनगर मकरोनिया मे धरना दिया।

                        Also Read: Clerks-running Nagar Palikas in Bundelkhand

धरने के दौरान कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष व जिला शहर कांग्रेस की अध्यक्ष ने कृषि कानूनों को किसान विरोधी व उद्योगपतियों को लाभ दिलाने वाला बताया ।