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 दीनदयाल चौक से तीन मढ़िया तक का रास्ता वाहनों के लिए 15 दिसंबर तक  बंद रहेगा।  इस सड़क मार्ग से आने जाने वाले नागरिक परिवर्तित मार्ग तीन मढ़िया, डिग्री कॉलेज से काली तिराहा गोपालगंज होते हुए दीनदयाल चौक का उपयोग कर आ जा सकेंगे।

निगमायुक्त सह कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ चंद्र शेखर शुक्ला के निर्देशानुसार वाहन चालकों, नागरिक की सुरक्षा हेतु एवं गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए  इस मार्ग को 15 दिसंबर तक बंद किया गया है। 

सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अंतर्गत शहर में निर्माणाधीन सड़क मार्ग कों सीसी रोड बनाया जा रहा है IRC गाइडलाइन के अनुसार 21 से 28 दिन तक सीसी रोड पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहती है। यहां भरी मशीनों का उपयोग कर मार्ग  निर्माण कार्य किया जा रहा है। 


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प्रदेश के समस्त जिलों में चालक सहित अतिरिक्त सवार को  दो पहिया वाहन पर हेलमेट धारण करने एवं चार पहिया वाहन सवार चालकों द्वारा सीटबेल्ट धारण करने के संबंध में वाहन चालकों को यातायात नियमों का शत-प्रतिशत पालन कराने के निर्देश दिये गये है। 

11 जुलाई 23 को पारित निर्णय के अनुसार उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा जारी निर्देशों के पालन कराये जाने की सख्त हिदायत दी गई है। न्यायालय के निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही न करने पर  कार्यवाही के बारे में भी सचेत गया है।

प्रदेश के समस्त जिलों में द्वितीय सवार सहित चालक को दो पहिया वाहन पर  हेलमेट धारण करने एवं चार पहिया वाहन सवार चालक द्वारा अन्य सवारी सहित सीटबेल्ट धारण न करने वाले वाहन चालकों के विरूध्द कार्यवाही गंभीरता से कराने के निर्देशों का पूर्णतः पालन करने एवं वाहन चालक हेलमेट / सीटबेल्ट आवश्यक रूप से धारण करने के निर्देश दिये गये है। 

जारी निर्देशों के अनुसार समस्त शासकीय  अधिकारी कर्मचारी को भी निर्देश के पालन करने हेतु लिखित निर्देश जारी किये जाये एवं हेलमेट धारण न करने वालों के विरूध्द सख्ती से कार्यवाही करते हुए कार्यालय में प्रवेश निरूध्द करने बाबत सख्त हिदायत दी गई है। 

चालक को हेलमेट धारण करने पर ही पेट्रोल वितरण करने के लिए भी कहा गया है। समस्त होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, मॉल आदि स्थानों पर फलेक्स एवं बेनर के माध्यम से हेलमेट धारण करने के संबंध में प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये है।। हेलमेट धारण न करने वाले को वाहन चालको का उपरोक्त स्थानों पर प्रवेश वर्जित किये जाने के बारे में सख्त हिदायत दी जा रही है। 
 
डायल 100 एवं शहर में लगे पी.ए. सिस्टम व्हीएमएस सिस्टम के माध्यम से हेलमेट धारण करने के संबंध में लगातार उदघोषणा की जाएगी। जिला आबकारी विभाग द्वारा संचालित लाइसेंसी शराब की दुकानों पर एवं हाट बाजार के पार्किंग स्थलों पर हेलमेट धारण करने के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए कहा गया है।

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सागर जिले में नाम वापिसी के अंतिम दिन आज 107  में से 10 अभ्यर्थियों ने अपने नाम निर्देशन-पत्र वापिस ले लिए। सबसे अधिक रहली क्षेत्र में 6 अभ्यर्थियों ने नामाकंन-पत्र  वापिस लिए, यहां संवीक्षा के बाद 21 अभ्यर्थी थे। इस प्रकार जिले के आठ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अब 97 उम्मीदवार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। 

भाजपा के स्टार प्रचारक भूपेन्द्र यादव, प्रहलाद पटैल की जिले में तीन जनसभाएं 

सागर/भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक मध्यप्रदेश के प्रभारी भूपेन्द्र यादव एवं केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल सागर जिले में तीन जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इस संबंध में भाजपा के प्रदेश पेनलिस्ट प्रवक्ता प्रदीप राजौरिया ने बताया कि आज एक नबंवर दिन बुधवार को भाजपा के स्टार प्रचारक भूपेन्द्र यादव केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल सागर जिले की बीना विधानसभा के 

  • भानगढ़ में सुबह 11ः30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे। इसी दिन 
  • मालथौन में दोपहर 12 बजे  एवं  
  • राहतगढ़ में दोपहर 02ः30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे।


सागर/भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष के मुताबिक  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव आज एक नबंवर को शाहगढ़ में में सुबह 11ः00 बजे, बंडा विधानसभा क्षेत्र के शाहगढ़ मंडल के भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। चुनाव की दृष्टि से शाहगढ़ मंडल के पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश देंगे।

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खुरई विधानसभा में पांच दर्जन लोगों ने भाजपा का दामन थामा 

गढ़ौला जागीर में आयोजित तीन शक्ति केंद्रों के क्लस्टर सम्मेलन में अहिरवार समाज व आदिवासी समाज के 68 लोगों ने भाजपा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह के समक्ष भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।नवागत सदस्यों उन्होंने भाजपा का गमछा पहना कर सभी का भाजपा में स्वागत किया।

भाजपा के खुरई विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशी भूपेंद्र सिंह ने के मुताबिक क्षेत्र में 55 हजार पीएम आवास बनवाए गए हैं । यह क्षेत्र के कुल मकानों की लगभग आधी संख्या होती है। 
सर्व  ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित मिलन समारोह में भाजपा प्रत्याशी भूपेंद्र सिंह ने कहा कि देश में भारतीय जनता पार्टी ही ऐसी पार्टी है जो राष्ट्र को सर्वोपरि मानती है। राष्ट्र की अक्षुण्णता उसके धर्म और संस्कृति की सुरक्षा से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने भारत के धर्म और सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करने का जो अभियान चलाया उसको ही कांग्रेस ने सुनियोजित रूप से आगे बढ़ाया।

मंत्री श्री सिंह ने कहा कि भारत में कांग्रेस पार्टी से जुड़े फाउंडेशन सहित सैकड़ों एनजीओ के लिए विदेशों से जो पैसा लगातार आता रहा उसका उद्देश्य भारत में धर्मांतरण का था। कांग्रेस ने धर्मांतरण के इस भारत विरोधी अभियान को बढ़ावा दिया, जब प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार आई तब धर्मांतरण में लगी संस्थाओं की विदेशी फंडिंग पर पूरी तरह रोक लगाई गई।

उन्होंने बाते कि  खुरई शहर के भीतर 34 एकड़ सरकारी भूमि प्रभावशाली लोगों से खाली कराई और उन पर गरीबों को पट्टे देकर मकान बना दिए। इसमें किसी को एक रुपया भी नहीं लगा। वर्षों से लोग जहां रह रहे थे, उनको भूस्वामित्व अधिकार के पट्टे मालिकाना हक के साथ दिए गए हैं। इन पर आप बैंक से लोन ले भी सकते हैं। 

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ताम्रकार समाज द्वारा भाजपा नेता शैलेन्द्र जैन का  हुआ सम्मान  

ताम्रकार समाज की बैठक का आयोजन लक्ष्मीपुरा वार्ड में किया गया, बैठक में मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी एवं विधायक शैलेंद्र कुमार जैन का सम्मान किया गया। 

उन्होंने ताम्रकार समाज को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने सागर को विकास के जिस पायदान पर खड़ा किया है उसको और आगे बढ़ाने के लिए और महानगर की तर्ज पर विकसित करने के लिए पुनःभारतीय जनता पार्टी की सरकार बनानी है ताकि  सागर भी विकास की नई ऊंचाइयों को छू सके।

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  चुनावों के मौसम में हर शहर-गाँव और उनके मुहल्लों-चौपालों की फिजा ही बदली बदली सी नजर आने लगती है ऐसा लगता है जैसे अमूमन हर गली-चौबारे  चुनावी चर्चाओं के गढ़ में तब्दील हो गए हों। 

यह भी देखा जाता है कि ऐसे चर्चा के ठिकानों के आस-पास से गुजरने वाला कमोबेश हर शख्स चर्चा के इन सत्रों में वक्ता या श्रोता के रूप में अपना योगदान दिए बिना आगे भी नहीं बढ़ पाता है 

चुनाव के इस मौसम में मप्र ही नहीं अन्य चार राज्यों के हालत भी ऐसे ही नजर आ रहे हैं।  फिलहाल मप्र में ये मौसमी समीक्षक और विश्लेषक एक से ज्यादा मुद्दों पर धुआंधार बल्लेबाजी करते नजर आ रहे हैं। चुनावी चर्चा में सबसे पहले जो मुद्दा उठा वह प्रदेश में "सत्ता विरोधी लहर" के उछल भरने का रहा

प्रदेश में भाजपा को सत्ता काबिज़ हुए दो दशक पूरे होने को है। लोग ने प्रत्यक्ष व् परोक्ष रूप से जाहिर किया कि  यह सही है कि लम्बे समय से एक से  ही चेहरे देख कर ऊब सी होने लगी  हैं इसलिए वे नए चेहरे ये या नयी सरकार की चर्चाओं को हवा देते नजर आ रहे हैं

 वहीं प्रदेश में परवान चढ़ रही बुलडोज़र संस्कृति, सरकार के खिलाफ बोलने वालों पर मुक़दमे लादे जाने की ख़बरों को देख-देख कर एक बड़ा वर्ग सरकार के काम काज पर नाक-मुंह सिकोड़ता दिख रहा है

मप्र में चुनावी जंग मुख्यतः भाजपा और कांग्रेस की बीच होने की बात तो लगभग हर कोई स्वीकारता दिख रहा है, लेकिन तीसरी पक्ष के रूप में आम आदमी पार्टी, बहुजन समाजवादी पार्टी,समाजवादी और निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर चर्चाएँ खूब हो रहीं हैं। 

लोगों ने कुछ हद तक इस बाद पर असंतोष जाहिर किया है की आम आदमी पार्टी को जितने जोश से मप्र में इन चुनावों में उतरना चाहिए था वह नहीं हुआ। पार्टियों के टिकिट वितरण के तरीकों को लेकर भी सड़कों पर खूब बहस-मुबाहिसों का दौर चल रहा है। 

समीक्षकों का एक वर्ग मप्र में भाजपा द्वारा गुजरात फार्मूला अपनाये जाने के बात कह कर एक साल पहले से हवा बनाये हुए था। लेकिन पार्टी द्वारा अधिकांश सीटों पर पुराने चेहरों को ही उतरने से यह वर्ग खासा नाराज चल रहा है। अब वह बढ़ चढ़ कर यह तर्क देता फिर रहा है कि चेहरों में बदलाव नहीं किये जाने से सत्ता विरोधी लहर मजबूत हो रही है

कांग्रेस पार्टी द्वारा किये गए टिकिट वितरण को लेकर भी इन स्थानीय समीक्षकों और विश्लेषकों का मानना है कि पार्टी की गुटबाजी के चलते कई दमदार प्रत्याशी इस गुटबाजी की भेंट चढ़ गए हैं इसी के कारण प्रदेश भर में नाराज कार्यकर्ता टिकिटों के बदलाव की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । 

इस के चलते कुछ स्थानों पर पार्टी को टिकिट बदलना भी पड़े हैं। एक वर्ग दबी जुबान से यह भी कह रहा है की कांग्रेस ने कुछ टिकिट तो ऐसे लोगों को दिए हैं जिनको देख कर लगता है उन टिकिटों पर फैसला विरोधी पार्टी से किसी डील के चलते लिया गया है

चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो 3 दिसंबर को ही पता चलेगा पर तब तक सियासी दलों की रणनीति, प्रत्याशियों के चाल-चलन, इजराइल-हमास की जंग, मोदी-अमित शाह की जोड़ी, विकास और उससे जुड़े भ्रष्टाचार के किस्से और मीडिया द्वारा किए जाने वाले हार-जीत के दावों को लेकर मौसमी  सियासी धुरंधरों को फुरसत नहीं मिलने वाली है।

 




 
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Sagar Watch/ लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के संरक्षक औऱ समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर का कहना है कि अमित शाह केंद्रीय गृह मंत्री भी हैं और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं और ऐसा लगता है कि भले ही भाजपा के अध्यक्ष नाम के लिए श्री नड्डा हो परंतु वास्तविक नियंत्रक और अध्यक्ष अमित शाह ही हैं ।
 
भाजपा की संभावित हार से वे कुछ ज्यादा ही विचलित और असंतुलित नजर आ रहे हैं । उन्होंने भोपाल और होशंगाबाद संभाग के कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि "जो अधिकारी कमल का ध्यान नहीं रखें उसे छोड़ना नहीं "।
 
यह बयान घोर अलोकतांत्रिक और प्रशासनिक अपराध का बयान हैं। चुनाव आयोग की सीमाएं हम समझते हैं वरना चुनाव आयोग उन्हें इस बयान के लिए चुनाव प्रचार से अयोग्य घोषित कर देता।
परंतु ऐसे असंवैधानिक बयानों का संज्ञान सुप्रीम कोर्ट को भी लेना चाहिए। भारतीय संविधान के अनुसार प्रशासन एक निष्पक्ष इकाई है परंतु श्री अमित शाह जैसे लोग उसे दलीय नौकरशाही बनाना चाहते हैं ।
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SAGAR WATCH / 30 OCT 2023/ 
सागर जिले के आठ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में नामाकंन के अंतिम दिन आज 79 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन-पत्र  जमा किये गये। नाम निर्देशन-पत्रों की जांच 31 अक्टूबर को होगी तथा 2 नवबंर की दोपहर 3 बजे तक नाम निर्देशन-पत्र वापिस लिये जा सकेंगे। जिले की आठ विधानसभा क्षेत्रों में अंतिम दिन तक कुल 144 अभ्यर्थियों ने 150 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये है।

35-बीना विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए होने वाले चुनाव के लिए 9 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष जमा किये गये। इनमें श्री महेश राय भारतीय जनता पार्टी, सुश्री उमा देवी ने एक इंडियन नेशनल कांग्रेस से एवं एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है। इनके अलावा श्रीमती विनोद पंथी निर्दलीय, एडवोकेट निर्मला सप्रे इंडियन नेशनल कांग्रेस, श्री दीपक कुमार समाजवादी पार्टी, श्री जीवन निर्दलीय, श्री राजकुमार राय भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, श्री दशरथ निर्दलीय, श्री रामसिंग भारतीय सभ्यता पार्टी शामिल है।

36-खुरई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र  के लिए 9 अभ्यर्थियों ने नाम निर्देशन-पत्र  जमा किये। इनमें सुश्री रक्षा सिंह इंडियन नेशनल कांग्रेस, श्री चाली राजा भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, सुश्री सुनीता निर्दलीय, श्री लक्खू अहिरवार निर्दलीय, श्री भूपेन्द्र लोधी, निर्दलीय, श्री अजीज खां निर्दलीय, श्री मनोज कुमार जैन निर्दलीय, श्री सूरज अहिरवार आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) एवं श्री धर्मेन्द्र वनपुरिया अखंड भारतीय बहुजन संघर्ष दल शामिल है।

37-सुरखी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 11 नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये। इनमें भारतीय जनता पार्टी की ओर से अभ्यर्थी श्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा तीन नाम निर्देशन-पत्र जमा किये गये। इसके अलावा सुश्री अनीता सतनाम दांगी बसपा, श्री विनोद कुर्मी निर्दलीय, श्री राजकुमार सिंह धनौरा इंडियन नेशनल कांग्रेस, आशीष सेन निर्दलीय, श्री रघुनाथ पटेल जन अधिकार पार्टी, सैफुउददीन हिरनखेड़ा वाले निर्दलीय, श्रीमती संध्या राजकुमार सिंह धनौरा इंडियन नेशनल कांग्रेस, श्री भगवान दास निर्दलीय शामिल है।

38-देवरी विधानसभा क्षेत्र से 5 अभ्यर्थियों द्वारा नामाकंन-पत्र जमा किये गये। इनमें श्री रजत गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, श्री बालचंद निर्दलीय श्री अरविंद सिंह भारतीय शक्ति चेतना पार्टी, श्री बृज बिहारी भारतीय जनता पार्टी एवं  श्री कामता आजाद समाज पार्टी शामिल है।

39-रहली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 9 अभ्यर्थियों ने नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष  जमा किये। इनमें सुश्री ज्योति कुर्मी इंडियन नेशनल कांग्रेस ने 2 नामाकंन जमा किये। इसके अतिरिक्त श्री सोहन निर्दलीय, सुश्री राजकुमारी निर्दलीय, सुश्री श्यामरानी निर्दलीय, श्री भगवान दास निर्दलीय, श्री सूर्य प्रकाश पटेल निर्दलीय, श्री कमलेश निर्दलीय, श्री राजेश गण सुरक्षा पार्टी शामिल है।

40-नरयावली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 8 नामाकंन-पत्र जमा किये गये। इनमें एडवोकेट श्री सुरेन्द्र चौधरी इंडियन नेशनल कांग्रेस, श्री प्रदीप लारिया भारतीय जनता पार्टी, श्री सुरेश धानक भारतीय शक्ति चेतना पार्टी,  श्री अक्षय तोमर आम आदमी पार्टी, श्री हरविंद धानुक अ.भा. आरक्षित समाज पार्टी, श्री धमेन्द्र अहिरवार आजाद समाज पार्टी (कांशीराम), श्री अनिल खटीक जन अधिकार पार्टी, श्री सीताराम अहिरवार जनता दल राष्ट्रवादी शामिल है।

41-सागर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से आज नाम निर्देशन-पत्र जमा करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 15 रही। इनमें श्री उमेश यादव निर्दलीय, श्रीमती निधि जैन इंडियन नेशनल कांग्रेस, श्री लक्ष्मीकांत राज निर्दलीय, श्री पीर मूह निर्दलीय, श्री जाहिद खान निर्दलीय, श्री असलम खान निर्दलीय, सुश्री शैलबाला सूनयरा निर्दलीय, श्री रिजवान बेग निर्दलीय, सुश्री सीतादेवी निर्दलीय, मु. फार्रूख निर्दलीय, श्री असलम उद्दीन निर्दलीय, श्री गोवर्धन पटेल निर्दलीय, श्री नरेन्द्र सिंह सूर्यवंशी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) , श्री महेन्द्र निर्दलीय, श्री नीरज रैकवार निर्दलीय शामिल है।  

42-बंडा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 13 अभ्यर्थियों द्वारा नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष जमा किये गये। इनमें श्री रंजोर सिंह बुंदेला बसपा, श्री सुधीर यादव आम आदमी पार्टी तथा इनके अलावा श्री वीरेन्द्र विश्वकर्मा निर्दलीय, श्री लक्ष्मन सिंह निर्दलीय, श्री सुनील जैन समाजवार्दी पार्टी, श्री राम भजन बसंल भारतीय संपूर्ण क्र्रांतिकारी पार्टी, श्री तरवर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, श्री गणेश निर्दलीय, श्री वीरेन्द्र सिंह लोधी निर्दलीय, श्री रोवा निर्दलीय, श्री चांद खां निर्दलीय, श्री पुष्पेन्द्र कुमार अहिरवार निर्दलीय इनके अलावा सुश्री सौम्या यादव आम आदमी पार्टी ने 2 नामाकंन पत्र जमा किये है।
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/  साहू समाज की ओर से रविवार को एक निजी गार्डन में समाज का सम्मेलन और दिवाली मिलन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए  ने भाजपा नेता  भूपेंद्र सिंह ने कहा  कि समाज के सम्मेलन ऐसे ही होते रहना चाहिए। 

श्री सिंह ने कहा कि साहू समाज ने एक शक्तिशाली प्रधानमंत्री देश को दिया है।  मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि साहू समाज विनम्र सेवाभाव से ओतप्रोत समाज है और हमेशा ही मेहनत करके अपने परिवार का पालन पोषण करती है। विकास से ही समाज आगे की ओर अग्रसर होता है और समृद्धि आती है। आपके सहयोग से हम इस बार तीन दीवाली मनाएंगे।


भाजपा नेता सिंह ने कहा कि साहू समाज द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम बिल्कुल राजनीतिक नहीं है। ऐसे आयोजन के लिए मैं समाज के सभी सदस्यों के लिए धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम एक पारिवारिक कार्यक्रम की भांति लग रहा है। इस तरह के आयोजन होने से मन में संतोष तो रहता ही है साथ ही अच्छा वातावरण भी बनता है। 

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सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोग ईश्वर से जुड़ते हैं तो आनंद की अनुभूति होती है। उन्होंने साहू समाज की आराध्य मां कर्मा देवी को नमन करते हुए कहा कि मां कर्मा देवी भक्ति की अवतार हैं और उनका प्रेम से भरा भक्ति भाव है। मां कर्मा देवी से हम सभी को सीखने मिलता है। इस अवसर पर प्रसिध्द भजन गायक मनीष अग्रवाल ने भजनों की प्रस्तुतियां दीं। उनकी अंगना पधारो महारानी भजन पर श्रोता झूम उठे।
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Sagar Watch/ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी निधि जैन के समर्थन में पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरेश पचौरी ने भी मैदानी स्तर पर पहुंचकर आम जनता से उन्हें भारी बहुमत से विजयी बनाने की अपील की। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष श्री सुरेश पचौरी शनिवार को कांग्रेस प्रत्याशी निधि जैन के समर्थन में मोती नगर वार्ड में पहुंचे। स्थानीय माता मडिया से बाहुबली कॉलोनी रोड पर भारी हुजूम और गाजे बाजे के साथ श्री सुरेश पचौरी ने जन संपर्क किया। 

इस दौरान उन्होंने साथ पूर्व विधायक सुनील जैन मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव रेखा चौधरी मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक के साथ स्थानीय जनता से अपील करते हुए कहा कि निधि जैन इसी शहर की बेटी और बहू दोनों ही हैं। शहर के हर घर में उनके पारिवारिक रिश्ते हैं और वे यहां के लोगों की परेशानियों को अच्छी तरह से जानती हैं।

श्री सुरेश पचौरी ने भाजपा और इसकी सरकार पर सीधा हमला करते हुए बोला कि चुनाव से पहले भाजपा ने महंगाई बेरोजगारी और कमजोर वर्गों की असुरक्षा को खत्म करने का जनता से वादा किया था। लेकिन अपने वादे से पूरी तरह विफल रहते हुए वे ना तो बेरोजगारी ना महंगाई और ना ही महिलाओं- बेटियों, कमजोर वर्गों व आम इंसान असुरक्षा को खत्म कर पाए। 

उन्होंने शिवराज सिंह चौहान उनकी सरकार पर हमले बोलते हुए कहा कि प्रदेश पर लगातार कर्ज का भार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने एनसीआर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में आज सबसे ज्यादा अनुसूचित जाति जनजाति महिलाओं और कमजोर वर्गों पर अत्याचार व अपराध बढ़ रहे हैं। 

प्रदेश में शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार की स्थिति बाद से बदतर हो चुकी है। युवा वर्ग रोजगार के लिए भटकते हुए दूसरे प्रदेशों में पलायन कर रहा है। प्रदेश का संपूर्ण जनमानस भाजपा और इसकी सरकार से निराश होकर कांग्रेस की तरफ आशा भरी निगाह से देख रहा है। 

उन्होंने कहा कि सागर से तीन बार से विधायक रहे प्रतिनिधि से भी जनता को निराशा ही हाथ लगी है। सागर की जनता एक नए विकल्प के रूप में निधि जैन की ओर भी आशा भरी निगाहें से देखकर उनके साथ खड़ी हो रही है। 

पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने 15 महीने की कमलनाथ की सरकार के कार्यकाल को अद्वितीय ठहराते हुए कहा कि उसे समय वचन पत्र में दिए गए अधिकांश वादों को कांग्रेस की सरकार में पूरा किया है। कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी घोषणाएं नहीं बल्कि वचन देती है और उन्हें पूरा भी करके दिखाती है। 

उन्हें उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि कमलनाथ जी ने प्रदेश की खुशहाली के लिए जो 11 वचन दिए हैं उन्हें पूरा करने के लिए प्रदेश में एक बार फिर कमलनाथ जी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनेगी और किसानों नौजवानों और आम लोगों का उद्धार होगा। 

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  सागर । डॉ लक्ष्मीनारायण सिलाकारी ना केवल मजदूरों के नेता, आदर्श चिकित्सक बल्कि श्रेष्ठ साहित्यकार भी थे। ये बात वरिष्ठ साहित्यकार सुखदेव तिवारी ने संस्कृत विद्यालय में डॉ सिलाकरी के जन्म शताब्दी वर्ष के आयोजित कार्यक्रम में कहीं। 

श्री तिवारी ने बताया कि जब वह सागर में स्कूल में नौकरी ज्वाइन करने आये तो तत्कालीन नपा अध्यक्ष डॉ सिलाकारी ने उनका इंटरव्यू लिया जिसमें जयशंकर प्रसाद की कामायनी से लेकर कालिदास की अभिज्ञान शांकुतम को लेकर प्रश्न पूछे । 

कार्यक्रम में मौजूद टीकाराम त्रिपाठी रुद्र ने उनके द्वारा शहर में पहली नाल जल योजना सहित नपाध्यक्ष रहते हुए उनके कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी । 

संस्कृत विद्यालय के अध्यक्ष केके सिलाकारी, वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण चौरसिया, महेश चौबे आदि ने भी डॉ सिलाकारी पर अपने विचार रखे । 

इस अवसर पर प्रमुख रूप से टी आर त्रिपाठी, रज्जन अग्रवाल, श्रीमती आशा सिलाकारी, ज्वाला राजौरिया, भगवान सिंह सहित अन्य मौजूद रहे ।कार्यक्रम का संचालन पत्रकार डॉ रवींद्र सिलाकारी ने किया, आभार अरुण सिलाकारी ने माना ।

*सागर जिले एमपी- यूपी सीमा पर जांच दल ने पकड़ी 3.50 करोड़ की शराब*

 

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SAGAR WATCH| मप्र-उप्र की सागर जिले की अंतर्राज्यीय सीमा पर निर्वाचन उड़नदस्ता टीम , स्थैतिक सर्विलांस टीम , पुलिस एवं आबकारी अमले द्वारा वाहनों की चेकिंग की जा रही है । इसी तारतम्य में उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश अंतर्राज्यीय सीमा पर मालथौन टोल नाके के समीप अटा चेकपोस्ट पर अमले द्वारा वाहनों की चेकिंग के दौरान वाहन ट्रक क्रमांक HR 38 Z 3908 , मॉडल आयशर द्वारा 641 पेटी में 08 विदेशी ब्रांड की विदेशी मदिरा स्पिरिट ( BIO Brand ) परिवहित होती पाईं । वाहन चालक द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों का अमले द्वारा संयुक्त रूप से विधिवत परीक्षण किया जाकर प्रकरण विवेचना में लिया गया । जप्त मदिरा की मात्रा 3325.2 BL है, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 3.50 करोड़ है । प्रकरण में आगामी विवेचना आबकारी द्वारा की जा रही है।

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विधानसभा निर्वाचन के तहत जिले में आज चौथे दिन बारह अभ्यर्थियों ने नाम निर्देशन-पत्र जमा किए। जिले में अब तक 27 नाम निर्देशन-पत्र जमा किए जा चुके हैं। सागर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी श्री उमेश यादव ने रिटर्निंग अधिकारी शैलेंद्र सिंह के समक्ष नाम निर्देशन-पत्र जमा किया। 

देवरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री बृजबिहारी पटेरिया एवं निर्दलीय प्रत्याशी श्री मुकेश रजक ने नाम निर्देशन-पत्र जमा किया, जबकि इंडियन नेशनल कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी श्री हर्ष यादव ने रिटर्निंग अधिकारी श्री गगन बिसेन के समक्ष दूसरी बार अपना नाम निर्देशन-पत्र जमा किया। 

सुरखी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से इंडियन नेशनल कांग्रेस के अभ्यर्थी नीरज शर्मा और निर्दलीय अभ्यर्थी श्री जाकिर अली ने रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नाम निर्देशन-पत्र जमा किये। 

बीना विधानसभा निवार्चन क्षेत्र से इंडियन नेशनल कांग्रेस की श्रीमती निर्मला सप्रे ने अपना नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी श्री देवेंद्र प्रताप सिंह के समक्ष जमा किया। 

खुरई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से इंडियन नेशनल कांग्रेस की रक्षा सिंह ने अपना नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी श्री रवीश श्रीवास्तव के समक्ष जमा किया। 

नरयावली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी श्री प्रदीप लारिया ने रिटर्निंग अधिकारी श्री विजय डहेरिया के समक्ष नाम निर्देशन-पत्र जमा किया। रहली में आज कोई भी नाम निर्देशन-पत्र जमा नहीं हुआ। 

बंडा विधानसभा क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी श्री रंजोर सिंह बुंदेला, आम आदमी पार्टी के श्री सुधीर यादव, निर्दलीय प्रत्याशी श्री भगवान दास यादव द्वारा रिटर्निंग अधिकारी संदीप सिंह परिहार के समक्ष नाम निर्देशन-पत्र जमा किया गया।


SAGAR WATCH/  मप्र सहित देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही सियासी दलों के अन्दर जो उथल-पुथल का माहौल बना है वह देखने और विचार करने लायक है । इस बार ऐसा क्या हुआ है जो  सियासी दलों के बीच एक दल को छोड़कर दूसरे दल का दामन थामने का  सिलसिला बीते दिनों के मुकाबले तूफानी गति से चल रहा है और रुकने  का नाम भी  नहीं ले रहा है ।

कथित तौर पर दल-बदलू या मौकापरस्त होने के रूप में चर्चित नेताओं के द्वारा तो दूसरी पार्टियों से चुनाव के वक्त बेजा लाभ लेने की मंशा से सौदेबाजी के लिए दबाव डालने के बात तो समझ  में आती है। 

लेकिन उन नेताओं का क्या कहें जो अपनी ही पार्टी,  जिस के अंदर उन्होंने अपनी  जिन्दगी गुजार कर भरपूर  यश और सम्पदा बटोरी हो और  एन चुनावों के वक्त टिकिट मिलने पर संदेह होंने की स्थिति में अपनी ही पार्टी, के नेतृत्व की बांह मरोड़ते नजर आयें तो जरूर आश्चर्य होने लगता है और यह मुद्दा विचार योग्य हो जाता है।

जब दलबदल के इस खरपतवार से बढ़ते रुझान पर  सियासी दलों के ही अन्य धीर-गंभीर  समर्पित नेताओं, कार्यकर्ताओं और राजनीति के धुरंधर माने जाने वाले लोगों से चर्चा की तो कुछ नई ही बातें सामने आने लगीं हैं ।

पार्टी के लोगों का कहना है शीर्ष नेतृत्व को  शायद अब यह समझ में आने लगा होगा कि जो लोग पार्टी के बैनर पर कई दशकों से सत्ता का सुख भोग रहे हैं वो पार्टी के नहीं बल्कि  पद और उससे जुड़े फायदों के दीवाने होते जा रहे हैं और वे ऐसे तमाम फायदे पार्टी छोड़ने की कीमत पर भी त्यागने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं। अगर थोडा बहुत समझौता करने को वे तैयार भी होते हैं तो वह भी केवल अपनी सत्ता अपने बेटे-बेटियों या बीबियों के नाम सौंपे जाने की शर्त पर।

राजनीति के धुरंधरों के मुताबिक अब वह समय नहीं  रहा जब  राजनेता पार्टी की विचारधारा और उसूलों को ही ज्यादा तरजीह देते थे और  पदों  के जरियों होने वाले  धन-दौलत और यश को  भी ठुकराने से परहेज नहीं करते थे। 

इतना ही नहीं अब तो मुख्यधारा के सियासी दल भी इसी रोग से ग्रसित नजर आ रहे हैं वे भी अपनी ही पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को किनारे कर और धनी और बाहुबलियों को टिकिट देने संकोच करते नजर नहीं आते हैं। 

मीडिया में आयीं ख़बरों को देखकर जनता को भी यह बात समझ आती जा रही है कि अब पार्टियां भी विचारधाराओं की प्रतिबद्धताओं से ज्यादा नफे-नुकसान के गणित को आधार बनाकर टिकिट देने में रूचि दिखा रहीं हैं।

तो अब सवाल यह उठता है आखिर ऐसा क्या है जिसके चलते पार्टी का हर छोटा-बढ़ा नेता नैतिकता, मान-सम्मान, पार्टी की विचारधारा यहाँ तक की  पार्टी को भी ताक पर रख कर टिकिट हासिल करने के लिए बैचेन हो रहा है ? यहाँ तक कि पार्टियां भी जीत को सुनिश्चित करने की कवायद में अपनी ही पार्टी के समर्पित, ईमानदार, और कर्मठ  माने जाने वाले पुराने से पुराने कार्यकर्ताओं को भी किनारे लगाकर अपराधियों, बाहुबलियों और धनिकों को टिकिट देने में गुरेज नहीं कर रहीं हैं ?

इस सवाल लोग अपनी-अपनी समझ और अनुभव के आधार पर जवाब दे रहे हैं। कुछ लोगों को सियासी दलों के इस व्यवहार की वजह राजनीति में बढ़ती प्रतिस्पर्धा  लग रही  है, तो कुछ लोग यह मानते हैं कि सियासी दल अपनी विचारधाराओं के मुताबिक काम तो करना चाहते हैं लेकिन उसके पहले वे  येनकेन प्रकारेण सत्ता में आना चाहते हैं । 

नेताओं और सियासी दलों के चाल चलन और विचारधाराओं में देखे जा रहे बदलाव के अन्य कारणों के तुलना में बढ़ते भ्रष्टाचार को बढ़ी वजह बताने वालों की तादाद ज्यादा नजर आ रही है। कहा जा रहा है जिन नेताओं ने भ्रष्टाचार से अपार धन-दौलत जोड़ी है, सत्ता का दबदबा देखा है, सत्ता की चमक-दमक से जिनकी आंखें चौन्धियाई हैं  वे किसी भी कीमत पर उससे महरूम रहना चाहते हैं। 

यही कहानी सत्ता का सुख भोग चुके सियासी दलों की है वे सत्ता में आने और सत्ता में बने रहने के लिए खुद को उन विचारधाराओं के बंधनों में बंधा नहीं रखना चाहते हैं जिनके सहारे उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की थी। 

उन्हें भी अगर लगता है कि समाज के बदनामशुदा बाहुबली, नेता या सजायाफ्ता अपराधी की सवारी से सत्ता तक पहुंचना आसान है तो वे पार्टी के ही समर्पित, कर्मठ, ईमानदार नेताओं को भी दरकिनार करने में  लेशमात्र भी परहेज करते नही लग रहे हैं।

इस सब को देखकर यह धारणा मजबूत होती दिख रही है कि भ्रष्टाचार के फायदे की चाह में ही बेलगाम हो रही है  दलबदल की लहर।

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 इस बात से शायद ही कोई असहमत होगा की बदलाव से जिन्दगी का कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं रह सकता है। चुनावों और प्रचार कार्य भी इस बदलाव के साथ रंग बदल रहा है

कहते हैं पुराने जमाने में चुनाव में खड़े होने वाले प्रत्याशियों को इतना पैदल चलना पड़ता था की उनके पैरों में छले पड़ जाते थे। लेकिन समय बदला और आर्थिक समृद्धि के साथ-साथ आधुनिक  तकनीक का भी चुनावों में दखल बढ़ा। जिसके चलते अब प्रत्याशी अब शहर की संकरी तंग गलियों में भी प्रचार के लिए पैदल जाने के लिए मजबूर नहीं है। अब उस ई - रिक्शा का सहारा मिल गया है। 

बुधवार को सागर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी ने ई-रिक्शा में सपत्नीक सवार होकर जनसंपर्क किया इस साधन के चलते अब वह पहले की अपेक्षा ज्यादा क्षेत्र की जनता से मिल पाएंगे और उनके पैर में छाले भी नहीं पड़ेंगे। उन्होंने बुधवार को शहर के रामपुरा और  इतवारी वार्डों में जम्सम्पर्क किया 


 



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 जिले में  तीसरे दिन 25 अक्टूबर 2023 तक विधानसभा निर्वाचन के दस अभ्यार्थियों ने नाम निर्देशन-पत्र जमा किए। नाम निर्देशन-पत्र जमा करने की प्रक्रिया 21 अक्टूबर से प्रारंभ हो चुकी है। जिसके तहत तीसरे दिन जिले में दस नाम निर्देशन पत्र जमा किए गए। इस प्रकार जिले में अब तक 15 नाम निर्देशन-पत्र जमा किए जा चुके हैं। 

बुधवार को रहली विधानसभा क्षेत्र निर्वाचन से भाजपा प्रत्याशी गोपाल भार्गव ने रिटर्निंग अधिकारी  गोविन्द दुबे के समक्ष अपना नाम निर्देशन-पत्र जमा किया। रहली विधानसभा क्षेत्र निर्वाचन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सावित्री विनोद,रजनी गुप्ता सुरेंद्र, ज्योति रानी राजेंद्र,सरोज रानी गोरेलाल, रजनी राजकुमार ने भी अपने नाम निर्देशन-पत्र जमा किए । 

देवरी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी हर्ष यादव ने रिटर्निंग अधिकारी गगन बिसेन के समक्ष अपना नाम निर्देशन-पत्र जमा किया। 

इसी प्रकार बीना विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी महेश राय ने अपना नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह के समक्ष जमा किया। 

खुरई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के मनोज रजक ने अपना नाम निर्देशन-पत्र रिटर्निंग अधिकारी रवीश श्रीवास्तव के समक्ष जमा किया। 

नरयावली विधानसभा क्षेत्र में इंडियन नेशनल कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेंद्र चौधरी ने रिटर्निंग अधिकारी विजय डहेरिया के समक्ष नाम निर्देशन-पत्र जमा किया। 

सागर, सुरखी एवं बंडा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से आज किसी भी अभ्यार्थी नें नाम निर्देशन-पत्र जमा नहीं किया।

 

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सागर 24 अक्टूबर 2023। नगर निगम द्वारा पीटीसी ग्राउंड में दशहरा के अवसर पर 51 फुट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया गया। राम स्वरूप बालक द्वारा छोड़े गए तीर के  रावण की  नाभि पर लगते ही रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा ।

 पुतले जलने के साथ शुरू हुई शानदार आतिशबाजी करीब 20 से 25 मिनट तक चलती रही , जिसका  उपस्थित जनसमूह खासकर बच्चों ने खूब आनंद उठाया। रावण दहन के पूर्व शाम 6:30 से राधे राधे संकीर्तन मंडल द्वारा शानदार भजनों की प्रस्तुति दी गई।इस अवसर पर मतदान करने की अपील भी की गई एवं शानदार आतिबाजी की गई।

  नगर निगम द्वारा पी.टी.सी. ग्राउंड में संभागायुक्त डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत के मुख्य आतिथ्य में जिला सत्र एवं प्रधान न्यायाधीश श्री के.पी. सिंह की अध्यक्षता में एवं कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी, नगर निगम आयुक्त श्री चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत सीईओ श्री पी.सी. शर्मा, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट श्री शैलेन्द्र सिंह, श्री राजेश सिंह सहित जिला निगम प्रशासन के अधिकारी और नगरवासी उपस्थित रहे।

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जिले के 37- सुरखी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के विरुद्ध आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के मामले में रिटर्निग अधिकारी सुरखी के प्रतिवेदन के आधार पर राहतगढ़ थाने में प्रकरण (एफआईआर) दर्ज किया गया गया है। 

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने बताया कि शिकायतकर्ता के द्वारा भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एवम जिला निर्वाचन अधिकारी सागर को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी। जिसकी रिटर्निंग अधिकारी एवं वीवीटी के माध्यम से जांच कराई गई। 

जांच के उपरांत* रिटर्निंग अधिकारी द्वारा दिनांक 23 अक्टूबर 2023 को पुलिस थाना राहतगढ़ को प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के द्वारा आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के संबंध में शिकायत की गई थी। 

शिकायत में बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ई मेल के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी के विधानसभा क्षेत्र सुरखी के प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है। 

शिकायत में व्हाट्सएप से प्राप्त वीडियो की जांच वीवीटी से करवाई गई तथा एआरओ से जांच प्रतिवेदन लिया गया । उक्त प्रतिवेदन के आधार पर आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन होना पाया गया है, जिसपर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम - 1951 की धारा 123 एवं आईपीसी की धारा- 188 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई है।

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 SAGAR WATCH/23 OCT/2023/
 जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर (collector) दीपक आर्य ने सोशल मीडिया (व्हाट्सएप् Whatsapp) पर चल रहे एक वीडियो (video),  जिसमें नगर पालिक निगम,(Nagar Palik Nigam) सागर के एक स्थायी कर्मचारी  रामेश्वर चौबे को एक राजनैतिक दल के अभ्यर्थी का प्रचार करते पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं। रामेश्वर चौबे का  मुख्यालय नगर परिषद बंडा निर्धारित किया गया है।

उल्लेखनीय है कि,म.प्र. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के (MP Civil Seva Aachran Niyam 1965) अन्तर्गत कोई भी शासकीय सेवक किसी विधान मण्डल या स्थानीय प्राधिकरण के निर्वाचन में न तो मत याचना करेगा, न अन्यथा हस्ताक्षेप करेगा, न उसके संबंध में प्रभाव का प्रयोग करेगा और न उसमें भाग लेगा।ष् परंतु  रामेश्वर चौबे, स्थाई कर्मी, नगर पालिक निगम, सतत् रूप से राजनैतिक दल विशेष के प्रचार- प्रसार में सम्मिलित पाये गये , जो म.प्र. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 35 (4) के अन्तर्गत तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 एवं मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय के परिपत्र के अंतर्गत कदाचार की श्रेणी मे आता है।
      श्री रामेश्वर चौबे को प्रथम दृष्ट्या दोषी पाये गये हैं,इसलिए उन्हें  लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के प्रावधानों एवं म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। रामेश्वर चौबे, स्थाई कर्मी, नगर पालिक निगम, सागर को निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।

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सागर वॉच / अगर आपसे पूछा जाये कि कोई एक शिक्षक जो विद्यालय जा कर कक्षा में विद्यार्थियों को लगातार एक हफ्ते तक पढ़ाता है या कोई एक सरकारी चिकित्सक है जो लगातार एक हफ्ते तक सरकारी अस्पताल जाकर मरीजों का उपचार करता है या कोई सरकारी कर्मचारी है जो हफ्ते भर लगातार कार्यालय जाकर अपने काम काज करता है तो क्या उसके द्वारा, अपने इस कर्त्तव्य निर्वहन को अपनी उपलब्धि के तौर पर प्रचारित करने की, अपेक्षा रखने को उचित माना जा सकता है? 

क्या वह भी नेताओं की अतिप्रिय और उनकी जागीर सी माने जाने वाली "श्रेय लूटने की राजनीति" की तर्ज पर, अपने सामान्य कामकाज रुपी कर्त्तव्य निर्वहन को भी उपलब्धि के तौर पर प्रचारित करने के लिए शहर या गाँव की गलियों या चौराहों पर फ्लेक्स खड़े करवा सकता है? अखबार में खबर निकलवा सकता है? ..और मुहल्लों-मुहल्लों में अपने लिए सार्वजानिक सम्मान समारोह आयोजित करवा सकता है? 

आप सभी के जवाब अलग-अलग हो सकते हैं। हम सभी के जवाबों का सही-सही अनुमान भी  नहीं लगा सकते हैं पर फिर भी कुछ लोगों से चर्चा के बाद ऐसा लगता है  कि कुछ बिन्दुओं पर तो सबकी राय लगभग मिलती जुलती नजर आ रही है। 

एक वर्ग का कहना है कि अगर कोई शिक्षक स्कूल रोज पढ़ने जाता है, चिकित्सक रोज अस्पताल जाकर मरीजों का इलाज करता है या सरकारी कर्मचारी रोज दफ्तर जाकर या क्षेत्र में जाकर काम करते हैं तो इसमें उपलब्धि वाली क्या बात है? ये तो उनका कर्त्तव्य है वे जो काम-काज करते हैं उसका उन्हें पैसा मिलता है? उपलब्धि की बात तो तब आयेगी जब वो अपने सामान्य जिम्मेदारियों से हटकर और नफे-नुकसान की परवाह किये बिना समाज हित में कुछ करते

तो वहीं दुसरे वर्ग का कहना है कि जनप्रतिनिधि भी तो सरकार से वेतन भत्ते लेते हैं और विकास कार्यों को अंजाम देना व् जनता की समस्याओं को हल करना उनका भी कर्त्तव्य है, तो फिर वे क्यों हर छोटी-छोटी बात का श्रेय लेते हैं? उनके द्वारा अपने सामान्य कर्तव्यों को निर्वहन करने को उपलब्धि के तौर पर प्रचारित करना कैसे उचित हो सकता है?

तीसरा वर्ग भी है उसने भी बिलकुल अलग ही सवाल खड़े किये। उनका कहना है चलो मान भी लें कि इनका सामान्य काम-काज भी उपलब्धि है। जिसका ये खूब प्रचार प्रसार करते हैं तो क्या सब कुछ अच्छा-अच्छा ही हो रहा है? विकास कार्य अगर हो रहे हैं तो उनके साथ-साथ  भ्रष्टाचार के  आरोप भी तो सामने आ रहे हैं ? काम के गुणवत्ता हीन होने के मामले भी मीडिया में उछलते रहते हैं तो क्या इन सब बातों की जिम्मेदारी भी इन कथित "श्रेय-पिपासु" लोगों को नहीं लेना चाहिए? 

दिनों-दिन श्रेय लेने की राजनीति के परवान चढ़ते जाने के चलते समाज के एक बहुत बड़े वर्ग में यह धारणा बनती नजर आ रही है कि श्रेय लेने की राजनीति के जोर पकड़ते जाने के चलते लोग छोटे-छोटे कामों का भी श्रेय लेने को उतावले नजर आने लगे हैं। लेकिन काम-काज में कोताही बरते जाने, भ्रष्टाचार और गैर जिम्मेदार तरीके से होने वाले कामों की जिम्मेदारी कोई नहीं लेना चाह रहा है यानी मीठा-मीठा गप और कड़वा कड़वा थू। लेकिन संत्री और मंत्री सभी को कौन सिखाएगा सबक कि श्रेय सिर्फ उपलब्धि का नहीं बल्कि जो अच्छा नहीं हुआ उसका भी लेना पड़ेगा

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पीएम नरेन्द्र मोदी का कहना है कि उनकी सिंधिया घराने से करीबी रिश्तेदारी है। उन्होंने बताया कि दो वजहों से ग्वालियर से मेरा विशेष नाता भी है। एक तो मैं काशी का सांसद हूं और काशी की सेवा करने में, हमारी संस्कृति के संरक्षण में, सिंधिया परिवार की बहुत बड़ी भूमिका रही है। सिंधिया परिवार ने गंगा किनारे कितने ही घाट बनवाए हैं, BHU की स्थापना के लिए आर्थिक मदद की है।
दूसरी वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि ग्वालियर के साथ मेरा एक दूसरा कनेक्ट भी है। हमारे ज्योतिरादित्य जी गुजरात के दामाद हैं। इस नाते भी ग्वालियर से मेरी रिश्तेदारी है। और एक और भी नाता है, मेरा गांव गायकवाड़ स्‍टेट का गांव था। और मेरे गावं में जो सबसे पहला प्राथमिक स्‍कूल बना  वो गायकवाड़ परिवार ने बनाया था। और मेरा सद्भाग्‍य है कि मैं मुफ्त में प्राथमिक शिक्षा लेता था वहां पर जो स्‍कूल गायकवाड़ जी ने बनाया था। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के ग्वालियर में ‘द सिंधिया स्कूल’ के 125वें संस्थापक दिवस के उपलक्ष्‍य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने स्कूल में ‘बहुउद्देशीय खेल परिसर’ की आधारशिला रखी और विशिष्‍ट पूर्व विद्यार्थि‍यों एवं शीर्ष उपलब्धि हासिल करने वालों को स्कूल के वार्षिक पुरस्कार प्रदान किए। 

सिंधिया स्कूल की स्थापना वर्ष 1897 में हुई थी और यह ऐतिहासिक ग्वालियर किले के शीर्ष पर स्थित है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।

प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित विशिष्‍ट प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

इस दौरान उपस्थित गणमान्‍यजनों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने सिंधिया स्कूल की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने ‘आजाद हिंद सरकार’ के स्थापना दिवस पर भी देशवासियों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने सिंधिया स्कूल और ग्वालियर शहर के प्रतिष्ठित इतिहास के उत्सव का हिस्सा बनने का अवसर मिलने के लिए आभार व्यक्त किया। 

उन्होंने ऋषि ग्वालिपा, महान संगीतज्ञ तानसेन, महाद जी सिंधिया, राजमाता विजया राजे, अटल बिहारी वाजपेयी और उस्ताद अमजद अली खान का उल्लेख किया और उन्‍होंने कहा कि ग्वालियर की धरती पर हमेशा ही ऐसे लोगों का जन्म हुआ है जो दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यह नारी शक्ति और वीरता की भूमि है’। 

प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्‍लेख किया कि इसी भूमि पर महारानी गंगाबाई ने स्वराज हिंद फौज को आवश्‍यक निधि देने के लिए अपने आभूषण बेच दिए थे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ग्वालियर आने से सदैव ही सुखद अनुभव होता है।’ 

प्रधानमंत्री ने भारत और वाराणसी की संस्कृति के संरक्षण में सिंधिया परिवार के व्‍यापक योगदान का भी उल्लेख किया। उन्होंने इस परिवार द्वारा काशी में बनवाए गए कई घाटों और बीएचयू में बहुमूल्‍य योगदान को स्‍मरण किया। 

उन्होंने कहा कि काशी में आज की विकास परियोजनाओं पर इस परिवार के दिग्गजों को अवश्‍य ही अत्‍यंत संतोष होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुजरात के दामाद हैं और उन्होंने गुजरात में अपने मूल निवास स्थान पर गायकवाड़ परिवार के बहुमूल्‍य योगदान का भी उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति क्षणिक लाभ के बजाय सदैव ही आने वाली पीढ़ियों के कल्याण के लिए काम करता है। शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना के दीर्घकालिक लाभों पर विशेष जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने महाराजा माधो राव-प्रथम को श्रद्धांजलि अर्पित की। 

श्री मोदी ने इस बेहद कम जाने-पहचाने तथ्य का भी उल्लेख किया कि महाराजा ने एक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली भी स्थापित की थी जो अभी भी दिल्ली में डीटीसी के रूप में कार्य कर रही है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण और सिंचाई के लिए उनकी ओर से की गई विशिष्‍ट पहल का भी जिक्र किया और बताया कि हरसी बांध यहां तक कि 150 साल बाद भी एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का बांध है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका दृष्टिकोण हमें लंबी अवधि के लिए काम करना और इसके साथ ही जीवन के हर क्षेत्र में शॉर्टकट से बचना सिखाता है।

प्रधानमंत्री ने 2014 में भारत के प्रधानमंत्री पद का दायित्व संभालने के बाद तत्काल परिणामों के लिए काम करने या दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने के दो विकल्पों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि सरकार ने 2, 5, 8, 10, 15 और 20 वर्ष से लेकर विभिन्न समय बैंड के साथ काम करने का निर्णय लिया और अब जब सरकार 10 वर्ष पूरे करने के करीब है, तो दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ कई लंबित निर्णय लिए गए हैं। 

श्री मोदी ने विभिन्न उपलब्धियां गिनाईं और जम्मू एवं कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने की छह दशक पुरानी मांग, सेना के पूर्व सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन देने की चार दशक पुरानी मांग, जीएसटी एवं तीन तलाक कानून की चार दशक पुरानी मांग का उल्लेख किया। उन्होंने हाल ही में संसद में पारित नारी शक्ति वंदन अधिनियम का भी उल्लेख किया। 

श्री मोदी ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि वर्तमान सरकार युवा पीढ़ी के लिए ऐसा सकारात्मक माहौल बनाने का प्रयास कर रही है जहां अवसरों की कोई कमी न हो। यदि यह सरकार नहीं होती, तो अगली पीढ़ी के हित में इन लंबित निर्णयों को आगे न बढ़ाया गया होता। 

प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा, “बड़े सपने देखें और बड़ी उपलब्धियां हासिल करें।” उन्होंने कहा कि जब भारत की आजादी के 100 वर्ष पूरे होंगे तो सिंधिया स्कूल भी अपने 150 वर्ष पूरे करेगा। प्रधानमंत्री ने विश्वास के साथ कहा कि अगले 25 वर्षों में युवा पीढ़ी भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे युवाओं और उनकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।” 

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उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये युवा राष्ट्र द्वारा लिए गए संकल्प को पूरा करेंगे। उन्होंने इस बात को दोहराया कि अगले 25 वर्ष छात्रों के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने भारत के लिए। उन्होंने जोर देकर कहा, “सिंधिया स्कूल के प्रत्येक छात्र को भारत को एक विकसित भारत बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए, चाहे वह प्रोफेशनल दुनिया में हो या किसी अन्य स्थान पर।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंधिया स्कूल के पूर्व छात्रों के साथ उनकी बातचीत ने विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने की उनकी क्षमता में उनके विश्वास को मजबूत किया है। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, रेडियो के दिग्गज अमीन सयानी, प्रधानमंत्री द्वारा लिखित गरबा प्रस्तुत करने वाले मीत बंधुओं, सलमान खान और गायक नितिन मुकेश का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की बढ़ती वैश्विक छवि पर जोर दिया। उन्होंने चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग और जी-20 के सफल आयोजन का जिक्र किया। श्री मोदी ने भारत को सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया। उन्होंने कहा कि फिनटेक को अपनाने की दर, रीयल-टाइम डिजिटल लेनदेन और स्मार्टफोन डेटा उपयोग में भारत पहले स्थान पर है। 

प्रधानमंत्री ने बताया कि इंटरनेट यूजर्स की संख्या और मोबाइल विनिर्माण के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। श्री मोदी ने कहा कि भारत के पास तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। 

उन्होंने अंतरिक्ष स्टेशन के लिए भारत की तैयारी और आज ही किए गए गगनयान संबंधी सफल परीक्षण का जिक्र किया। उन्होंने तेजस और आईएनएस विक्रांत का भी जिक्र किया और कहा, “भारत के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।"

विद्यार्थियों को यह बताते हुए कि दुनिया उनकी सीप है, प्रधानमंत्री ने उन्हें अंतरिक्ष और रक्षा क्षेत्रों सहित उनके लिए खोले गए नए रास्तों के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों से लीक से हटकर सोचने के लिए कहा और उन्हें याद दिलाया कि पूर्व रेल मंत्री श्री माधवराव सिंधिया द्वारा शताब्दी एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को शुरू करने जैसी पहल को तीन दशकों तक दोहराया नहीं गया और अब देश वंदे भारत और नमो भारत रेलगाड़ियों की शुरुआत होते हुए देख रहा है।

प्रधानमंत्री ने स्वराज के संकल्पों के आधार पर सिंधिया स्कूल के सदनों के नाम पर प्रकाश डाला और कहा कि यह प्रेरणा का बहुत बड़ा स्रोत है। उन्होंने शिवाजी हाउस, महाद जी हाउस, राणो जी हाउस, दत्ता जी हाउस, कानरखेड हाउस, नीमा जी हाउस और माधव हाउस का उल्लेख करते हुए कहा कि यह सप्त ऋषियों की ताकत की तरह है। 

श्री मोदी ने विद्यार्थियों को 9 कार्य भी सौंपे और उन्हें इस प्रकार सूचीबद्ध किया: 

  • जल सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाना, 
  • डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता पैदा करना, 
  • ग्वालियर को भारत का सबसे स्वच्छ शहर बनाने का प्रयास करना, 
  • मेड इन इंडिया उत्पादों को प्रोत्साहन देना और वोकल फॉर लोकल दृष्टिकोण अपनाना, 
  • विदेश जाने से पहले भारत का अन्वेषण करें और देश के भीतर यात्रा करें, 
  • क्षेत्रीय किसानों के बीच प्राकृतिक खेती के बारे में जागरूकता पैदा करें, 
  • दैनिक आहार में मोटे अनाज को शामिल करें, 
  • खेल, योग या किसी भी प्रकार की फिटनेस को जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाएं,और 
  • अंततः कम से कम एक गरीब परिवार का हाथ थामने को कहा। 

उन्होंने कहा कि इस रास्ते पर चलकर पिछले पांच वर्ष में 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज जो कुछ भी कर रहा है, वह बड़े पैमाने पर कर रहा है।" उन्होंने विद्यार्थियों से अपने सपनों और संकल्पों के बारे में बड़ा सोचने का आग्रह किया। उन्होंने कहा “आपका सपना मेरा संकल्प है”, और विद्यार्थियों को नमो ऐप के माध्यम से उनके साथ अपने विचार साझा करने या व्हाट्सएप पर उनसे जुड़ने का सुझाव दिया।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा, “सिंधिया स्कूल सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि एक विरासत है।'' उन्होंने कहा कि आजादी से पहले और आजादी के बाद भी स्कूल ने महाराज माधोराव जी सिंधिया के संकल्पों को लगातार आगे बढ़ाया है। श्री मोदी ने थोड़ी देर पहले पुरस्कृत किए गए विद्यार्थियों को एक बार फिर बधाई दी और बेहतर भविष्य के लिए सिंधिया स्कूल को शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा मध्य प्रदेश के राज्यपाल, श्री मंगूभाई पटेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, श्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेन्द्र सिंह तोमर और जितेंद्र सिंह उपस्थित थे।