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SaWa News/ सागर में करोड़ों की जमीन कराई गई अतिक्रमण से मुक्त कलेक्टर श्री दीपक आर्य के निर्देश पर जिले में अतिक्रमण एवं मिलावट से मुक्ति अभियान की कार्रवाई लगातार जारी है इसी परिपेक्ष में आज अनुविभागीय अधिकारी श्री विजय डहेरिया एवं तहसीलदार, श्री प्रवीण पाटीदार एवम् राजस्व दल , पुलिस बल की उपस्तिथि में प0ह0न0 74 मौजा सिरोज़ा के खसरा नम्बर 268/1 एवम 268/2 कुल रकवा 2.42 यशोदा बाई शिक्षण समिति की भूमि पर राम नरेश पिता बुन्देल सिंह राजपूत के द्वारा अवैध कालोनी एवम पुलिया को अतिक्रमण मुक्त करने की कार्यवाही की गई। एसडीएम श्री विजय डहेरिया ने बताया कि इस प्रकार की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
  • Admission

    अब तक एक लाख से ज्यादा आवेदन
  • 11 अप्रैल तक खुला रहेगा आवेदन पोर्टल
  • पीजी पाठ्यक्रमों में आवेदन की अंतिम तिथि 19 अप्रैल


सागर/ डाॅ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर मध्यप्रदेश में सत्र 2023-24 के लिए स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के अभी तक कुल एक लाख सात हजार सात सौ चवालीस अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है।
 विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नई-दिल्ली द्वारा आयोजित की जायेगी। प्रवेश समिति के मुख्य समन्वयक प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने जानकारी दी कि इस वर्ष स्नातक प्रवेश के लिए निर्धारित तिथि तक एक लाख सात हजार सात सौ चवालीस अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। यह संख्या विश्वविद्यालय की प्रसिद्धि को दर्शाती है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्नातक प्रवेश के लिए आवेदन करने की तिथि को 11 अप्रैल 2023  कर दिया गया है। अभी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया चालू है। पीजी प्रवेश के लिए 19 अप्रैल तक आवेदन किये जा सकते हैं।

 

Gour Utsav 2021-जय गौर
सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ हरी सिंह गौर के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर रोशनी से  नहाये विवि का एक आकर्षक नजारा 

Felicitation-स्मार्ट-सिटी-विवि-के-विद्यार्थियों-के-चलाएगी-सिटी-बस
सागर वॉच स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में सागर शहर को 26 भी रैंक के साथ ही स्टार भी प्राप्त है इस उपलब्धि पर गौर यूथ फोरम ने निगम कमिश्नर आरपी अहिरवार जी का सम्मान किया 

इसी मौके पर फोरम ने  उन से स्मार्ट सिटी द्वारा चलाई जा रही बसों में से एक बस विश्वविद्यालय की छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय से गौर मूर्ति कटरा तक चलाने का भी आग्रह किया जिससे शहर की छात्राओं को विश्वविद्यालय आने में परेशानी ना हो जिस पर स्मार्ट सिटी के कार्यकारी निदेशक   आरपी अहिरवार ने अपनी सहमति व्यक्त की

नगर निगम आयुक्त ने  सिविल लाइन चौराहे पर गौर साहब की प्रतिमा पर सुंदर आकर्षित लाइट सजा का भी आश्वासन दिया। गौर यूथ फोरम से डॉक्टर विवेक तिवारी, डॉ मनीष बोहरे, सादिक अली, अमित श्रीवास्तव, चंद्रकांत लटिया, निलेश गौतम, बादल रैकवार संजू आठिया सहित अन्य सदस्यगण उपस्थित थे।

Gour-Utsav-2021-बिना-विद्यार्थी-के-शिक्षक-अस्तित्वहीन-है-अरुंधती कावडकर

सागर वॉच। 24 नवम्बर
 विश्वविद्यालय ज्ञान और  गुरुत्व के केंद्र के रूप में होने चाहिए. विद्यार्थी गुरुत्व के स्पर्श से ही आगे बढ़ता है. उसके जीवन में गुरु का बहुत महत्त्व होता है. गुरु को भी अपने विद्यार्थियों को समझने की योग्यता होनी चाहिए शिक्षक अपने विद्यार्थियों के कारण ही शिक्षक कहलाता है. बिना विद्यार्थी के शिक्षक अस्तित्वहीन है 

यह विचार विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में आयोजित गौर व्याख्यानमाला श्रृंखला के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020: उच्च शिक्षा की नवाचारी भूमिका विषय पर आयोजित कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सुश्री अरुंधती कावडकर, अखिल भारतीय महिला प्रकल्प सहप्रमुख एवं पालक अधिकारी, महाकौशल प्रान्त एवं मध्यभारत, भारतीय शिक्षण मंडल ने व्यक्त किये

उन्होंने  कहा कि  राष्ट्रीय शिक्षा नीति मातृभाव से प्रेरित है। एर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन की संकल्पना राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अहम हिस्सा है. यहीं से एक विद्यार्थी की नींव पड़ती है उन्होंने कहा कि नए भारत को गढ़ने के लिए भारतमाता को जानना बहुत ही आवश्यक है नदियों, पर्वतों और प्रकृति के सभी घटकों को जानना-पहचानना एक विद्यार्थी के लिए बहुत ही जरूरी है 

Gour-Utsav-2021-बिना-विद्यार्थी-के-शिक्षक-अस्तित्वहीन-है-अरुंधती कावडकर

इसी सिलसिले में मुख्य अतिथि
मुकुल कानिटकर ने कहा कि गुरु के बिना भारत का विश्वगुरु बनाना असंभव है
 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में ऐसे कई बिंदु हैं जो शिक्षक को नवाचार की पूरी स्वायत्तता देते हैं एक शिक्षक को नवाचार करने के लिए संस्था और सरकारों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए

उन्होंने कहा कि शासन केंद्रित व्यवस्था से समाज के अंतिम व्यक्ति का हित नहीं संभव है समाज केंद्रित व्यवस्था से ही अंतिम व्यक्ति का कल्याण संभव है राष्ट्रीय शिक्षा नीति पढ़ते समय उसमें हमें स्व मन का भाव मिलता है उसमें बहुत सी जीवनोपयोगी और तार्किक बातें हैं जिनके माध्यम से भारतीयता का बोध पैदा होता है

शिक्षक और संस्था दोनों का कार्य नवोन्मेष करना है आज के शिक्षक और विद्यार्थी को लीक से हटकर सोचना चाहिए. यही समय की मांग है पहले हम आयातित ज्ञान पर निर्भर थे लेकिन आज इस शिक्षा नीति के माध्यम से हम भारतीय शिक्षा पद्धति की बात कर पा रहे हैं यही इसका सुफल है मातृभाषा में पठन-पाठन के लिए हमें अनुवाद पर निर्भरता ख़त्म करते हुए मातृभाषा में पाठ्य सामग्री तैयार करना चाहिए. यह काम शिक्षकों का है यह चुनौती भी है हमें इसी को अवसर में बदलना है और यही नवाचार है। यह सृजनशीलता का अवसर भी है

Gour-Utsav-2021-बिना-विद्यार्थी-के-शिक्षक-अस्तित्वहीन-है-अरुंधती कावडकर

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रो. बलवंत राय शांतिलाल जानी ने कहा कि डॉ. हरीसिंह गौर की दैवीय विलक्षणता ही है कि हम प्रतिवर्ष उनके जन्मदिन को एक उत्सव के रूप में मनाते हैं

वह एक विश्वविद्यालय स्थापित करने और सब कुछ दान कर देने वाले एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक स्वप्नद्रष्टा थे जो उन्होंने भावी भारतीय युवा पीढ़ी के लिए देखा था आज बहुत सी विदेश की संस्थायें भारतीय युवा मेधा को अपने यहाँ शिक्षा और रोजगार के लिए आकर्षित कर रही हैं

डॉ गौर ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने कैम्ब्रिज में पढ़ाई तो की लेकिन वे भारतीय युवा पीढी के लिए भारत में कैम्ब्रिज जैसी संस्था शुरू करने का संकल्प लेकर भारत वापस आ गये यह विश्वविद्यालय उसी सपने की देन है भारतीय युवाशक्ति प्रचंड मेधा संपन्न है, इसका पलायन नहीं होना चाहिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसके लिए संकल्पित है  राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बहुआयामी क्रियान्वयन के माध्यम से  डॉ. गौर द्वारा स्थापित यह विश्वविद्यालय केवल सागर और मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अनुकरणीय बनेगा 

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य एवं दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 152वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 21 नवंबर से 26 नवंबर तक आयोजित 'गौर उत्सव' के चौथे दिन 'आचार्य शंकर भवन' (मानविकी एवं समाज विज्ञान व्याख्यान कक्ष कॉम्प्लेक्स) का लोकार्पण मुकुल मुकुंद कानिटकर, राष्ट्रीय संगठन मंत्री, भारतीय शिक्षण मंडल, नागपुर, कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतीलाल जानी एवं कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ

Drama-Festival-2021- फिल्म अभिनेता राजीव वर्मा के नाटक से शुरू होगा अन्वेषण नाट्य समारोह

सागर वॉच
 कोरोना संकट के लंबे अंतराल के बाद अंतत: वह समय आ गया जब अन्य क्षेत्रों के साथ कला जगत भी पुन: सक्रिय हो चला है। इसी क्रम में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहायोग से अन्वेषण नाट्य समूह सागर का पांच दिवसीय नाट्य समारोह २४ नवंबर २०२१ से स्थानीय रवीन्द्र भवन में आरंभ होने जा रहा है।

पत्रकार वार्ता में जगदीश शर्मा ने बताया कि पांच दिनी अन्वेषण नाट्य समारोह -२०२१'' में प्रतिदिन शाम ७ बजे से विभिन्न शहरों के नाट्य निर्देशक व अभिनेता सागर के इस मंच से अपने कला कौशल का प्रदर्शन करेंगे। अन्वेषण नाट्य समारोह २०२१ के प्रथम दिन २४ नवम्बर  को भोपाल के नाट्य दल भोपाल थियेटर द्वारा हास्य नाटक "भाग अवंति भाग" प्रस्तुत किया जायेगा। नाटक का निर्देशन जाने-मा ने रंगकला विशेषज्ञ एवं फिल्म अभिनेता राजीव वर्मा द्वारा किया गया है।

दूसरे दिन २५ नव्बर को जगदीश शर्मा निर्देशित नाटक "तुम कितनी खूबसूरत हो" का मंचन स्वयं आयोजक संस्था अन्वेषण थियेटर ग्रुप द्वारा किया जायेगा। 

तीसरे दिन २६ नव्बर को कटनी के संप्रेषणा नाट्य मंच द्वारा सादात भारती के निर्देशन में नाटक "गांधी ने कहा था" की प्रस्तुति होगी। 

चौथे दिन २७ नव्बर को उज्जैन के अभिनव रंगमण्डल द्वारा "अरे! शरीफ लोग" नामक हास्य नाटक खेला जायेगा। इस नाटक का निर्देशन शरद शर्मा ने किया है। पांचवें यानि अंतिम दिन समागम रंगमण्डल जबलपुर द्वारा स्वाति दुबे के निर्देशन में "अगरबत्ती" नामक नाटक प्रस्तुत किया जायेगा।
 
नाट्य समारोह के दौरान ही २६ नवम्बर को सागर के महान शिक्षाविद् डॉ. सर हरीसिंह गौर की जयंती का अवसर भी है। इसीलिए अन्वेषण थियेटर गु्रप द्वारा श्रद्धांजलि
स्वरूप यह पूरा नाट्य समारोह डॉ. गौर को समर्पित किया गया है।

रंगकला के शास्त्रीय नियमों के अनुसार नाटक के मंचन के पहले पूर्वरंग का भी आयोजन किया जाता है। अन्वेषण ने अपने पिछले नाट्य महोत्सव के अनुसार इस बार भी प्रतिदिन नाटक से पहले रवीन्द्र भवन परिसर में पूर्वरंग के तहत लगभग आधे घण्टे की एक प्रस्तुति की व्यवस्था की है।

आज होगा भाग अवंति भाग 

इस मराठी नाटक के मूल लेखक योगेश सोमण है और इसका हिन्दी रूपांतरण प्रवीण महुवाले ने किया है। महंगाई के दौर मे आम आदमी को अपनी रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ती  है। ऐसे में यदि किसी गंभीर बीमारी पर जमा पूंजी खर्च हो जाती है, तब कभी-कभी परेशान होकर व्यक्ति ऐसे निर्णय ले लेता है कि स्थितियां हास्यास्पद हो जाती हैं। नाटक "भाग अवंति भाग" भी ऐसी ही स्थितियों की कल्पना पर आधारित है।

Careeर-Training- बेरोजगारों-के-लिए-उद्यमिता-विकास-प्रशिक्षण-चार -दिसम्बर-से


 सागर वॉच
  22 नवम्बर, 2021। उद्यमिता विकास केन्द्र द्वारा शिक्षित और अशिक्षित बेरोजगारों हेतु शुल्क आधारित उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं पशुपालन आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए पंजीयन प्रारंभ किया गया है। विभिन्न व्यवसायों के लिए पंजीयन की अलग अलग तारीखें तय  की गई है।

प्रशिक्षण सहायक संध्या जोशी ने बताया कि उद्यमिता विकास केन्द्र एम.एस.एम.ई. विभाग के अंतर्गत कार्यरत है। यह मध्यप्रदेश शासन केन्द्रीय वित्तीय संस्थाओं एवं राज्य के अग्रणी बैंकों द्वारा प्रवर्तित पंजीकृत संस्था है। केन्द्र द्वारा आगामी माहों में उद्यमिता एवं पशुपालन से संबंधित विषयों पर शुल्क आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। 

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वयं के उद्यम अथवा उद्योग स्थापित करने तथा उसके सफल संचालन के लिये तैयार करना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शासकीय योजनाओं, इच्छित ट्रेड के लिये कच्चामाल, बाजार सर्वेक्षण, यूनिट प्रबंधन, विपणन, लेखा प्रबन्धन तथा करा-रोपण इत्यादि की जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण पश्चात प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किये जायेंगे।

प्रशिक्षण सम्बन्धी जानकारी केन्द्र की समन्वयक संध्या जोशी से मोबाईल क्रमांक 8770555820 तथा कार्यालयीन समय में 0755-4000908 पर ली जा सकती है।

पंजीयन
इन तारीखों में कराएं 

डेरी टेक्नोलोजी आधारित पशुपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम 6 से 10 दिसम्बर के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 30 नवम्बर 2021 है।  

उद्यमिता एवं बकरी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम 13 से 17 दिसम्बर के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 08 दिसम्बर,  

उद्यमिता एवं मुर्गी पालन पॉल्ट्रीफार्म प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 से 24 दिसम्बर के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 10 दिसम्बर और 

खाद-प्रसंस्करण आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम 27 से 31 दिसम्बर के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 15 दिसम्बर 2021 है। इन प्रशिक्षण के लिए रहवासी शुल्क 7500 और अरहवासी के शुल्क 3500 रूपये रहेगा।

उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम 4 से 6 जनवरी 2022 के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 20 दिसम्बर 2021 है। इस प्रशिक्षण के लिए रहवासी शुल्क 4500 और अरहवासी का शुल्क 2100 रूपये रहेगा। 

बीमा के क्षेत्र में कैरियर निर्माण हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 से 21 जनवरी के लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 10 जनवरी 2022 निर्धारित है। इस प्रशिक्षण के लिए रहवासी शुल्क 3 हजार और अरहवासी का शुल्क 1400 रूपये रहेगा।

MP-Panchayat-Elections-नवीन-पंचायत -चुनाव-पूर्व-परिसीमन के आधार पर ही होंगे

सागर वॉच । 22 नवंबर 2021। राज्य निर्वाचन आयुक्त  बसंत प्रताप सिंह ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला कलेक्टर्स से राज्य शासन द्वारा जारी नवीन अध्यादेश के संबंध में चर्चा की।  उन्होंने बताया कि अध्यादेश के अनुसार पूर्ववर्ती परिसीमन निरस्त हो गया है । अब नवीन व्यवस्था में  ग्राम पंचायत/ जनपद पंचायत/ जिला पंचायत क्षेत्र का निर्वाचन उस परिसीमन एवं विभाजन के आधार पर किया जाना है, जो उनकी संबंधित अवधि की समाप्ति के ठीक पहले विद्यमान थे। 

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सागर जिले के कलेक्टर श्री दीपक आर्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल , सयुंक्त कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया ।

बी.पी. सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत/जनपद पंचायत/ जिला पंचायत क्षेत्र के प्रवर्ग उन्हीं प्रवर्गों के लिये आरक्षित बने रहेंगे, जैसे कि वे उनकी संबंधित अवधि की समाप्ति पर थे। अध्यादेश ऐसी ग्राम पंचायत/जनपद पंचायत/ जिला पंचायत क्षेत्र पर नहीं होगा, जो संबंधित पंचायतों के अंतिम निर्वाचन के बाद किसी नगरीय क्षेत्र में शामिल हो गये हैं।

श्री सिंह ने कलेक्टर से कहा कि जिला स्तर पर विकासखण्ड को इकाई मानते हुए यह जानकारी तैयार करें कि कितनी ग्राम पंचायतें नवीन परिसीमन में प्रभावित हुई हैं। नये परिसीमन के दौरान ग्राम पंचायतों की संख्या में कमी/वृद्धि होने अथवा सीमा क्षेत्रों परिवर्तन होने की स्थिति में ऐसी पंचायतों की विकाखण्डवार जानकारी तैयार करें।

ग्राम पंचायत के वार्डों का क्षेत्र यदि परिवर्तित हुआ, तो इसकी जानकारी भी तैयार करें। उन्होंने कहा कि पूर्व परिसीमन को आधार मानते हुए, जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत निर्वाचन क्षेत्रों में शामिल ग्राम पंचायतों की स्थिति अनुसार इन निर्वाचन क्षेत्रों का निर्धारण करें।

श्री सिंह ने कहा कि पूर्व परिसीमन एवं उसके बाद किये गये परिसीमन का मिलान कर ऐसी पंचायतों की विकाखण्डवार जानकारी तैयार करें, जिनके क्षेत्र/वार्ड की सीमा में परिवर्तन हुआ है। उन्होंने कहा कि यह जानकारी आगामी 25 नवम्बर तक राज्य निर्वाचन आयोग को भिजवाना सुनिश्चित करें।    

प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास उमाकांत उमराव ने नवीन अध्यादेश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अध्यादेश के अनुसार शीघ्र कार्यवाही करें। इस दौरान सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री बी.एस. जामोद, ओएसडी श्री दुर्गविजय सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे


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सागर वॉच। 22 नवंबर 2021@ समाचार संक्षेप 

म०प्र० शासन तकनीकी शिक्षा विभाग के तहत संचालित सहोद्रा राय शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में रिक्त सीटों पर प्रवेश संस्था स्तर की काउंसलिंग के माध्यम से 27, 29 एवं 30 नवंबर को किये जायेंगे । 

छात्र-छात्राएं अपने मूल प्रमाण पत्र लेकर उक्त तिथि में महाविद्यालय में उपस्थित होना होगा । संस्था स्तर पर प्रवेश के लिए 30 नवंबर तक वेबसाइट पर पंजीयन कराना होगा । सहोद्रा राय शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में कक्षा 10वीं एवं 12वीं उत्तीर्ण के विद्यार्थी आर्किटेक्चर एंड इंटीरियर डिजाइन, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेली कम्युनिकेशन, फैशन टेक्नोलॉजी एवं कक्षा 12वीं उत्तीर्ण मॉडर्न ऑफिस मैनेजमेंट ब्रांच में प्रवेश ले सकते है।  

प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी ऑनलाइन पंजीयन कराकर निर्धारित तिथि तक संस्था में प्रातः 10ः30 बजे से अपने अभिभावक के साथ मूल दस्तावेजों सहित प्रवेश हेतु उपस्थित हो सकेंगे। छात्र-छात्राओं को यदि पंजीयन में कोई समस्या आती है तो वे संस्था में आकर सम्पर्क कर सकते है अथवा 9340336528, 8770836393, 8770528393 पर सम्पर्क कर सकते हैं। प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया वेबसाइट  पर ही होगी। प्रवेश पूर्णतः मैरिट के आधार पर होंगे।             


समय पर सेवाएं नहीं देने पर
 सीईओ दण्डित 

म.प्र. लोक सेवाओं के प्रदाय की गारंटी अधिनियम-2010 के तहत निर्धारित समय-सीमा में सेवाएं न देने पर  कलेक्टर दीपक आर्य ने जिले के बण्डा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुरेन्द्र खरे पर 250 रूपये का अर्थदण्ड लगाया है।

अधिकृत जानकारी के मुताबिक यह अर्थदण्ड सामाजिक न्याय एवं निःशक्तजन कल्याण विभाग की राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के प्रदाय करने के एक प्रकरण का समय-सीमा में निराकरण नहीं करने पर 250 रूपये का लगाया गया है। कलेक्टर ने 3 दिवस के भीतर उक्त राशि वसूल कर मद में जमा कर चालान की प्रति कलेक्टर कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश  दिए है।                          

मोबाइल एप में देख सकेंगे मतदाता अपना नाम
 
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आगामी त्रि-स्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन हेतु मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए चुनाव मोबाइल एप को अद्यतन किया गया है। एप के माध्यम से मतदाता स्वयं मतदाता सूची में अपना नाम खोज सकेंगे। चुनाव मोबाइल एप को आयोग की वेबसाइट एवं गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप एंड्राइड प्लेटफार्म पर ही चलेगा । 

Gour-Utsav-2021-गौर-उत्सव-के-पहले-दिन-बही-काव्य-गंगा


सागर वॉच
21 नवंबर। गौर उत्सव के पहले दिन बही काव्य-गंगा ‘कुछ मन की, कुछ माटी की’ आयोजन में शिक्षकों ने सुनाईं कवितायें विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में ‘कुछ मन की, कुछ माटी की’ शीर्षक से शिक्षकों के काव्य पाठ का आयोजन संपन्न हुआ

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों में अपार प्रतिभाएं हैं, उनकी प्रतिभा के हर क्षेत्र का लाभ विश्वविद्यालय को मिलना चाहिए साथ ही शिक्षकों को भी अपनी प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिलना चाहिए. विश्वविद्यालय इसके लिए सबसे सुयोग्य स्थल है यह शिक्षकों का, शिक्षकों द्वारा और शिक्षकों के लिए किया गया आयोजन है

कहकशां हूँ मैं, सारे सितारे मुझमें.......बहता दरिया हूँ, सारे किनारे मुझमें.........
प्रो. नवीन कांगो ने गजल की प्रस्तुति दी और डॉ. गौर के जीवन-चरित्र पर कविता भी सुनाई. डॉ. राकेश सोनी ने माउथ ऑर्गन बजाते हुए गीतकार संतोष आनंद की रचना ‘इक प्यार का नगमा है.....महफ़िल में समां बांधा सपनों की इस नगरी में, कुछ सपने लेकर आई हूँ, शीर्षक से डॉ. वन्दना राजौरिया ने अपनी रचना का पाठ किया डॉ. पंकज तिवारी ने डॉ. गौर के अवदान पर केंद्रित कविता पाठ किया. कुलसचिव संतोष सोहगौरा ने महादानी डॉ. गौर पर स्वरचित कविता सुनाई
विश्वविद्यालय के शिक्षक-कवियों डॉ. पंकज तिवारी, प्रो. जी एल पुणताम्बेकर, डॉ. अफरोज, डॉ. अफरीन खान, डॉ. हिमांशु, डॉ. संजय कुमार, प्रो. दिवाकर सिंह राजपूत, डॉ. कालीनाथ झा, प्रो. बी.के. श्रीवास्तव, डॉ. ललित मोहन, डॉ. किरण आर्या, डॉ. शशि कुमार सिंह, डॉ. रामहेत गौतम, डॉ. नीरज उपाध्याय, डॉ. त्रिलोकी नाथ ने अपनी काव्य रचनाओं का पाठ किया

कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ प्रो. पीपी सिंह, प्रो. पी के कठल, कुलसचिव संतोष सोहगौरा और संयोजक प्रो. नवीन कांगो ने सभी शिक्षक-कवियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी और सागर शहर के अनेक गणमान्य नागरिक और पत्रकार बंधु उपस्थित थे. संचालन सह-संयोजक डॉ. राजेन्द्र यादव ने किया और डॉ. आशुतोष ने आभार ज्ञापन किया.


इसके अलावा गौर उत्सव के पहले दिन विद्यार्थियों ने शब्द, चित्र और रंगों से अपने मन के डॉ. हरीसिंह गौर को दर्शाया
गौरतलब है कि डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य एवं दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 152वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में 21 नवंबर से 26 नवंबर तक ‘गौर उत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है

पहले दिन महाविद्यालयीन और स्कूल के विद्यार्थियों ने डॉ. गौर की जीवनी और उनके पर केंद्रित निबंध और चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लिया यह दोनों प्रतियोगिताएं गर्ल्स डिग्री कॉलेज और एमएलबी स्कूल, सागर में आयोजित की गई थीं आयोजन के सह-संयोजक डॉ. राजेन्द्र यादव ने बताया कि दोनों प्रतियोगिताओं में सौ से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की. विश्वविद्यालय के शिक्षकों डॉ. अरविन्द कुमार और अरविन्द गौतम के निर्देशन में ये आयोजन संपन्न हुआ.

प्रतियोगिता स्थलों पर पहुँचकर कुलपति ने किया विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने प्रतियोगिता स्थलों पर पहुँचकर प्रतिभागी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया. इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव संतोष सोहगौरा और उपकुलसचिव सतीश कुमार मौजूद रहे.
22 नवंबर 2021 को आयोजित कार्यक्रम
मीडिया अधिकारी डॉ. विवेक जायसवाल ने बताया कि 22 नवंबर को पूरे दिन खेल-कूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है. सुबह 08.30 बजे से विश्वविद्यालय के शिक्षकों और अधिकारियों के बीच 20 ओवर का मैत्री क्रिकेट मैच होगा. 11.00 बजे से विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए कबड्डी प्रतियोगिता रखी गई है

इसी के स
मानांतर 11 बजे से ही विश्वविद्यालय के विद्यार्थी वालीबाल प्रतियोगिता में भाग लेंगे. 12.00 बजे से विश्वविद्यालय के महिला शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी तथा महिला क्लब के सदस्यों के लिए म्यूजिकल चेयर और दोपहर 01.30 बजे से ‘टग ऑफ़ वॉर’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. 22 नवंबर को आयोजित सभी प्रतियोगिताएं विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रांगण में संपन्न होंगी.

Gour-Utsav-2021-गौर-उत्सव-याद-रहा-डॉ-गौर-नहीं -युवाओं-ने-किया-दुग्ध-अभिषेक


सागर वॉच।
 डॉ. सर हरिसिंह गौर की जन्म जयंती को लेकर रविवार से विश्वविद्यालय ने गौर उत्सव की शुरुआत कर दी है, लेकिन प्रबंधन का ध्यान अब तक सर गौर  की प्रतिमा पर पर नहीं गया। जिन सर गौर के नाम पर पूरे सप्ताह के कार्यक्रमों की तैयारी कर रहा है उनकी विश्वविद्यालय में लगी प्रतिमा की धूल भी नहीं हटाई गई। 

हैरानी की बात यह है कि हर रोज सर गौर की प्रतिमा के सामने से ही कुलपति से लेकर तमाम जिम्मेदार अधिकारी निकल रहे हैं, लेकिन किसी का ध्यान सर गौर की प्रतिमा पर नहीं गया, इतना ही नहीं रविवार को इस संबंध में युवाओं ने प्रबंधन तक सूचना भी पहुंचाई इसके बाद भी किसी ने गौर नहीं किया।

प्रबंधन की यह लापरवाही देख रविवार दोपहर शहर के गौर प्रेमी युवा एकत्रित हुए और विश्वविद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने सर गौर की प्रतिमा की सफाई करते हुए दुग्धाभिषेक कर माल्यर्पण किया। युवाओं ने प्रबंधन को सद्बुद्धि देने के लिए डॉ. गौर से यह प्रार्थना की।

Gour-Utsav-2021-गौर-उत्सव-याद-रहा-डॉ-गौर-नहीं -युवाओं-ने-किया-दुग्ध-अभिषेक

इस अवसर पर कपिल स्वामी, डॉ. मनीष बोहरे,मधुर महाराज, जय मिश्रा, गुड्डू यादव, सुरेन्द्र गौतम, सुरेंद्र पांडे, हरिनारायण पांडे, दीपक स्वामी, नीलेश मिनू गौतम, गौरव पांडे, राहुल नगाइच, प्रेम पटेल, अतीश नेमा, जगदीश तिवारी सहित शहर के अन्य गौर प्रेमी युवा उपस्थित थे।

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सागर वॉच। मप्र के सबसे पुराने और पहले केंद्रीय विश्वविद्यालय के संस्थापक  डॉक्टर सर हरीसिंह गौर की जयंती पर  विश्वविद्यालय द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं जो लगातार एक हफ्ते तक चलेंगे। इस सिलसिले में विश्वविद्यालय प्रबंधन ने शनिवार को पत्रकार वार्ता के जरिये मीडिया को विस्तृत जानकारी दी। 

पत्रकार वार्ता में विश्विविद्यालय की कुलपति नीलिमा गुप्ता ने बताया कि विश्व विद्यालय के संस्थापक  डॉक्टर हरी सिंह गौर के जन्मदिवस 26 नवम्बर को उत्साह पूर्वक मनाने के लिए 21 नवम्बर से गौर सप्ताह शुरू हो रहा है। इस सप्ताह में पहले दिन महाविद्यालयीन और स्कूली विद्यार्थियों के लिए निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताएं के अलावा विश्वविद्यालयीन  शिक्षकों  के काव्य पाठ का  आयोजन भी किया जायेगा। 

प्रतियोगिता के दूसरे दिन खेलकूद प्रतियोगिताएँ, तीसरे व चौथे दिन लोकार्पण कार्यक्रम और गौर व्याख्यान माला, पांचवे दिन डॉक्टर हरी सिंह के जीवनवृत  का प्रदर्शन व डॉक्टर गौर परिसंवाद कार्यक्रम  और शाम को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया जायेगा ।

लेकिन इस आयोजन के सिलसिले में कुछ विषयों को लेकर आम जन में चर्चाएँ भी शुरू हो गयीं हैं जिनमें कुछ विसंगितियों की और ध्यान खींचा जा रहा है। अहम् चर्चा गौर सप्ताह के कार्यक्रमों के लिए विश्विद्यालय द्वारा जारी आमंत्रण  पत्र व साहित्य को लेकर है । कहा जा रहा है । आमंत्रण पत्र में सागर लोकसभा क्षेत्र के सांसद का नाम नहीं है । जबकि केंद्रीय विश्वविद्यालय के कार्य क्रमों में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर स्थानीय सांसद की गरिमामय उपस्थिति अपेक्षित मानी जाती  है 

वहीँ दूसरी और यह भी चर्चा है कि कार्यक्रम की आमंत्रण पत्र में   आमंत्रित अतिथियों के नाम के क्रम में उनके पदों की वरिष्ठता की लिहाज से विसंगति नजर आ रही है  यह आरोप लगाने वालों का तर्क है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय के  विजिटर चांसलर, कुलपति व  प्रदेश के राज्यपाल  के नियुक्ति  देश का राष्ट्रपति करता है। वहीं प्रदेश के मंत्रियों की   नियुक्ति  राज्यपाल करता है । विजिटर चांसलर भी  केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कार्यक्रमों  में राष्ट्रपति का प्रतिनिधि के तौर पर शामिल होता है

तीसरा मुद्दा  विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा पत्रकारों को डॉक्टर हरी सिंह गौर के जीवन के बारे   में वितरित जानकारी के अंग्रेजी प्रारूप में डॉ गौर के नाम की स्पेलिंग, प्रचलित और अधिकृत स्पेलिंग से अलग लिखी है  विविरण में Gour के स्थान पर GAUR लिखा गया है 

कुछ जानकारों  की नजर में किसी  केंद्रीय संस्थान के प्रमुख की  हैसियत से  प्रमुख विशेष    का  घर घर जाकर आमंत्रण देने भी  प्रोटोकॉल के अनुरूप नहीं बताया जा रहा है 


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सागर वॉच /20 नवम्बर 2021/ स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के घोषित किये गये परिणाम में सागर नगर निगम ने पिछले वर्षों की रैंकिंग में जबरदस्त सुधार लाते हुये देश के 1 लाख से 10 लाख तक की जनसंख्या वाले 372 शहरों में सागर 26 वॉं स्थान हासिल  किया है। इसके अलावा देश में 4320 शहर जिन्होने स्टार रेटिंग में भाग लिया इनमें से 299 शहर चयनित हुये उन शहरों में सागर नगर निगम ने भी अपना स्थान बनाया है। सागर अब वन स्टार सिटी है।

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में विभिन्न मानकों के अंतर्गत 6000 अंक निर्धारित किये गये थे जिसमें नगर निगम सागर को सेवा स्तर पर प्रगति  के अंतर्गत 2400 अंक में से 2072.12 अंक प्राप्त हुये, इसी प्रकार प्रमाणीकरण के अंतर्गत 1800 अंको में से 700 अंक एवं नागरिकता के लिहाज से  1800 अंकों में से 1409.28 अंक प्राप्त कर कुल 6000 अंकों में से 4181.40 अंक प्राप्त किये है।

विभिन्न मानकों के आधार पर दिये जाने वाले इन पुरूस्कारों में नगर निगम द्वारा जिस प्रकार वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निपटान करते हुये उससे खाद बनाना, अत्याधुनिक कचरा प्रंसस्करण प्लांट साथ ही सफाई एवं नाले नालियों को पक्का बनाने की दिशा में किये गये कार्य शहर सौन्दर्यीकरण के लिये पार्को का निर्माण के साथ ही गारवेज फ्री बनाने हेतु किये जा रहे प्रयास प्रमुख रहे हैं।

सांसद  राजबहादुरसिंह, नगर विधायक  शैलेन्द्र जैन, संभाग आयुक्त एवं प्रशासक मुकेश शुक्ल, कलेक्टर  दीपक आर्य एवं पूर्व कलेक्टर  दीपक सिंह के मार्गदर्शन में और निगम आयुक्त   आर पी अहिरवार के निर्देशन में लगातार शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में किये गये कार्य और उनकी निगरानी के परिणाम स्वरूप नगर निगम के अधिकारियो एवं सफाई मित्रों की कड़ी मेहनत और शहर के नागरिकों का सहयोग नगर निगम सागर को यह रैंक दिलाने में सहयोगी बना।


गौरतलब है  कि 4 साल पहिले यानि वर्ष 2017 में जन स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंिकंग जारी हुई तो उस समय देश 434 शहर शामिल हुये थे, जिसमें सागर नगर निगम को 23 वीं रैंक मिली थी लेकिन आने वाले वर्षो में इसमें शहरों की संख्या बढ़ाते हुये 2018 में 4203 शहर इस प्रतियोगिता में शामिल हुये जिसमें सागर नगर निगम को 46वीं रेंक हासिल हुई थी।

जबकि वर्ष 2019 में इसमें पिछले वर्ष के मुकाबले 34 और नये शहरों को शामिल करते हुये देश के कुल 4237 शहर को शामिल किया गया था जिसमें सागर नगर निगम को 48वीं रेंक प्राप्त हुई थी और ओ.डी.एफ. का दर्जा भी प्राप्त हुआ इसी प्रकार वर्ष 2020 में कुछ और शहरों को इस सर्वेक्षण प्रतियोगिता में शामिल करते हुये देश के कुल 4242 शहरों में सागर नगर निगम ने 43 वीं रैंक प्राप्त कर ओ डी एफ$$ का दर्जा प्राप्त किया।

इसी प्रकार वर्ष 2021 में इस स्वच्छता सर्वेक्षण प्रतियोगिता में 4320 शहर शामिल किये गये जिसमें देश के 1 लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले 372 शहरों में सागर नगर निगम ने पूर्व वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष अच्छा प्रदर्शन करते हुये देश में 26वीं रैंक प्राप्त की और स्टार रेटिंग हेतु चयनित 299 शहरों में स्थान पाकर वन स्टार रैकिंग में भी जगह बनायी है जो सागर शहरवासियों को खुशी की बात है।

इस प्रतियोगिता हेतु नगर निगम द्वारा शहर में विभिन्न प्रकार के कार्य किये।  जिनमें प्रमुखतः शहर की जनता की स्वच्छता के प्रति जागरूकता और उनका व्यवहार, कचरा को डोर-टू-डोर गीले और सूखे कचरे को वैज्ञानिक तरीके से प्रसंस्करण कर उससे खाद बनाना, शहर के शौचालयों की नियमित साफ सफाई एवं स्मार्ट शौचालयों का निर्माण अदि शामिल था ।


इसके अतिरिक्त शहर सौन्दर्यीकरण के तहत् विभिन्न पार्को का निर्माण तथा शहर ब्यूटीफिकेशन के अंतर्गत फब्बारों का निर्माण एवं पेबर ब्लाक लगाना, पॉलीथीन का उपयोग ना करने एवं मटका खाद बनाने के लिये जनता को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का काम किया गया ।

वहीं मुख्य बाजारों और भीड़ भीड़ के क्षेत्रों में अलग-अलग कचरा कलेक्शन हेतु कचरा पेटी लगायी गई, अनुपयोगी भवन सामग्री के निष्पादन हेतु प्लांट लगाकर उनसे पेबर ब्लाक तैयार करना, सेप्टिंक टेंकों की सफाई हेतु मशीनों का उपयोग संबंधी कार्य शामिल रहे। रात्रि में सड़कों की सफाई हेतु स्वीपिंग मशीन का उपयोग करना जैसे कार्य नगर निगम द्वारा आम जनता का सहयोग लेते हुये किये गये जिससे रैकिंग में सुधार आया ।

सागर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में मिली 26 वीं रैकिंग एवं स्टार रेटिंग में सागर शहर के शामिल होेने पर नगर विधायक  शैलेन्द्र जैन ने खुशी व्यक्त करते हुये कहा है कि देश के 1 लाख से 10 लाख की जनसंख्या वाले 372 शहरों में सागर शहर को 26वॉ स्थान मिला है और स्टार रेटिंग में भी 299 शहरों में सागर शहर शामिल हुआ है उसके लिये उन्होने नगर निगम आयुक्त आर पी अहिरवार एवं स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ.श्री राहुलसिंह को धन्यवाद दिया ।

उन्होंने कहा  कि अब शहर को लक्ष्य प्राप्त हुआ है कि स्टार रेटिंग में हमें आगे बढ़ना है और 3 स्टार रेटिंग के लिये नगर निगम के साथ-साथ जनता को भी सहयोग करना है ताकि हम टाप 10 शहरों में शामिल हो सकें।

संभाग आयुक्त एवं प्रशासक मुकेश शुक्ला एवं कलेक्टर दीपक आर्य ने सागर शहर को 1 स्टार रैटिंग मिलने पर नगर निगम आयुक्त श्री आर पी अहिरवार सहित स्वच्छता सर्वेक्षण कार्य में लगे सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित सफाई मित्रों को शुभकामनायें दी है।

नगर निगम आयुक्त आर पी अहिरवार ने अपने संदेश में इस उपलब्धि का श्रेय नगर निगम के स्वच्छता कार्य में लगे संपूर्ण टीम एवं सफाई मित्रों को देते हुये कहा कि लगातार उनकी मेहनत और लगन से किये गये कार्य के कारण ही आज हम देश में 26 वें  एवं मध्यप्रदेश में तीसरे नम्बर पर आये है और पहली बार नगर निगम को 1 स्टार वरीयता  भी प्राप्त हुई है।

News-In-Short-प्रदेश में बंद-हुआ-ऑनलाइन-कक्षाओं-का-संचालन

सागर वॉच।
 19 नवम्बर 2021 
  समाचार संक्षेप 


प्रदेश में बंद हुआ ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन

प्रदेश सरकार ने  सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में सत्र 2021 -22 की शैक्षणिक गतिविधियाँ के सिलसिले में  कक्षाओं के ऑनलाइन संचालन को बंद किये जाने के निर्देश जारी किये हैं । इसके चलते गुरूवार से विद्यार्थियों को कक्षाओं में भौतिक रूप से हाजिर होना पड़ेगा

उच्च शिक्षा विभाग द्वारा इस संबंध में जारी आदेश में कहा गया है कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के पूरी क्षमता से खुलने पर ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन बंद होगा। ऑफलाइन कक्षाओं का संचालन कर शत-प्रतिशत क्षमता के साथ पुस्तकालय एवं स्नातक, स्नातकोत्तर सभी कक्षाओं के लिए छात्रावास और मेस की व्यवस्था भी सुचारु रुप से चालू होगी।


  सेवादल ने जयंती पर याद किया वीरांगना लक्ष्मी बाई और इंदिरा गाँधी को 


शहर सेवादल ने गुरूवार को मोतीनगर चौराहे पर वीरांगना लक्ष्मीबाई की प्रतिमा को स्वच्छ कर उनके पुष्पांजलि अर्पित कर उनकी जयंती मनाई। झांसी रानी और इंदिरा गांधी अमर रहे के नारें लगाकर उनका स्मरण किया गया। 

इस मौके पर सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे ने कहा कि रानी लक्ष्मी बाई और देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा जी के बलिदान को यह देश कभी नही भूल सकता वो रानी लक्ष्मीबाई देश के स्वतंत्रता संग्राम  आंदोलन की प्रथम सेनानी थी, और इंदिरा गांधी विश्व की सबसे सशक्त महिला नेता थी । 



सागर की अस्मिता गजभिये बनीं पशुओं पर प्रयोग नियंत्रण समिति की सदस्य 

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के भैषजिक विज्ञान विभाग की प्रोफेसर अस्मिता गजभिये को मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम- 1960  के तहत  पशुओं पर प्रयोग के नियंत्रण और पर्यवेक्षण के प्रयोजनार्थ गठित समिति की सदस्य बनाया गया है 

प्रो. गजभिये मध्य प्रदेश की पहली महिला हैं, जिन्हें इस समिति में दूसरी बार सदस्य बनाया गया है। यह समिति ऐसे सभी उपाय सुनिश्चित करेगी जिसमें पशुओं पर प्रयोगों के प्रदर्शन से पहले, दौरान या बाद में अनावश्यक दर्द या पीड़ा न हो । 

 

Smart Work-विवि-मार्ग-के-सौदर्यीकरण-के-लिए-अधिकारीयों-ने-दिए-वृक्षारोपण-व-लाइटिंग-के-सुझाव

सागर वॉच। 16 नवंबर 2021।  26 नवंबर को डॉ. हरीसिंह गौर की जयंती है। इसी को ध्यान में रखकर स्मार्ट सिटी प्रबंधन की विश्वविद्यालय मार्ग  की तस्वीर तेजी से बदलने की कवायद जारी है । एक तरफ सडक निर्माण का काम चल रहा है, तो दूसरी तरफ पाथवे निर्माण हो रहा है। सेल्फी प्वाइंट और सिटिंग एरिया भी तेजी से आकार ले रहे हैं। मंगलवार को विधायक शैलेन्द्र जैन ने कलेक्टर सह अध्यक्ष एसएससीएल दीपक आर्य और सीईओ राहुल सिंह राजपूत के साथ विश्वविद्यालय सड़क का निरीक्षण किया। 

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इस दौरान निर्माणाधीन प्रत्येक काम का निरीक्षण किया गया। सडक पर डामरीकरण का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। पाथवे पर लगाए गए पेवर ब्लॉक का लेवल मिलाया जा रहा है। विधायक श्री जैन ने कहा कि सडक के आसपास जहां भी खाली जगह है, वहां प्लांटेशन कर सुंदरता बढाई जाए। सडक किनारे लगे पेडों पर और रिटेलिंग वॉल पर लाइटिंग करने का सुझाव भी उन्होंने दिया। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट लाइट के खंबों को भी सौंदर्यीकरण में शामिल करें। 

कलेक्टर सह अध्यक्ष एसएससीएल दीपक आर्य ने कहा कि सिटिंग एरिया में कोबल स्टोन लगाएं। इसके अलावा जहां-जहां भी इनका उपयोग किया जाए, सभी जगह एक जैसा पैटर्न रहे। उन्होंने कहा कि सडक किनारे पडने वाले मकान और दफ्तरों की निकासी के क्षेत्र में भी पाथवे पर पेवर ब्लॉक लगाएं, जिससे यह एक जैसा दिखे। सडक बनने के बाद पानी निकासी के छिद्रों का स्तर मिलाने के निर्देश भी उन्होंने दिए।

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इस दौरान सीईओ राहुल सिंह राजपूत ने कहा कि सभी कार्यों में ऐसी ही गति बनाए रखें, जिससे गौर साहब की जयंती के पूर्व यह सुंदर और सुविधायुक्त सडक बनकर तैयार हो जाए। पेडों पर रिफ्लेक्टर लगाएं। सिट आउट एरिया को सुंदर और सुगम बनाएं। इस दौरान सुप्रीटेंडेंट इंजीनियर


अजय शर्मा, एई श्री राज बाबू सिंह, एसई श्री राघव शर्मा, पीएमसी टीम लीडर संजय केडिया और निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि मौजूद थे।

Diwali-Meet-राजपूती-कंगन-भी-राजपूती-तलवार-के-जैसा-होता-है-ताकतवर


सागर  वॉच।
  राजपूती कंगन भी इतना ही शक्तिशाली है जितनी राजपूतानी तलवार, इस बात को बताते हुए केसरिया रॉयल राजपूताना जो की क्षत्रिय समाज की महिलाओं की सांस्कृतिक संस्था है का दीवाली मिलन कार्यक्रम आयोजित हुआ 

संस्था की संयोजक प्रीति सिंह ने बताया कि कार्यक्रम क्षत्रिय परम्परा के अनुसार शस्त्र पूजन के साथ शुरू हुआ  कार्यक्रम में क्षत्रियों में शस्त्र पूजन का ख़ास  महत्व है यह परम्परा संतान काल से चली आ रही है इसी सिलसिले में संस्था के सदस्यों द्वारा डॉक्टर पीएस  ठाकुर ऐवम डॉक्टर श्रेया ठाकुर जी को कोविड महामारी दौरान किए गए उनके मानवता पूर्ण कार्य के लिए कोरोना योद्धा का सम्मान दिया गया

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प्रीति सिंह, रितु सिंह , रितु बघेल, अंशु सिंह द्वारा परम्परागत परिधान पहन कर परम्पराग ततलवार  रास का प्रदर्शन किया  ऐवन महिलाओं द्वारा पारम्परिक घूमर करके उत्सव मनाया गया, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉक्टर पी एस ठाकुर ,लक्ष्मी ठाकुर शामिल हुए   जीतेन्द्र सिंह परिहार , अनुपम राजपूत, प्रणय सिंह, शिशिर सिंह ने अतिथि के रूप में शामिल होकर कार्यक्रम का गौरव बढ़ाया, कार्यक्रम का संयोजन  प्रीति सिंह ऐवम संचालन रितु सिंह द्वारा किया गया 

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Smart-Work-विवि-मार्ग-के-किनारे-बनी-नाली-की बीम पर ही बना दी रिटेनिंग दीवार

सागर वॉच
 विवि यूनिवर्सिटी रोड पुनर्विकास परियोजना  के अंतर्गत स्मार्ट सिटी सागर द्वारा तीन करोड़ रुपए की लागत से एक किलोमीटर और तीन सौ मीटर की सड़क के सौन्दर्यीकरण  एवं चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है, जिसमें नाली की बीम पर रिटेनिंग दीवार  बना दी गई है, जो कि सलाहकार कम्पनी के कहने पर की गई है। 

स्मार्ट सिटी की तकनीकी अमले की बात  माने तो उपरोक्त मार्ग पर विवि और नगर निगम और पीएचई की इतनी पाईप लाईने सड़क किनारे और अंदर बिछी  थी जिनको व्यवस्थित करने में ही समय लग गया. कछुआ गति से चल रहे काम को देखते हुए अब जिला प्रशासन और स्मार्ट सिटी के आला अफसर गौर जयंती के पहले काम पूरा करने के लिए  ठेकेदार को निर्देशित कर रहे हैं

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गौरतलब है कि पिछले साल नवम्बर  माह में स्मार्ट सिटी  द्वारा गौर भवन से विवि स्थित गौर प्रतिमा तक चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण हेतु कार्य शुरू करवाया गया था. जो कि कोरोना की दूसरी लहर और बारिश के चलते समय सीमा में शुरू भी नहीं हो सका था. लगभग 10 माह में भोपाल की निर्माण कंपनी को कार्य करके देना था।

उपरोक्त मार्ग पर स्मार्ट सिटी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से रिटेनिंग वॉल का निर्माण कराया गया है जो कि शुरू में तो नाली की बीम से हटकर बनाई गई, मगर आगे चलकर नाली की बीम पर ही बना दी गई है 

जब इस संबंध में ठेकेदार कंपनी से जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि कंसलटेंसी के कहने पर नाली की बीम पर ही वॉल का निर्माण कराया गया है, वहीं इंजीनियर की माने तो उनका मानना है कि विश्वविद्यालय द्वारा भी पूर्व में विवि के पीछे से रमझिरिया की ओर जाने वाली सड़क पर नाली की बीम पर ही वॉल का निर्माण कराया गया 

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विवि की गलती को ही आधार बनाकर स्मार्ट सिटी द्वारा आगे का काम गलत कराया जाए। चूंकि विवि की पहाड़ी से बारिश का पानी बहकर वॉल से टकरायेगा। वॉल के पीछे पहाड़ की मिट्टी और पत्थर भर दिए गए हैं. वहीं सड़क में पैचवर्क कार्य भी सीसी के द्वारा कराए जा रहे हैं। 

इस मार्ग पर पानी निकासी के लिए जो डक्ट  बनाई गई है। उसमें कई स्थानेां पर अभी से मुरम भरी है। साथ ही नाली निर्माण के लिए लगाया गया लोहा भी ५0 मीटर से अधिक खुला दिख रहा है। इस मार्ग पर तीन स्थानों पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाये जा रहे हैं। जिनमें से एक पूरा हो चुका है। दो अन्य स्थलों पर काम चल रहा है। कई बार इस सड़क का निरीक्षण कर चुके स्मार्ट सिटी के अधिकारी ड€क और रिटेनिंग वॉल के घाल मेल संबंधी मामले में कोई ठोस निर्णय नहीं ले पाई।

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इस मार्ग पर दीवार पर डॉ€टर गौर की जीवनवृāा को उकेरने संबंधी निर्देश के परिपालन में वाटर कलर से दीवारों को रंगने का काम शुरू हो गया है। कले€टर दीपक आर्य के निर्देश के बाद निर्माण एजेंसी पर गौर जयंती 26 नवम्बर से पहले इस सड़क को पूरा करने का दवाब है। उल्लेखनीय है कि लगभग 12 फुट नीचे दबी पाइप लाइन फटने से पिछले दिनों इसी मार्ग पर बने शौचालय का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।

इस मार्ग पर गौर मूर्ति के नजदीक वाले हिस्से में विवि के पुराने गेट तक फुटपाथ का एक हिस्सा भी क्षतिग्रस्त है। जिस पर भी निरीक्षण के दौरान अधिकारियेां ने कोई ध्यान नहीं दिया।


Nauradehi-Sanctuary--बुंदेलखंड-में-बाघों-के-कुनबे-में-शामिल-हुए-दो-नए-सदस्य


सागर वॉच।
 देश में 
टाइगर स्टेट के रूप में जाने वाले मध्य प्रदेश में बाघों की कुनबों दो और शावक शामिल हुए हैं 
। प्रदेश के सबसे बड़े अभ्यारण नौरादेही में दीवाली से एक दिन बाद एन -1 बाघिन को दो नए शावकों के साथ देखा गया । बताया जा रहा है कि इससे पहले भी यही बाघिन दो शावकों को जन्म दे चुकी है 

सागर के नौरादेही वनमंडल अधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा कराये जा रहे अनुश्रवण के दौरान पांच नवम्बर की सुबह बाघिन एन-1, 2 नन्हे शावकों (दूसरी बार जन्मे ) के साथ आराम करते देखी गईै। जिसकी पुष्टि स्वयं अनुश्रवण टीम द्वारा छाया चित्र ले कर की गई । 



टीम  के मुताबिक मादा और शावक स्वस्थ्य  अवस्था में पाए गए एवं आस पास के क्षेत्रों में निगरानी बड़ा दी गई है,इस खबर से  नौरादेही वन्यप्राणी अभ्यारण के समस्त टीम में काफी खुश है   

नौरादेही की वनमंडल अधिकारी ने बताया कि बाघिन को परेशान न करने के मकसद  से उसके ज़्यादा पास से देखने की कोशिश नहीं की गई है, और दूर से ही दो शावकों की ही पुष्टि की गई है, बाकी और अनुमानित शावकों की खोज की जा रही है एक संपूर्ण अभ्यारण में निगरानी बढ़ा ही गई है।