SAGAR WATCH/ सागर जिले के रहली तहसील स्थित नौरादेही वन्य-जीव अभ्यारण्य को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और भारतीय वन्य-जीव संस्थान द्वारा अपने वैज्ञानिक अध्ययन के बाद भविष्य में चीतों के लिये उपयुक्त क्षेत्र माना है।
SAGAR WATCH/ सागर जिले के रहली तहसील स्थित नौरादेही वन्य-जीव अभ्यारण्य को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और भारतीय वन्य-जीव संस्थान द्वारा अपने वैज्ञानिक अध्ययन के बाद भविष्य में चीतों के लिये उपयुक्त क्षेत्र माना है।
दिग्गी बोले-मंत्री गोविंद राजपूत ने गिरवाए दलितों के घर:
पीड़ितों के साथ दिया धरना,
मांगे पूरी करने के प्रशासन के लिखित आश्वासन के बाद उठे
SAGAR WATCH/ सुर्खी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रेपुरा में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह दलितों के मकान तोड़े जाने के विरोध में धरना दिया इस दौरान कलेक्टर दीपक आर्य एसपी अभिषेक तिवारी ने दिग्विजय सिंह की मांगों पर लिखित आश्वासन दिया तब धरना समाप्त हुआ प्रशासन ने वन विभाग के 2 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है
सागर के सुरखी में पीएम आवास योजना के तहत बने दलितों के घर पर बुलडोजर चलवाने को लेकर राजनीति गरमा गई है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर मकान तुड़वाने के आरोप लगाए है।
गुरुवार को वे पीड़ितों से मिलने पहुंचे। पूर्व सीएम ने जमीन पर बैठकर पीड़ितों की बात सुनी। उन्होंने पीड़ितों के लिए उचित मुआवजे के साथ ही प्लॉट और नए मकान बनने तक अस्थाई इंतजाम करने की मांग की।
दिग्विजय सिंह ने मौके पर ही अधिकारियों को भी फटकार लगाई। अधिकारियों के लिखित आश्वासन के बाद ही दिग्विजय सिंह धरने से उठे। इधर मामले में रेंजर लखन सिंह ठाकुर को सस्पेंड किया गया है।
सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के रैपुरा गांव में बुधवार को करीब 16 दलित और आदिवासी परिवारों के मकानों पर वन विभाग की टीम ने राजस्व और पुलिस विभाग के साथ अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर बुलडोजर चलवा दिया।
कार्रवाई की जानकारी जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लगी, तो उन्होंने ट्वीट कर इस कार्रवाई का विरोध किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निर्देश पर मकान गिराए गए, क्योंकि ये लोग मंत्री से डरते नहीं हैं।
लिखित आश्वासन मिलने पर ही जाऊंगा: दिग्विजय सिंह
पूर्व मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मांग की है कि जिनके मकान टूटे है, उनको सरकार मुआवजा के साथ ही प्लाट भी दे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना से राशि मुहैया कराई जाए। जब तक इनके रहने के पुख्ता इंतजाम न हो जाएं तब तक पीड़ितों के रहने के लिए अस्थाई इंतजाम किए जाएं।
पूर्व सीएम ने कहा जब तक ये मांगे पूरी करने का आश्वासन लिखित में नहीं दिया जाता, तब तक वे घटना स्थल से नहीं उठेंगे। कलेक्टर दीपक आर्य, एसपी अभिषेक तिवारी, डीफओ महेंद्र प्रताप सिंह मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने जमीन पर बैठकर दिग्विजय सिंह से बात की। बाद में अधिकारियों उन्हें मांगें पूरी करने का लिखित आश्वासन दिया।
मंत्री गोविंद सिंह ने की अफसरों से बात
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि मैंने दिग्विजय सिंह का ट्वीट देखा। उन्होंने कहा सुरखी विधानसभा क्षेत्र के कुछ मकान तोड़े गए हैं, जो कि दलितों के हैं। मैंने कलेक्टर, डीएफओ से बात की, तो डीएफओ ने बताया कि वह वन विभाग की जगह थी, तो अतिक्रमण हटाया गया है। मैंने कहा उनका सही नाप किया जाए फिर से देखा जाए। अगर उनके पास जगह नहीं है, तो उनको पट्टे दिए जाएं, उनको भी विस्थापित किया जाए
कई बार नोटिस दिए गए
दक्षिण वन मंडल के डीएफओ महेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि ग्राम रैपुरा में वन विभाग की भूमि से अतिक्रमण हटाया गया है। बुधवार को रैपुरा ग्राम में वन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग की कार्रवाई में वन भूमि पर अवैध रूप से काबिज लोगों का अतिक्रमण हटाया गया है।
करीब एक वर्ष से अतिक्रमण हटाने की प्रकिया चल रही थी। इन लोगों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 27 पी धारा भी दर्ज किया गया था। धारा सी का नोटिस भी दर्ज दिया गया था। कई बार नोटिस दिए गए, उन्हें स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया था।
इससे पहले मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बडे़ भाई और सागर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत भी रैपुरा गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से कहा- 'गरीबों के मकान टूट रहे और हमें पता नहीं चल पाया। दिग्विजय सिंह तक खबर पहुंच गई। तुम लोगों की सेटिंग तो नहीं?'
पीड़ित परिवारों का कहना है कि मंत्री के इशारे पर बारिश के मौसम में उनके सिर से छत छीन ली गई। ये मकान प्रधानमंत्री आवास योजना में बने थे। मध्यप्रदेश सरकार में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सुरखी से BJP विधायक हैं। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वह भी भाजपा में शामिल हो गए थे।
भाजपा नेताओं के मकानों पर बुलडोजर क्यों नहीं चल रहा ?
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा- 'शासकीय योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनते रहे, तब प्रशासन क्यों सोता रहा? क्या भाजपा के नेताओं के मकान शासकीय भूमि पर नहीं बने? उन पर बुलडोजर क्यों नहीं चला? यह गरीब अनुसूचित जाति के साथ घोर अन्याय है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।'
इनके घर गिराए गए
अन्नू महाराज, हरिकांत महाराज, संजू बैरागी, शीतल महाराज, चंद्रेश अहिरवार, शांतिबाई बलेन अहिरवार, शंभू अहिरवार, कमल अहिरवार, भूपेंद्र अहिरवार, चंदा रानी, रामू अहिरवार, हेमराज अहिरवार और दुष्यंत अहिरवार।
कमलनाथ बोले, सरकार अत्याचारी हो गई है
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, 'शिवराज सरकार ने दलित समुदाय के लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया है, इससे स्पष्ट है कि यह सरकार निरंकुश होने के साथ ही अन्यायी, अत्याचारी और अमानुषिक हो गई है।कांग्रेस पार्टी इस संकट की घड़ी में पीड़ित परिवारों साथ है। उन्हें हर कीमत पर न्याय दिलाकर रहेगी।'
बसपा सांसद ने कहा, शिवराज जी, यही है आपका दलित प्रेम
बसपा के नेशनल कोऑर्डिनेटर व राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने ट्वीट कर कहा, शिवराज जी, दलित और कुछ और गरीबों के लगभग 20 मकान आपने तुड़वा दिए। अब यह गरीब इस बरसात में कहां जाएंगे? क्या यही आपका दलित और गरीबों के प्रति प्रेम है? पचास साल से इनकी बसावट थी वहां पर। जवाब दीजिए यह लोग अब कहां जाएं। इंसाफ चाहिए।
पूर्व CM कमलनाथ ने भी दिग्विजय से चर्चा की
दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा, 'मैं रैपुरा पहुंचकर पीड़ित अनुसूचित जाति के साथ बैठकर चर्चा कर आगे की रूपरेखा तय करूंगा।' इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी दिग्विजय सिंह से चर्चा की है।
सागर जिले में स्थानीय नेताओं के दबाव में हो रही प्रशासन की कार्रवाइयों को लेकर कांग्रेस अब आर - पार की लड़ाई के मूड में है।
पीड़ित बोले- बिना नोटिस मंत्री के इशारे पर हुई कार्रवाई
स्थानीय रहवासी दशरथ अहिरवार और राजू अहिरवार ने कहा कि प्रशासन ने द्वेषभावना पूर्वक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर ये कार्रवाई की है। हमें कोई नोटिस नहीं दिया और न ही कोई सूचना दी।
एक तरफ मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि सबको पक्का मकान दिया जाएगा और दूसरी तरफ हम अनुसूचित जाति वर्ग के परिवारों के बने-बनाए मकान गिरा दिए हैं। बारिश के मौसम में छोटे-छोटे बच्चों और बुजुर्गों के सिर से छत छीन ली गई।
इस दौरान आनंद अहिरवार पूर्व विधायक सुनील जैन,प्रदेश प्रवक्ता संदीप सबलोक, भूपेंद्र सिंह मुहासा आशीष जोशी राम कुमार पचौरी विजय साहू राजा सेन पूर्व विधायक श्रीमती पारुल साहू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन मौजूद थे।
SAGAR WATCH/ नौरादेही अभयारण्य में तीन दिन पहले दो बाघों के बीच भयंकर झड़प हुई। लेकिंन इस जंग में का खामियाजा अभयारण्य के पहले बाघ किशन एन-2 को झेलना पड़ा। बाघ एन-3 से हुई लड़ाई में किशन बुरी तरह जख्मी हो गया था। उसके आंख व जबड़े में गहरा घाव था। जख्मी होने के बाद उसका इलाज किया जा रहा था, इस बीच शनिवार को सुबह पेट्रोलिंंग टीम को उसका शव जंगल में मिला। इस तरह नौरादेही के बाघों के कुनबे के सबसे उम्रदराज बाघ किशन का अंत हो गया है।
डीएफओ महेंद्र सिंह का कहना है कि किशन की मौत के बाद सभी अधिकारी जंगल पहुंच गए थे। पीएम के लिए जबलपुर से वेटरनरी कालेज से डाक्टर की टीम आई है। पीएम के बाद जंगल में ही बाघ का दाह संस्कार जंगल में किया गया।
श्री सिंह के मुताबिक छह साल में यह पहला अवसर है, जब बाघों में लड़ाई हुई हो। डीएफओ श्री सिंह का कहना है मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सामने आ पाएगी। वैसे प्रथम दृष्टया यह मामला किशन एन 2 एवं एन 3 के बीच हुई लड़ाई का लग रहा है।
सागर वॉच/ नौरादेही अभ्यारण से विस्थापित होने वाले निवासियों के लिए रहली विकासखंड के समनापुर में सर्व सुविधायुक्त कॉलोनी तैयार की जाएगी। जिसमें 300 से अधिक परिवारों को पट्टे प्रदान किए जाएंगे। कलेक्टर दीपक आर्य ने आज जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी क्षितिज सिंघल के साथ नौरादेही अभ्यारण के विभिन्न के ग्रामों के निवासियों के लिए स्थापित किए जा रहे स्थल का निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश दिए ।
कलेक्टर ने बताया कि विस्थापित हो रहे परिवारों की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो सके, इसके लिए समनापुर विस्थापन स्थल पर प्रशिक्षण केंद्र भी तैयार किया जा रहा है । जिसमें स्व-सहायता समूह का निर्माण कर महिलाएं अपने कामकाज प्रारंभ करेंगी । साथ ही प्रशिक्षण स्थल पर सिलाई, कढ़ाई, बड़ी, पापड़, चटाई बनाना सहित अन्य शिक्षण प्रदान किए जाएंगे।