NEWS IN SHORT-समाचार संक्षेप में
सागर 12 जनवरी 2022
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सागर 12 जनवरी 2022
टिम्बर मर्चेन्ट एशोसिऐशन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने विधायक शैलेंद्र जैन के नेतृत्व में रविवार को उद्योग मंत्री से मुलाकात की एवं उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
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विधायक शैलेन्द्र जैन को शनिवार को धर्मश्री से गुजरते वक्त दो ऑक्सिजन टैंकर दिखाई दिए । जिनमें एक टैंकर में भरी ऑक्सीजन दूसरे टैंकर में भरी जा रही थी। मामले को संदिग्ध मानते हुए विधायक जैन ने गाड़ी रोक कर पूछताछ की। ऑक्सीजन टेंकर कहां से लाये हो और एक से दूसरे टैंकर में ऑक्सीजन क्यों खाली कर रहे हो।
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इस पर टैंकर के ड्राइवर ने बताया कि बोकारो से ट्रेन के माध्यम से सागर आए हैं, और इनमें से एक टैंकर छतरपुर जाना है। जिसमें ऑक्सीजन शिफ्ट की जा रही है। परंतु ड्राइवरयह नहीं बता पाया कि उसे ऐसा करने के लिए किसने कहा है और न ही वह इस संबंध में कोई भी दस्तावेज दिखा पाया। इस मामले को अधिकारियों के ध्यान में लाने के लिए विधायक जैन ने तुरंत जिला पंचायत सीईओ व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को फोन लगाया, लेकिन किसी ने भी उन्हें फोन पर जवाब नहीं मिला। इस मामले में विधायक ने ऑक्सीजन चोरी की आशंका से भी इंकार नहीं किया।
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सागर में राजघाट के पानी व पालतू जानवरों आए कोरोना फैलने की आशंका जताई गई है, जिसके बाद राजघाट के पानी के सैम्पल लेकर वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं जिले के कुछ इलाकों में बकरियों व अन्य जानवरों को सर्दी होने व नाक बहने की सूचनाएं हैं। वैटनरी विभाग के माध्यम से इनके सैम्पल कराने के लिए कहा है।
सागर विधायक शैलेंद्र जैन व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने आशंकाएं जाहिर की थीं कि कहीं पानी में तो वायरस नहीं आ गया है। इसके चलते राजघाट बांध से क्लियर वाटर से एक लीटर पानी व नल से सप्लाई पानी का सैम्पल वायरोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा गया है। इसके अलावा विशेषज्ञों ने जानवरों में भी कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका जताई है। इसकी वजह जिले के कुछ इलाकों में पालतू बकरियों और अन्य मवेशियों को सर्दी-जुकाम होने व नाक बहने की जानकारी मिलने को बताया।
शेरों को कोरोना के बाद जताई गई आशंका
कोरोना के इंसान से इंसान के बीच तेजी से होतेे फैलाव नेे विशेषज्ञों को अलग तरीके सोचने पर मजबूर कर दिया है। बीते दिनों हैदराबाद के नेहरु जूलॉजिकल पार्क में 8 एशियाई शेरों को कोरोना वायरस की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद हड़कम्प मचा हुआ है। देश के सारे अभ्यारण्य को अलर्ट भेजा गया है। इधर हैदराबाद में ही बीते साल सीवर के पानी में कोरोना वायरस की मौजूदगी मिली थी। यह दावा सेंटर फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी की रिपोर्ट में किया गया था। जिसके बाद सीवरेज को ट्रीटमेंट किया गया था।
जहां एक ओर नगर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार का मानना है कि पानी में कोरोना वायरस नहीं होता है। राजघाट के पानी में इस तरह की आशंका नहीं है। शहर ।के सप्लाई होने वाला पानी पूरी तरह फिल्टर प्रक्रिया के बाद सप्लाई होता है।
वहीं शहर के विधायक शैलेन्द्र जैन का कहना है कि पानी में कोरोना वायरस व अन्य वायरस होने की रिसर्च हैं। जिस तेजी से वायरस फैल रहा है तो राजघाट व नलों के पानी कल एहतियात के तौर पर लैब में टेस्ट कराने भेजा था। शहरवासियों से जुड़ा मामला है, इसलिए हर शंका, आशंका पर नजर रखना जरूरी है। वैसे पानी में वायरस नहीं मिला है। यह राहत भरी खबर है।
विधायक का यह भी कहना है कि पानी व मवेशियों में कोरोना संक्रमण के मामले पहले सामने आ चुके हैं। जानवरों को सर्दी-जुकाम की खबरें भी हैं। वेटरनरी विभाग के माध्यम से इनके सैम्पल लेकर कोरोना की जांच करा रहे हैं। हमें कोरोना से निपटने में हर स्तर पर नजर रखना होगी।