Articles by "| Education |"
| Education | लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
Sagar Watch News

Sagar Watch News/
 विश्वविद्यालय के फार्मेसी विभाग में  "नो एब्यूज डे" मनाया गया जिसमें  विद्यार्थियों ने  वैचारिक स्वच्छता सर्वेक्षण प्रपत्र भरे और  माँ-बहन -बेटियों की गाली नहीं देने की शपथ ली। 

डॉ हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर के फार्मेसी विभाग में विश्वविद्यालय आंतरिक परिवाद समिति, एसोसिएशन ऑफ़ फार्मास्यूटिकल टीचर्स ऑफ़ इंडिया महिला विंग तथा वी क्लब सागर गोल्ड के संयुक्त तत्वाधान में कार्यस्थल पर महिला यौन उत्पीड़न तथा “वैचारिक स्वच्छता अभियान" मां बहन बेटी की गलियां बंद होना चाहिए, पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

इसी सिलसिले में  विश्वविद्यालय आंतरिक परिवाद समिति की सदस्य एवं वैचारिक स्वच्छता अभियान की संस्थापक डॉ वंदना गुप्ता ने 17 सितंबर "नो एब्यूज डे" को (गाली नहीं  दिवस )जनजागृति संकल्प दिवस पर विद्यार्थियों को जीवन में कभी भी “माँ बहन बेटी की गालियाँ” न देने की शपथ दिलाई।  साथ ही इस जन जागृति को सोशल मीडिया द्वारा  एक से दूसरे  तक श्रंखला   की भांति आगे बढ़ाने का विद्यार्थियों से आग्रह किया।
Sagar Watch News

Sagar Watch News/
विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा दिनेश कुमार मिश्रा को संगीत विषय में पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई l 
दिनेश ने अपना शोध कार्य डॉ प्रकाश कड़ोतिया, प्राचार्य लता मंगेशकर शासकीय संगीत महाविद्यालय, इंदौर के निर्देशन में शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, उज्जैन के कला संकाय से " पंडित रामाश्रय झा द्वारा रचित प्रमुख बंदिशों में सौंदर्य तत्व एवं रस की विवेचना का विश्लेषणात्मक अध्ययन " विषय पर पूर्ण किया है l 
वर्तमान में डॉ दिनेश कुमार मिश्रा गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छग) के फार्मेसी विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं l उनकी इस उपलब्धि पर श्री विनय मिश्रा, डॉ आदित्य दुबे, एवं उनके परिजनों नें हार्दिक शुभकामनायें प्रदान की हैं l
Sagar Watch News

Sagar Watch News/
 खंडवा जिले के खालवा में आयोजित जनजातीय छात्र प्रोत्साहन एवं सम्मान समारोह शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग योजना "आकांक्षा" की शुरुआत की, जिसमें वे जेईई, नीट, एम्स, क्लेट जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। 

यह सुविधा भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर जैसे प्रमुख शहरों में उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा, विदेश में अध्ययन के लिए जनजातीय छात्रों को छात्रवृत्ति योजना के तहत वित्तीय सहायता दी जा रही है। इस योजना के अंतर्गत पांच छात्रों को प्रतीक स्वरूप 2-2 लाख रुपये प्रदान किए गए। 

 डॉ. यादव ने कहा कि जनजातीय प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए हर जिले में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि गरीब परिवारों के बच्चे भी विदेश में पढ़ सकें। उन्होंने गरीब और जनजातीय वर्ग के बच्चों की शिक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। 

इस अवसर पर खण्डवा जिले के हरसूद और खालवा क्षेत्र की बालिकाओं के लिए नि:शुल्क बस सेवा भी शुरू की गई। मुख्यमंत्री ने लंदन में अध्ययन के लिए छात्र आशाराम पालवी को 35 लाख रुपये की छात्रवृत्ति और उनके माता-पिता को सम्मानित किया। समारोह में केंद्रीय जनजातीय राज्यमंत्री और प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री भी उपस्थित थे।
Sagar Watch news

Sagar Watch News/
भारतीय ज्ञान प्रणाली में शिक्षक की भूमिका वैदिक काल से महत्वपूर्ण रही है। शिक्षक केवल पाठ्यक्रम पढ़ाने तक सीमित नहीं, बल्कि छात्रों को भारतीयता और राष्ट्र सेवा के प्रति जागरूक करता है। वैदिक काल से ज्ञान का आदान-प्रदान गुरु के माध्यम से होता रहा है, और विद्यादान को सबसे श्रेष्ठ माना गया है। 'द ब्यूटीफुल ट्री' का उल्लेख करते हुए बताया गया कि भारत ने शिक्षक धर्म और कर्तव्य की अवधारणा को विश्व में स्थापित किया है। आज, विश्व के विभिन्न हिस्सों में भारतीय मूल के शिक्षक अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। 

यह विचार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व कुलाधिपति प्रो. बलवंतराय शांतिलाल जानी ने डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में शिक्षक दिवस पर्व 5 सितंबर के अवसर पर विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में ‘अध्यापक: धर्म, कर्म एवं मर्म’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान में अपने उद्बोधन के दौरान व्यक्त किये । 

इसी सिलसिले में कुलगुरु प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अध्यक्षीय वक्तव्य में कहा कि पहले शिक्षक की पहचान चाक और डस्टर से होती थी, लेकिन अब वे लैपटॉप और तकनीकी उपकरणों से युक्त  हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने शिक्षा को नया स्वरूप दिया है, जिसमें कौशल  और मूल्याधारित शिक्षा  शामिल हैं। 

कोरोना काल में शिक्षकों ने अपनी भूमिका निभाई और अब बहु कौशल युक्त और बहु आयामी  शिक्षकों की आवश्यकता है। तकनीक मानव संवेदना को नहीं समझ सकती, इसलिए शिक्षक-छात्र संबंध अनमोल हैं। शिक्षकों को 2047 तक नए भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभानी होगी और उनकी गुणवत्ता एवं संख्या में वृद्धि जरूरी है।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की सेवा से निवृत्त प्राध्यापकों प्रो. गिरीश मोहन दुबे , डॉ. ललित मोहन , प्रो. संजय कुमार जैन , तथा प्रो. एस. एच. आदिल को शाल, श्रीफल एवं अभिनंदन-पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया.शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रजनीश ने अभिनन्दन पत्र का वाचन किया. प्रो. अनिल कुमार जैन ने शिक्षा एवं शिक्षक पर केन्द्रित स्वरचित कविता का पाठ किया. 

 कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे.


Sagar Watch News

  • रोबोटिक अध्ययन से शिक्षक और छात्र के आत्मिक संबंध होंगे कमजोर  

Sagar Watch News/ शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में शिक्षक दिवस और डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर शिक्षक सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य की अध्यक्षता में इस कार्यक्रम में महाविद्यालय जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष मुख्य अतिथि रहे। 

कार्यक्रम में पूर्व प्राचार्यों और प्रोफेसरों का सम्मान किया गया। अतिथियों में डॉ. सुनीता भार्गव, डॉ. जी.एल. दुबे, डॉ. दिलीप चंद्र शर्मा, डॉ. वीणा शर्मा, और डॉ. निवेदिता मैत्रा मौजूद थे। विद्यार्थियों ने कविता और भाषण के जरिए शिक्षकों के प्रति आभार प्रकट किया। 

डॉ. सुनीता भार्गव ने कहा कि शिक्षक विद्यार्थी का मार्गदर्शक और भविष्य का निर्माता होता है, जबकि डॉ. दुबे ने शिक्षक को लक्ष्य प्राप्ति में सहायक बताया। डॉ. शर्मा ने भारतीय और पाश्चात्य शिक्षा प्रणालियों की तुलना की, जहां भारतीय शिक्षा प्रणाली को मूल्यपरक और रचनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। डॉ. वीणा शर्मा ने गुरुओं का आभार प्रतिदिन व्यक्त करने की बात कही। मुख्य अतिथि नितिन शर्मा ने शिक्षक परिवार से होने पर गर्व व्यक्त किया, जबकि प्राचार्य डॉ. सरोज गुप्ता ने गुरु के महत्व को रेखांकित किया।

Sagar Watch News

पं. रविशंकर शुक्ल शासकीय विद्यालय

पं. रविशंकर शुक्ल शासकीय विद्यालय की कक्षा 12वीं की छात्राओं ने शिक्षक दिवस पर कुछ नया करने की ठानी। उन्होंने अपने विषय शिक्षकों से पाठ्यक्रम लेकर पहली पारी में पठन-पाठन किया, जिसकी मॉनीटरिंग शिक्षकों द्वारा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन और छात्रा अमृता यादव द्वारा गुरुवंदना से हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य अनिल मिश्रा, एसबीआई के डिवीजनल मैनेजर हेमराज मिश्रा, क्षेत्रीय प्रबंधक रंजीत यादव और सेवानिवृत्त शिक्षक एम.एल. विश्वकर्मा मौजूद थे। वाद-विवाद, भाषण और निबंध प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसमें विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।

अनिल मिश्रा ने पुराने समय में शिक्षकों के प्रति विद्यार्थियों में अनुशासन और भय का उल्लेख किया, जो आज कम होता दिख रहा है। उन्होंने रोबोटिक शिक्षा प्रणाली पर भी विचार साझा करते हुए कहा कि भविष्य में रोबोटिक अध्ययन के दौरान शिक्षक और छात्र के आत्मिक संबंधों की कमी होगी। हेमराज मिश्रा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि सफलता के लिए एकाग्रता और लक्ष्यों का पालन आवश्यक है।

प्राचार्य डॉ. महेंद्र प्रताप तिवारी ने शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि जीवन के हर व्यक्ति से हमें कुछ न कुछ सीखने को मिलता है।

Sagar Watch news

Sagar Watch News/
म.प्र. लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित आगामी राज्य सेवा प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने वाले संभाग / प्रदेश के अनुसूचति जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के उम्मीदवारों हेतु परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र सागर में निःशुल्क परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा हैं। 

ऐसे उम्मीदवारों जो म.प्र. राज्य की अनुसूचित जाति / अनुसूचति जनजाति का वर्ग का सदस्य हो, जिनके परिवार की वार्षिक आय 6.00 लाख से अधिक न हो, आवेदक ने स्नातक परीक्षा न्यूनतम 55 प्रतिशत या अधिक अकों के साथ उत्तीर्ण की हो,न्यूनतम आयु 21 वर्ष व अधिकतम 35 वर्ष हो आवेदन जमा कर सकते हैं। 

प्रशिक्षण पूर्णकालिक हैं। अतः प्रशिक्षणार्थी किसी महाविद्यालय / पाठ्यक्रम में नियमित अध्ययनरत नही होना चाहिए । प्रवेश के समय टी. सी जमा करना अनिवार्य होगा, प्रशिक्षण का माध्यम हिन्दी होगा, अवधि 12 माह होगी, प्रशिक्षण अवधि में शिष्यवृत्ति देय होगी। 

प्रशिक्षण प्रारम्भ की सम्भावित तिथि 1 अक्टूबर 2024 है तथा आवेदन जमा करने की अतिम तिथि 25 सितम्बर 2024 है। उपरोक्तानुसार पात्र एवं इच्छुक उम्मीदवार अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र स्थायी निवासी प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साईज फोटो तथा अन्य आवश्यक शैक्षणिक अभिलेखों की छायाप्रतियों के साथ 25 सितम्बर 2024 तक व्यक्तिगत रूप से या डाक द्वारा परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण सागर में सम्पर्क कर सकते है। 

अधिक जानकारी के लिए मो. न. 9407541795 (प्राचार्य) पर सम्पर्क कर सकते है। अंतिम तिथि के बाद प्राप्त आवेदन पत्रों पर विचार नही किया जाएगा।