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Sagar Watch

SAGAR WATCH
/ मध्य प्रदेश के अपने तरह के प्रथम पत्रकार समागम और स्टेट मीडिया सेंटर के शिलान्यास अवसर पर मध्य प्रदेश के पत्रकारों के हित में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने की अहम घोषणाएं* * मध्य प्रदेश में महिला विकास एवं कल्याण के कार्यों पर अध्ययन करने के लिए माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय एवं संस्थान द्वारा जनसम्पर्क विभाग के सहयोग से प्रतिवर्ष 5 महिला पत्रकारों को फैलोशिप दी जाएगी। * प्रदेश में अब 1 महीने के अंतराल से हर छोटे समाचार-पत्र को विज्ञापन देने की व्यवस्था की जाएगी। * प्रदेश के 70 साल से अधिक की आयु वाले वरिष्ठ पत्रकारों को स्थायी अधिमान्यता कार्ड दिया जायेगा। *जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों को वरिष्ठ पद के प्रभार के आदेश जारी किए जा रहे हैं। *सहायक संचालक पद पर कार्य कर रहे अधिकारियों को जो वेतन वृद्धि देय है उसके भी आदेश जारी किए जा रहे हैं।


Sagar Watch Mp Tiger state

सागर वॉच /
 मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि देश में सर्वाधिक 785 बाघ मध्यप्रदेश में है, जिनकी वजह से प्रदेश को यह गौरव पुन: मिला। मध्यप्रदेश एक बार फिर टाइगर स्टेट बन गया है। वन विभाग और वन्य-प्राणियों की सुरक्षा में लगे सभी लोग बधाई के पात्र हैं, वन्य-प्राणियों की सुरक्षा का कार्य अत्यंत मेहनत और परिश्रम का है। समुदाय के सहयोग के बिना वन्य-प्राणियों की सुरक्षा संभव नहीं है। मध्यप्रदेश टाइगर स्टेट के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी अग्रणी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। अपर मुख्य सचिव वन श्री जे.एन. कंसोटिया, वन बल प्रमुख श्री रामेश कुमार गुप्ता, वरिष्ठ वन अधिकारी, वाईल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य तथा वन और वन्य-प्राणी प्रेमी उपस्थित थे।

    चार वर्षों में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हुई

  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि "अत्यंत हर्ष की बात   है  कि हमारे प्रदेशवासियों के सहयोग और वन विभाग   के    अथक प्रयासों के फलस्वरूप, चार वर्षों में हमारे   प्रदेश   में जंगल के राजा बाघों की संख्या 526 से   बढ़कर 785 हो गई है। मैं पूरे प्रदेश की जनता को,   वन    एवं वन्य-प्राणियों के संरक्षण में उनके सहयोग   के लिये ह्रदय से धन्यवाद और बधाई देता हूँ। आइये   हम सब मिलकर अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर   भावी पीढ़ियों के लिये प्रकृति संरक्षण का पुन: संकल्प   लें।''



मध्यप्रदेश तेंदुआ और घड़ियाल स्टेट भी है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि टाइगर स्टेट के साथ-साथ मध्यप्रदेश तेंदुआ और घड़ियाल स्टेट भी है। गिद्ध और भेड़ियों की संख्या में भी हम आगे हैं। गिद्धों को पुर्नस्थापित करने की हमारी कोशिशें लगातार जारी हैं। प्रदेश में इंसान की जिंदगी बेहतर बनाने के साथ-साथ वन्य-प्राणियों का अस्तित्व बनाये रखने का अभियान लगातार जारी रहेगा। वन्य-प्राणियों के अस्तित्व को बनाए रखने का कार्य वनवासियों के सहयोग से ही संभव है। प्राणियों के संरक्षण के लिए पर्यावरण संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है।


छायाचित्र प्रदर्शनी और वन्य-प्राणियों पर आधारित फिल्मों का प्रदर्शन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने म.प्र. के बाघों की छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदेश में बाघ संरक्षण पर सतपुड़ा टाइगर रिजर्व पर केन्द्रित फिल्म दिखाई गई। मुख्यमंत्री ने फिल्म के कलाकारों को स्मृति-चिन्ह प्रदान किए।

 

भारत में बाघों की संख्या (2006-2022)

राज्य

बाघ जनसंख्या

 

2006

2010

2014

2018

2022

शिवालिक पहाड़ी और गंगा क्षेत्र

बिहार

10

8

28

31

54

उत्तराखंड

178

227

340

442

560

उत्तर प्रदेश

109

118

117

173

205

कुल

297

353

485

646

819

मध्य भारत और पूर्वी घाट

आंध्रप्रदेश

95

72

68

48

63

तेलागंना

-

-

-

26

21

छत्तीसगढ़

26

26

46

19

17

झारखंड

 

10

3

5

1

मध्यप्रदेश

300

257

308

526

785

महाराष्ट्र

103

168

190

312

444

ओडिशा

45

32

28

28

20

राजस्थान

32

36

45

69

88

कुल

601

601

688

1033

1439

पश्चिमी घाट क्षेत्र

गोवा

-

-

5

3

5

कर्नाटक

290

300

406

524

563

केरला

46

71

136

190

213

तमिलनाडु

76

163

229

264

306

कुल

402

534

776

981

1087

उत्तर पूर्व पहाड़ और ब्रह्म्पुत्र मैदानी क्षेत्र

अरूणांचल प्रदेश

14

 

28

29

9

असम

70

143

167

190

227

मिजोरम

6

5

3

0

0

नागालैड

-

-

-

0

0

पश्चिम बंगाल

10

-

3

 

2

उत्तर पूर्वी पहाड़ और ब्रह्म्पुत्र

100

148

201

219

236

सुन्दर वन

 

70

76

88

101

 

उत्कृष्ट कार्य के लिए वन विभाग के कर्मचारियों का सम्मान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वन विभाग के शासकीय सेवकों को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए। वन विभाग के कर्मचारियों को सरवाइवल किट भी दी गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान को स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।

ई-टिकटिंग और मोबाइल एप का शुभारंभ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल के ई-टिकटिंग एवं मोबाइल एप का शुभारंभ भी किया। इस एप से पर्यटकों को अब घर से ही ऑनलाइन टिकिट बुक करने की सुविधा मिलेगी। एप पर वन विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध रहेगी।

प्रकाशनों का विमोचन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय वन्य-प्राणी कॉन्फ्रेंस की रिपोर्ट, स्टेट वाईल्ड लाइफ एक्शन प्लान तथा फिफ्थ बर्ड्स सर्वे रिपोर्ट ऑफ गांधी सागर वाईल्ड लाइफ सेंचुरी (मंदसौर) सहित तीन पुस्तक का विमोचन किया।

Sagar Watch

सागर  06 जुलाई 2023/
 किसानों को कृषि उपज विपणन के क्षेत्र में अभिनव कदम उठाते हुए मोबाईल एप के माध्यम से अपनी कृषि उपज का विक्रय अपने घर, खलिहान, गोदाम से कराने की सुविधा प्रदान की गई है। 

सर्वप्रथम किसान अपने एंड्राइड मोबाईल (Android Mobile) पर प्ले स्टोर (Play Store) में जाकर मंडी बोर्ड भोपाल का मोबाईल एप  MP FARM GATE APP डाउनलोड (download) करना होगा तथा एप इंस्टाल कर कृषक पंजीयन पूर्ण करना होगा। फसल विक्रय के समय किसानों को अपनी कृषि उपज के संबंध में मंडी फसल, ग्रेड-किस्म, मात्रा एवं वांछित भाव की जानकारी दर्ज करना होगा।

किसानों द्वारा अंकित की गई समस्त जानकारियां चयनित मंडी के पंजीकृत व्यापारियों को प्राप्त हो जाएगी तथा प्रदर्शित होगी। व्यापारी द्वारा फसल की जानकारी एवं बाजार की स्थिति के अनुसार अपनी दरें ऑनलाइन दर्ज की जाएगीं, जिसका किसान को एप में मैसेज प्राप्त होगा। 

जिसके उपरांत आपसी सहमति के आधार पर चयनित स्थल पर कृषि उपज का तौल कार्य होगा। कृषि उपज का तौल कार्य होने के बाद ऑनलाइन सौदा पत्रक एवं भुगतान पत्रक जारी किया जाएगा और शासन, मंडी बोर्ड के नियमानुसार नगर या बैंक खाते में भुगतान किया जाएगा। इस प्रकार किसान  MP FARM GATE APP  मोबाईल एप (Mobile App) के माध्यम से मंडी में आए बिना अपने घर, गोदाम, खलिहान से भी अपनी कृषि उपज का विक्रय कर सकते हैं।

इस एप से किसान प्रदेश की मंडियों में विक्रय की जाने वाली उपजों के दैनिक भाव की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। किसानों से इस एप (App) को अपने एंड्राइड मोबाईल (Android Mobile) में इंस्टाल (Install) कर राज्य शासन एवं मंडी बोर्ड की इस अभिनव पहल का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की गई है।

BYAJ MAFI YOUJNA-प्रदेश में किसानों का  दो हजार करोड़ से ज्यादा राशि का ब्याज माफ़

SAGAR WATCH/
 मध्यप्रदेश के दो लाख रू. तक के ऋण वाले 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों की ब्याज की राशि माफ करने की योजना का मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सागर जिले से शुभारंभ किया। योजना से किसानों का 2123 करोड़ रू. का ब्याज माफ होगा। सागर के प्राथमिक सहकारी साख समिति केरबना के दो किसानों पंचमलाल और जुगरेन्द्र झल्लू का आवेदन भरकर मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना का उन्होंने शुभारंभ किया। 

योजना के तहत जिला सहकारी केन्द्रीय बैंको से संबध्द प्राथमिक कृषि साख समितियों के दो लाख रू. तक के फसल ऋण वाले डिफाल्टर किसानों के ब्याज की राशि माफ की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि ब्याज माफी की इस राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाएगा। सागर जिले के 51 हजार 910 किसानों के ब्याज की राशि 76 करोड़ 79 लाख रू. माफ की जाएगी। माफ किए गए ब्याज की प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा की जाएगी।

इस अवसर पर सहकारिता, लोक प्रबंधन एवं सागर जिले के प्रभारी मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, लोक निर्माण मंत्री, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री, राजस्व एवं परिवहन मंत्री, सागर सांसद , नरयावली विधायक, बीना विधायक, संभागायुकत, पुलिस महानिरीक्षक , पंजीयक सहकारी संस्थाएं, सागर कलेक्टर, सागर पुलिस अधीक्षक, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक, उपायुक्त सहकारिता और बडी संख्या में किसान उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के समय वर्ष 2018 में ऋणमाफी की उम्मीद में हजारों किसान बकायादार  हो गए और खाद बीज लेने से वंचित हो गए। ऐसे दो लाख रू. तक के फसल ऋण वाले किसानों की पीडा को राज्य सरकार ने समझा है और ब्याज माफी का निर्णय लिया है। 

आज से प्रदेश की करीब साढे़ चार हजार समितियों में ब्याज माफी के आवेदन भरने का कार्य शुरू हो गया है। ब्याज माफी से किसान खाद बीज के लिए पात्र हो जाएंगे और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शून्य प्रतिशत का मतलब किसान से राशि नहीं लेना है, पर इस राशि की भरपाई सरकार द्वारा की जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार किसानों की सरकार है और हर दुख दर्द में किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग योजनाओं के अंतर्गत किसानों के खातों में 2 लाख 31 हजार 322 करोड़ की राशि किसानों के खातों में डाली गई है। इनमें बिजली की सब्सिडी, फसल बीमा योजना की प्रीमियम राशि, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण की राशि, किसान सम्मान निधि, सोलर पंप सब्सिडी आदि शामिल है।  

कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया ने कहा कि पूर्व सरकार की कर्ज माफी की घोषणा के कारण किसान डिफाल्टर हो गए और उन्हें खाद, बीज न मिलने से परेशानी होने लगी थी। किसानों की परेशानी को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने समझा और केबिनेट में फसल ऋण के कर्ज माफी का निर्णय लिया। 

उन्होंने बताया कि प्रदेश में 11 लाख से अधिक किसानों के फसल ऋण ब्याज की करीब 2200 करोड़ की राशि का भुगतान राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। सागर जिले के 52 हजार किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सोसाइटी किसानों की अंश पूंजी से बनती है और जितनी राशि के ऋण माफ किए जाते है उतनी ही राशि का भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है।

कार्यक्रम में कृषक ब्याज माफी योजना के शुभांरभ के अवसर पर बताया गया कि योजना अंतर्गत किसान श्री जुगरेन्द्र झल्लू  40 हजार 303 रू. और श्री पंचमलाल का 8 हजार 782 रू. की ब्याज की राशि माफ हो जाएगी।

State Level Sports Meet-प्रतियोगिता में आठ सौ से ज्यादा खिलाडी होंगे शामिल

सागर वॉच/
 
18 से 22 नवंबर तक आयोजित होने वाली 66 वी. राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने निर्देश दिए कि सागर में 800 से अधिक खिलाड़ी एवं उनके कोच एवं शिक्षक अतिथि के रूप में आ रहे हैं उनकी व्यवस्थाओं के लिए समस्त आवश्यक मूलभूत सुविधाएं की व्यवस्थाएं विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं उनके अधीनस्थ को दिए गए हैं सभी अपने अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी एवं शिद्दत के साथ करें। 

उन्होंने निर्देश दिये कि सर्वप्रथम आवासी स्थलों के समिति सदस्य एवं संयोजक भौतिक सत्यापन करें और प्रमुख रूप से यह देखें कि शौचालय, पेयजल क्या व्यवस्था है। उन्होंने निर्देश दिए कि इसी प्रकार शीत ऋतु को देखते हुए गर्म पानी की व्यवस्था एवं रजाई की व्यवस्था भी की जावे। 

उन्होंने निर्देश दिए कि खेल स्थल पर एवं आवास स्थलों पर डॉक्टर पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस के साथ पूरे समय मौजूद रहेंगे। इसी प्रकार सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
कलेक्टर श्री आर्य ने निर्देश दिए कि प्रतियोगिता के उद्घाटन एवं समापन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार खिलाड़ियों को स्टेशन, बस स्टैंड से आवास स्थल तक एवं आवास स्थल तक लाने ले जाने के लिए परिवहन विभाग के माध्यम से बसों की व्यवस्था की जाए।

सभी अधिकारी अपने दिए गये दायित्वों का निर्वहन पूरी शिद्दत के साथ करें जिससे 18 नवंबर से आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता निर्विघ्न एवं शांतिपूर्ण रूप से संपन्न की जा सके ।

उक्त निर्देश कलेक्टर दीपक आर्य ने 18 नवंबर से आयोजित होने वाली 66 वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता की तैयारियों के संबंध में आयोजित समस्त विभागों के अधिकारियों की बैठक के अवसर पर दिए।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक तरुण नायक जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री क्षितिज सिंघल जिला शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक, सहायक संचालक अरविंद जैन, खेल अधिकारी संजय दादर, विकास खंड शिक्षा अधिकारी रेनू परस्ते, सुधीर तिवारी, राजीव तिवारी,  मनोज तिवारी, टी.एन. मिश्रा, मनोज अग्रवाल, महेंद्र सिंह सहित समस्त समितियों के संयोजक एवं सदस्य मौजूद थे।

श्री तरुण नायक ने कहा कि समस्त आवासी स्थलों एवं खेल स्थल की सुरक्षा व्यवस्था हेतु आवश्यक सुरक्षा बल तैनात किया जाएगा उन्होंने कहा कि इसी प्रकार खिलाड़ियों के आवागमन के लिए भी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है जिसमें भी सुरक्षा हेतु बल तैनात किया जाएगा ।

जिला शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक ने समीक्षा बैठक में  बताया कि प्रतियोगिता में जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, नर्मदा पुरम आदिवासी विकास, सागर, शहडोल, इंदौर, उज्जैन, भोपाल संभागों के लगभग 800 से अधिक प्रतियोगी भाग लेंगे ।

श्री पाठक ने बताया कि बालक वर्ग की आवास व्यवस्था ईमानुएल हिंदी, अंग्रेजी माध्यम स्कूल, स्वीडिष मिशन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, शासकीय हाई स्कूल गोपालगंज, जैन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं तक्षशिला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में की गई है जबकि बालिका वर्ग के लिए महारानी लक्ष्मीबाई विद्यालय बस स्टैंड, शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, वात्सल्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल एवं आर्य कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में की गई है। 

जिला शिक्षा अधिकारी श्री पाठक ने बताया कि प्रतियोगिता को संपन्न कराने के लिए प्रतियोगिता संचालन समिति नियंत्रण समिति प्रचार प्रसार समिति सुरक्षा व्यवस्था अनुशासन समिति उद्घाटन समापन सांस्कृतिक समारोह समिति आवास व्यवस्था समिति स्वल्पाहार समिति चिकित्सा समिति भोजन जांच एवं व्यवस्था समिति यातायात समिति क्राय कंट्रोल रूम कार्यालय में पंजीयन समिति एवं वित्त समिति का गठन किया गया है एवं आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।