Religion and Society- परिवार में प्रेम बढ़ाना है तो संस्कार बनायें रखें -कथावाचक प्रदीप मिश्रा

 


सागर वॉच। चर्चित कथा वाचक और संत पण्डित प्रदीप मिश्रा सीहोर वालो का कहना है कि परिवार में यदि एकजुटता व प्रेम बढ़ाना है तो संस्कार बनाए रखें। शिवमहापुराण कथा के दौरान भी संस्कार की बात कही गई है कि घर का वातावरण कैसा होना चाहिए क्योंकि भगवान शंकर का परिवार भी एक वैवाहिक परिवार है। 

यह विचार कथा वाचक पण्डित प्रदीप मिश्रा ने श्री शिव पुराण कथा के यजमान  रामबाबू केशरवानी के निवास पर मीडिया से चर्चा के दौरान कही उन्होंने समाज में एक-दूसरे धर्म के प्रति कट्टरवादिता बढ़ने से जुड़े सवाल पर कहा कि भगवत स्मरण की ओर बढ़ें। सनातन धर्म के प्रति लोगों के रुझान घटने से ऐसी घटनाओं में इजाफा हुआ। 

इसी के चलते वर्तमान में सनातन धर्म के प्रति एक बार फिर लोग आगे आए हैं और भगवान का स्मरण, वेद, पुराणों की कथा हो रही है और सनातन धर्म कहता है कि सबसे प्रेम करें।

संत पण्डित प्रदीप मिश्रा ने समाज में अपराधिक घटनाओं के बढ़ने के सवाल के जवाब में कहा  कि बढ़ते अपराधों और अनैतिकता पर सरकार लगाम नही लगा सकती है। इन्हें अच्छे धार्मिक संस्कार ही रोक सकते है। 

उन्होंने कहा कि बच्चे वो ही करते हैं जैसे संस्कार माँ बाप उन्हें देते हैं वो कहते हैं यदि घर में गीता का पाठ होगा तो उस बच्चे को अदालत में उस बच्चे को गीता में हाथ रखकर कसम नहीं खाना होगी।  उन्होंने कहा कि हमारे संस्कार और सनातन धर्म से ही देश में लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं काे रोका जा सकता है। 

धार्मिक मुद्दों की बहस में हो जानकार शामिल

वहीं टीवी चैनलों और अन्य मीडिया में धार्मिक मुद्दों पर होने वाली बहसों में राजनीतिको के शामिल होने के मामले में पण्डित प्रदीप मिश्रा का कहना है कि इन बहसों में धर्म के जानकार लोग  शामिल हो और चर्चा करे तो सार्थक नतीजे सामने आएंगे।

सागर के पटकुई में ओम शिव महापुराण की कथा का वाचन कर रहे कथावाचक  पण्डित मिश्रा ने कहा कि टीवी चैनलों में जो राजनीतिक या अन्य व्यक्ति किसी भी मुद्दे में बहस करते हैं उनकी सोच अलग-अलग होती है और वह मुद्दे भी अलग-अलग रखते हैं 

यदि धार्मिक विषयों पर  किसी प्रकार की बहस करना है तो संत, महात्मा या दूसरे वर्ग के लोग वेद और पुराण को सामने रखकर व उसके प्रमाण के अनुसार ही अपनी बात रखें। यदि दूसरे पक्ष को भी कुछ कहना है तो वह भी अपने कुरान व अन्य धार्मिक ग्रंथों के आधार पर ही कहे। अनावश्यक बयानबाजी से किसी भी वर्गाें के बीच स्थिति नहीं बिगड़ेगी, बल्कि जीवन का आनंद प्राप्त होगा। 



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Sagar Watch

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