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Corruption-भ्रष्टाचार के आरोप में आधा  दर्जन जनपद पंचायत सचिव निलंबित

सागर वॉच/
 जनपद पंचायत बण्डा में पूर्व में किए गए कार्यों में  वित्तीय अनियमितताओं के मामले में जिला पंचायत सीईओ ने लोकायुक्त कार्यालय ,भोपाल में दर्ज प्रकरण क्रमांक 433/2020 विरुद्ध सुरेंद्र खरे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बण्डा की  कमिश्नर कार्यालय, सागर संभाग द्वारा गठित जांच समिति के प्रतिवेदन पर जनपद पंचायत के 6 सचिव निलंबित।  

ग्राम पंचायत मझगुंवा में वर्तमान में पदस्थ ग्राम पंचायत जमुनिया के सचिव धनप्रसाद तिवारी के विवरण में ग्राम पंचायत अंतर्गत एलईडी लाइट कार्य पूर्ण होने की दिनांक 22.7.2019 एवं व्यय राशि 4,01,148 रुपए दर्ज है, जबकि मौका स्थल पर कार्य नहीं कराया गया । सचिव श्री तिवारी को राशि रुपए 4,01,148 की वित्तीय अनियमितताओं करने का दोषी पाये गए। 

दूसरी ग्राम पंचायत सहावन के तत्कालीन वर्तमान ग्राम पंचायत गडर में पदस्थ सचिव भूपेन्द्र सिंह ने परफारमेंस ग्रांट की राशि 8 लाख रुपये एलईडी लाइट के स्वीकृत कार्य के विरुद्ध जांच के दौरान लाइट में से मात्र 44 एलईडी लाइट पाई गई, शेष लाइट न तो मौके पर और न ही ग्राम पंचायत के स्टोर मैं पाई गई ।सचिव भूपेंद्र सिंह को राशि 1.32 लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता करने का दोषी पाया गया। 

तीसरी ग्राम पंचायत जमुनिया के तत्कालीन एवं वर्तमान छापरी में पदस्थ ग्राम पंचायत सचिव रामकिशोर गर्ग ने 14 वें वित्त आयोग से राशि 4.30 लाख एवं परफारमेंस ग्रांट की राशि 4 लाख रुपये एलईडी लाइट के स्वीकृत कार्य के विरुद्ध जांच के दौरान एक चैट लाइटर में से मात्र 38 एलईडी लाइट पाई गई ,शेष लाइट न तो मौके पर और न ही ग्राम पंचायत के स्टोर में पायी गई। सचिव श्री गर्ग को राशि रुपये 1.90 लाख की वित्तीय अनियमितता करने का दोषी पाया गया । 

चौथी ग्राम पंचायत बम्होरीखुर्द के तत्कालीन एवं वर्तमान ग्राम पंचायत बरा के सचिव तुलसीराम अहिरवार ने वर्ष 2019 - 2020 एवं वर्ष 2020- 2021 ने स्वीकृत किए गए प्रधानमंत्री आवास में से जो आवास विभिन्न कारणों से अपात्र किए गए थे, उन अपात्र हितग्राहियों को आवास स्वीकृत किया जाकर शासन को राशि रुपए 10.80 लाख की क्षति पहुंचाने एवं हितग्राहियों से राशि अनैतिक रूप से राशि मांगने का दोषी पाया गया। 

पांचवी ग्राम पंचायत खारमऊ के तत्कालीन एवं ग्राम पंचायत पिडरुआ के वर्तमान सचिव मजबूत सिंह ने प्राक्कलन एवं तकनीकी स्वीकृति अनुसार 30 एलईडी लाइटों के विरुद्ध सोलर लाइट लगवाने 10 एमएम 2 कोर की 850 मीटर केबल के विरुद्ध 193 मीटर लगवाकर राशि 1,97,424 की वित्तीय अनियमितता करने का दोषी पाया गया। 

छटवीं ग्राम पंचायत मंजला के तत्कालीन एवं वर्तमान ग्राम पंचायत सिमरिया छापरी में पदस्थ सचिव राहुल साहू ने 14 वे वित्त आयोग से राशि 4.30 लाख एवं परफारमेंस ग्रांट की राशि ₹4 लाख से एलइडी लाइट के स्वीकृत कार्य के विरुद्ध जांच के दौरान 160 लाइटों में से मात्र 4 एलईडी लाइट पाई गई ।शेष लाइट न तो मौके पर और न ही ग्राम पंचायत के स्टोर में पायी गई। सचिव राहुल साहू को 4.69 लाख रुपये की वित्तीय  अनियमितता करने के दोषी पाया गया। 

सभी 6 ग्राम पंचायत सचिवों को जिला पंचायत सीईओ ने मध्यप्रदेश राजपत्र क्रमांक 22 नए प्रावधान के अनुक्रम मैं मध्यप्रदेश पंचायत सेवा अनुशासन तथा अपील नियम 1999 के नियम 4 एवं मध्यप्रदेश सेवा ग्राम पंचायत सचिव भर्ती और सेवा शर्त नियम 2011 के नियम 7 अनुशासन तथा नियंत्रण में संशोधन दिनांक 09.08.2017 में दिए गए प्रावधानों अनुसार सभी 6 ग्राम पंचायत सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय जनपद पंचायत बण्डा रहेगा।

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Initiatives to increase irrigated-area-in-panchayat-of-sagar-district-7-हजार-से-ज्यादा-बनेगें -खेत-तालाब-तीन-महीनों-में

सागरवॉच
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बुंदेलखंड में सागर जिले की पंचायतों में नवाचार अपनाए जाने की दिशा में जनसहयोग से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसी दिशा में जिला पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अगले तीन महीने में सभी पंचायतों के तहत कुल 36 हजार एकड़ कृषि भूमि को सिंचित बनाने की अभिनव योजना पर काम शुरू किया है।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  इक्च्क्षित  गढ़पाले  के मुताबिक जिले की 734 ग्राम पंचायतों में आगामी तीन माह में 7340 खेत तालाब बनाये जायेंगे। इन तालाबों से जिले के ग्रामीण अंचलों की 36 हजार एकड़ कृषि भूमि सिंचित होगी। तालाब खुदाई का कार्य 20 मार्च से प्रारंभ किया जाना था। लेकिन इस अवधि में खेतों से रबी फसलों की कटाई नहीं हो पाने से तालाब खुदाई का कार्य 15 दिन बाद शुरू किया जाएगा। 

प्रत्येक पंचायत में 10-10 खेत तालाब के मान से 7340 तालाबों से 3600 घनमीटर जल भंडारण क्षमता निर्मित होगी। इससे करीब 7.92 करोड क्यूबिक मीटर वर्षा जल का संचय होगी। जिससे जिले के ग्रामीण अंचलों में भू-जल स्तर में सुधार होगा। इसके अलावा प्रत्येक पंचायत में एक-एक सामुदायिक तालाब का निर्माण भी किया जायेगा।

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 उन्होंने बताया कि जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में मनरेगा के मद से 10-10 खेत तालाब खोदे जायेंगे। जल संरक्षण के उद्देश्य से यह कार्य मिशन मोड में कराया जायेगा। इसके लिए ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक से लेकर सचिव, उपयंत्री, सहायक यंत्री व जनपद सीईओ को अलग-अलग स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह काम 20 मई 2021 तक पूर्ण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

 तालाब निर्माण कि प्रक्रिया से जुड़े सवाल पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गढ़पाले ने कटाया कि  हितग्राहियों व स्थलों का चयन जियो टैग, टीएस व एएस जारी होने से लेकर निर्माण कार्यों का मूल्यांकन और सत्यापन की विस्तृत जानकारी जिला पंचायत सागर के एपीओ को भेजना होगी। खेत तालाबोंं के निर्माण का 25 से 100 फीसदी तक कार्य पूरे  करने की अलग-अलग समय सीमा निर्धारित की गई है।


जनपदों कि मुख्य कार्यपालन अधिकारी इस अस अभिनव योजना के क्रियान्वयन पर कड़ी नजर रखेंगें । जिपं सीईओ ने अधीनस्थ अमले को स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया है कि खेत तालाबों के निर्माण कार्य में लेट-लतीफी बर्दास्त नहीं की जायेगी। शिकायतें सामने आने पर संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।

तय समय पर काम पूरा नहीं होने पर जिम्मेदार कर्मचारियों पर होगी सख्त कारवाई 

तालाब निर्माण योजना के तय समय से पहले पूरा करने के सिलसिले में जिला पंचायत सीईओ  ने अपने अधीनस्थों को ताकीद किया कि  फरवरी माह में प्रत्येक पंचायत में 10-10 हितग्राहियों के नाम तय नहीं करने वाले सचिवों का फरवरी माह का वेतन नहीं मिलेगा। उधर 20 मई तक लक्ष्य पूर्ति नहीं होने पर संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों को अप्रैल-मई माह का वेतन नहीं दिया जायेगा।