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Memorandum-संभागायुक्प्रत-को-ज्ञापन-में-की-प्रभारी-उपायुक्त-के कार्यकाल  की जॉंच की मांग

सागर वॉच। संभागायुक्त एवं नगर निगम आयुक्त को निगम कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव राजेशसिंह, नगर ईकाई के अध्यक्ष पं.माधव प्रसाद कटारे, संयुक्त कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कृष्णकुमार चौरसिया एवं सफाई कामगार यूनियन के नेतृत्व में सौंपे ज्ञापन में प्रभारी उपायुक्त डॉ.प्रणय कमल खरे के कार्यकाल एवं वित्तीय अनियमितता की जॉंच कराये जाने सहित नगर निगम कर्मचारियों की विभिन्न मांगों का तत्काल निराकरण करने की मांग की गयी हैै।

कर्मचारी संघ ने ज्ञापन में लेख किया है कि शेष दैनिक वेतन भोगी के लिये स्थायी कर्मियों को विनियमित करने की योजना शामिल करते हुये स्थायीकर्मी के आदेश जारी किये जाने, शासन के आदेश दिनांक 1 अक्टूबर 2016 के पालन के दैनिक भोगी, स्थायी कर्मियों को नियमित सेवा के अवसर उपलब्ध करने हेतु चतृर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर नियमितकरण किये जाये 

इसके अलावा ज्ञापन में  निगम कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ दिलाये जाने, 4 नवम्बर को दीपावली है इस कारण अक्टूबर 2021 के पूर्व समस्त निगम कर्मचारियों को वेतन दिलाये जाने, प्रभारी उपायुक्त डॉ.प्रणय कमल खरे के कार्यकाल एवं वित्तीय अनियमितता की जॉंच कराये जाने, समस्त चतुर्थ श्रेणी एवं अन्य पात्र कर्मचारियों को दीपावली के पूर्व त्यौहार अग्रिम दिये जाने की भी मांग शामिल है  


अन्य मांगों में तीन वर्ष से ज्यादा समय ले एक ही नगर पालिका या स्थानीय निकाय में पदस्थ  कर्मचारियों व अधिकारीयों को को कार्यमुक्त किये जाने सहित अन्य 24 सूत्रीय मांगों का शीघ्र निराकरण कराने हेतु सौपा गया है जिसपर प्रशासक एवं संभाग आयुक्त ने सहानुभूतिपूर्वक निराकरण करने का आश्वासन दिया है।

ज्ञापन सौपने वालों में जिलाध्यक्ष अधिकारी कर्मचारी संघ श्री चूरामन रैकवार, सागर ब्लाक अध्यक्ष अधिकारी कर्मचारी संघ सर्वश्री धर्मेन्द्र बोहरे, सुरेश सनकत, अरविंद मंछदर, सूरज मंछदर,राजेन्द्र सनकत, सुरेन्द्र महावत सहित बडी संख्या में अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।

Milk-Production-सागर-के-हर-दो-तीन-मोहल्ले-के-बीच-एक-सांची-मिल्क-पार्लर-हो-कमिश्नर

सागर वॉच।
बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ द्वारा प्रदाय किये जा रहे दूध की गुणवत्ता पूरी तरह शुद्ध होनी चाहिये। उन्होंने बताया कि वर्तमान में सागर में 32 सांची मिल्क पार्लर है। कोशिश हो कि हर दो से तीन मौहल्ले के बीच एक मिल्क पार्लर स्थापित हो। शहरी क्षेत्र के अलावा तहसील स्तर पर भी दुग्ध वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बुंदेलखण्ड दुग्ध संघ सहकारिता का सबसे अच्छा उदाहरण है।

ये बात सागर संभाग के कमिश्नर मुकेश शुक्ला ने मंगलवार को संभागायुक्त कार्यालय में बुंदेलखण्ड सहकारी दुग्ध संघ के संचालक मण्डल की 16वीं बैठक के दौरान कही। संभागायुक्त बुंदेलखण्ड सहकारी दुग्ध संघ के अध्यक्ष भी है। कमिश्नर ने दुग्ध संघ के अ्रधिकारीयों से कहा कि वे सांची दूध के अधिकाधिक विस्तार और प्रदाय पर ध्यान दें।


दुग्ध संघ द्वारा प्रदाय किये जा रहे दूध के प्रचार-प्रसार पर अधिकाधिक जोर दिया जाने की सलाह देते हए कमिश्नर ने कहा दुग्ध संघ की कोशिश होनी चाहिये कि सभी लोगों तक दूध पहुंचे, इसके लिए वितरण व प्रबंधन पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि शहर में दुग्ध संघ के जो मिल्क पार्लर संचालित है, वहां सांची के सभी उत्पाद रखे जाएं। सांची दूध के सभी उत्पादों के मार्केटिंग की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिये। सांची दूध की उपलब्धता के साथ-साथ खपत भी बढ़े, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। सभी दुग्ध सहकारी समितियों को समय पर भुगतान होना चाहिये।


संभागायुक्त मुकेश शुक्ला ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पिछले जुलाई माह में दुग्ध संघ लाभ की स्थिति में रहा है। जुलाई में सांची दूध का उत्पादन, संकलन और वितरण बेहतर रहा। उन्होंने कोरोना काल को देखते हुए कोरोना संक्रमण समाप्त होने तक बोर्ड के गठन हेतु निर्वाचन की प्रक्रिया को स्थगित रखने के निर्देश भी दिये।

बुदेलखण्ड दुग्ध संघ के सीईओ राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि 5 अक्टूबर 2016 को दुग्ध संघ का गठन हुआ था। आगामी सितम्बर माह में कृषकों को मध्यप्रदेश के अंदर भ्रमण कराया जायेगा। छतरपुर नगर पालिका से 16 सांची पार्लर स्थापित करने के संबंध में कार्यवाही की जा रही है। बैठक में 2 जुलाई को हुई संचालक मण्डल की बैठक के पालन प्रतिवेदन का अनुमोदन भी किया गया। बैठक में संचालक मण्डल के सदस्य भी उपस्थित थे।

Strict-Action- कालाबाजारियों-से-सांठ-गांठ-के-आरोप-में-जिला-खाद्य-नियंत्रक-निलंबित

सागर वॉच।
कमिश्नर मुकेश कुमार शुक्ला ने पदीय कर्तव्यों के प्रति स्वेच्छाचारिता, लापरवाही, अनुशासनहीनता एवं कर्तव्यविमुखता के आरोप में 
सागर के जिला आपूर्ति नियंत्रक राजेन्द्र वायकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई मध्यप्रदेश सिविल सेवा आचरण नियम के तहत की गयी । बताया जाता है कि बैठक में कलेक्टर दीपक सिंह से राजेन्द्र वायकर ने अभद्रता भी की। जो अनुशासनहीनता का कारण बना। 

उल्लेखनीय है कि सीएम हेल्पलाईन के अंतर्गत जिले के सभी विभागों में लंबित शिकायतों में सर्वाधिक खाद्य विभाग की शिकायतें हैं। जिला आपूर्ति नियंत्रक वायकर द्वारा इनके निराकरण में कोई रूचि नहीं ली गई। 

निलंबन अवधि में  वायकर का मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय जिला, पन्ना नियत किया गया है। श्री वायकर को निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। सागर कलेक्टर द्वारा इस संबंध में संभागायुक्त  को प्रस्ताव भेजा गया था।

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आदेश में उल्लेख किया गया है कि राजेन्द्र वायकर जिला आपूर्ति नियंत्रक, विगत 02 वर्षों से अधिक समय से सागर जिले में पदस्थ है, इनके विरुद्ध खाद्यान्न वितरण में गंभीर अनियमितता बरती जाने एवं लापरवाही किये जाने बावत गंभीर शिकायतें जॉच में लंबित है । इनके द्वारा की जा रही लापरवाही के कारण अनेक शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में राशन की हेरा फेरी एवं कालाबाजारी के प्रकरण समीक्षा में आये है एवं शासकीय उचित मूल्य दुकानों के विरुद्ध  राजेन्द्र वायकर जिला आपूर्ति नियंत्रक द्वारा कभी भी कार्यवाही नहीं की एवं जॉच प्रतिवेदन भी प्रस्तुत नहीं किये गये, जिससे यह आशंका है कि राजेन्द्र वायकर जिला आपूर्ति अधिकारी की सॉठ-गाँठ राशन की कालाबाजारी करने वाले व्यक्तियों से है इन दुकानों की जाँच एवं कार्यवाही राजस्व/पुलिस विभाग के अधिकारियों से कराई गई है

  • सी.एम. हेल्पलाईन अंतर्गत सागर जिले के सभी विभागों में सर्वाधिक लंधित शिकायतें खाद्यान विभाग की है। वर्तमान में 2500 से ज्यादा शिकायतें लंबित है तथा बार-बार निर्देश देने के बावजूद भी श्री वायकर द्वारा सी.एम. हेल्पलाईन प्रकरणों के निराकरण में कोई रूचि नहीं ली जा रही

  • मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली सामधान ऑनलाईन के लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग का विषय नवीन राशन कार्ड जारी करना तथा नवीन पात्रता पर्ची बनाने के संबंध में विषय रखा गया है इस संबंध में श्री वायकर को दिनाक 09-08-2021 से अवगत करा दिया गया था। दिनांक 16-08-2021 को आयोजित समय सीमा बैठक में समीक्षा में यह पाया गया कि इनके द्वारा इस विषय के लंबित प्रकरणों के निराकरण में कोई रूचि नहीं ली गई है। इनके द्वारा कार्य नहीं करने के कारण सागर जिला पूरे प्रदेश में 48 वें स्थान पर है इस संबंध में जब श्री वायकर से जबाब चाहा गया तो उनके द्वारा समय सीमा बैठक में अभ्रद व्यवहार किया गया एवं जिला अधिकारियों के समक्ष अनुशासनहीनता का परिचय दिया गया
  • वायकर बिना अनुमति के अवकाश पर जाने एवं मुख्यालय से अनुपस्थित रहने के आदि है इनके द्वारा शासकीय कर्तव्य निर्वहन में गंभीर लापरवाही एवं अनुशासनहीनता बरती जा रही है।कलेक्टर जिला सागर के प्रस्ताब के परीक्षण उपरांत मैने पाया कि शासन कीयोजनाओं के क्रियान्वयन, प्रशासनिक शुचिता व नियंत्रण बनाये रखने हेतु श्री वायकर के विरूद्धअनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।

इस प्रकार वायकर द्वारा किये गये उपरोक्त कृत्य, अपने पदीय कर्तव्यों के प्रति स्वेच्छाचारिता, अनुशासनहीनता, शासकीय कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही, उदासीनता एवं कर्तव्यविमुखता का परिचायक है। अतः कलेक्टर जिला सागर द्वारा प्रेषित प्रस्ताव से सहमत होते हुये, सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के उपनियम (ITTOITT) एवं म0प्र0 सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 09 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए राजेन्द्र वायकर जिला आपूर्ति नियंत्रक, 'सागर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।

निलंबन अवधि में वायकर का मुख्यालय्य, कलेक्टर कार्यालय जिला पन्ना नियत किया जाता हैं।  वायकर की निलंबन अवधि में श्रीमती सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर सागर को अपने कार्य के साथ साथ जिला आपूर्ति नियंत्रक, जिला सागर का प्रभार भी सौंपा जाता है। निलंबन अवधि में  वायकर को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।