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Sagar watch

SAGAR WATCH/
देश के पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनावों  की घोषणा चुनाव आयोग कर चुका है लेकिन कांग्रेस पार्टी के हाथ अधिकृत प्रत्याशियों की सूची घोषित करने के नाम से कांप रहे हैं। इस देरी की वजह फिलहाल "कडवे दिन चलने" को बताया जा रहा है जिसे पार्टी के ही नाराज लोग पार्टी का डर बता रहे हैं  । हालांकि  भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशियों के नामों की घषणा करने के मामले में एक तरह से बाज़ी मार ली है 

कांग्रेस पार्टी के है कुछ दिग्गजों की कही माने तो कहा   जा रहा है कि बीजेपी के लगातार जीत रहे  मौजूदा विधायकों के  खिलाफ कांग्रेस को अच्छे दावेदार नहीं मिलने के चलते ही पार्टी को अधिकृत प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करने में पसीना आ रहा है । अपनी इसी परेशानी के चलते पार्टी कभी "कड़वे दिनों के चलने का बहाना बनाकर  नामों की घोषणा को टाल रही है।

अगर मप्र की बात करें तो कांग्रेस चुनाव आयोग द्वारा चुनाव कार्यक्रम के अधिकृत घोषणा किये जाने के तीन दिन बाद तक एक भी प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं कर पाई है। 

चर्चा तो यह भी है चुनाव में उतरने वाली पार्टियों के प्रत्याशियों के नामों के चयन के मामले में विरोधी पार्टी के कद्दावर प्रत्याशियों के द्वारा भी दखल दिया जा रहा है  । वे अपने संबंधों व् संसाधनों के बल पर अपने मुकाबले कमजोर   प्रत्याशी  को टिकिट दिलाने के लिए भी खूब जुगत लगा रहे हैं  । इसके चलते भी प्रत्याशियों  के नामों की घोषणा में देरी हो रही है

कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी खींचतान के चलते भी पार्टी प्रत्याशियों के चयन में देरी हो रही है जिसका खामिया जा अंततः प्रत्याशियों को ही  प्रचार के लिए कम समय मिलने की मजबूरी के रूप में भोगना पड़ेगा 

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कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक आर्य ने बताया कि लोकहित में मध्यप्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम-1985 की धारा-18 के तहत सम्पूर्ण सागर जिले की राजस्व सीमाओं को आगामी आदेश तक कोलाहल नियंत्रण क्षेत्र (साइलेन्स झोन) घोषित कर दिया गया है।

इस आदेश के तहत जिले में रात्रि 10 बजे से सुबह  6 बजे तक लाउड स्पीकर विस्तार यंत्रों का सार्वजनिक उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। जबकि सुबह 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक मध्यप्रदेश कोलाहल नियंत्रण अधिनियम-1985 तथा ध्वनि प्रदूषण (विनियम और नियंत्रण) नियम 2000 के प्रावधान का अनुसरण कर ध्वनि मानक 10 डेसीबल या कुल क्षमता का 1/4 वाल्यूम में से जो भी  कम हो पर ध्वनि विस्तार यंत्रों का उपयोग किया जायेगा। 

वाहन पर ध्वनि विस्तार यंत्र के उपयोग की स्थिति में वाहन का पंजीयन, वैध ड्रायविंग लायसेंस, बीमा, फिटनेस आदि दस्तावेज प्रस्तुत करना आवश्यक होगा। यदि चलित वाहन में लाउड स्पीकर का प्रयोग किया जाता है तो उपयोग में लाये जाने वाले मार्ग अथवा क्षेत्र का विवरण प्रस्तुत करना भी आवश्यक होगा।

शासकीय विश्राम भवन, न्यायालय, चिकित्सालय, कलेक्ट्रेट, जेल, विद्यालय, शासकीय कार्यालय, पुलिस थाना बैंक, दूरसंचार तथा अन्य क्षेत्र जो अन्यथा घोषित किए जाये आदि से 200 मीटर की परिधि में ध्वनि विस्तार यंत्रों के प्रयोग की अनुमति प्रदान नही की जायेगी। किसी भी आम सभा, जुलूस या चलित वाहन में ध्वनि विस्तार यंत्र के प्रयोग की अनुमति कम से कम 48 घंटे पूर्व संबंधित सक्षम अधिकारी से प्राप्त करना होगा।

आदेश का उल्लघंन करने वाले व्यक्तियों/राजनैतिक दलों के विरुद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 तथा म.प्र. कोलाहाल नियंत्रण 1985 के प्रावधानों अन्तर्गत दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। ध्वनि विस्तार यंत्र के प्रयोग की अनुमति हेतु  अधिकारियों को  अपने अपने क्षेत्र में ध्वनि विस्तार यंत्र के प्रयोग की अनुमति प्रदान करने हेतु सक्षम अधिकारी नियुक्त किया गया है।