एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का शुभारंभ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इसी के साथ विश्वविद्यालय के वर्तमान फाइन आर्ट्स एन्ड परफॉर्मिंग आर्ट्स विभाग के परिसर में हैप्पीनेस सेंटर का भी शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि हम पारंपरिक खेलों के माध्यम से हम भारतीय परंपरा और संस्कृति को पुनर्जीवित करने की दिशा में बढ़ रहे हैं हैप्पीनेस सेंटर का उदघाटन करते हुए उन्होंने कहा कि आज की तनाव भरी जिन्दगी में खुश रहना बहुत जरूरी है।
उन्हहोंने कहा कि हमारी दिनचर्या में खुशी महसूस करने के लिए कई प्रकार की गतिविधियों में शामिल होकर अपने मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ रखें। खुशी के साथ एक महत्त्वपूर्ण बात यह है कि इसे जितना बाँटिये उससे और अधिक खुशी मिलती हैण् एक खुशदिल इंसान अपने आस.पास के लोगों को भी खुश रख सकता है। हमारे विद्यार्थी पढ़ाई.लिखाई और तमाम तरह के तनाव से मुक्त रखकर और अधिक ऊर्जा और परिश्रम से अपना काम कर सकें इसी उद्देश्य से यह सेंटर शुरू किया जा रहा है
परिसर में ऐसे वातावरण को निर्मित करने में मदद मिलेगी जहां विद्यार्थी सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाली विभिन्न गतिविधियों में शामिल होकर अपने तनाव को दूर कर पायेंगेण् एक मजबूत इरादे के साथ की गई शुरुआत का परिणाम सदैव अच्छा होता हैण् मुझे विश्वास है कि विद्यार्थी अपने भविष्य को बेहतर बनाने में खुशी के इस परिसर का उपयोग करेंगे जहां विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी होंगीण् उन्होंने कहा कि गौर उत्सव की श्रृंखला में यह आयोजन विश्वविद्यालय की गतिविधियों को और वृहद् स्तर पर समृद्ध कर रहा है।
पिट्टू के खेल से हुआ पारंपरिक खेलों का शुभारम्भ
कुलपति प्रोण् नीलिमा गुप्ता ने पिट्टू खेलकर पारंपरिक खेलों का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कई पारंपरिक खेलों को मैंने भी अपने बचपन में खेला हैण् ऐसे खेल काफी आनंददायी होते हैंण् विद्यार्थियों द्वारा निर्मित प्रतीकात्मक गौर उत्सव टीवी से कुलपति महोदय ने संबोधित करते हुए सभी को शुभकामनाएं प्रदान की।
सांस्कृतिक परिषद के समन्वयक डॉ राकेश सोनी ने बताया कि विवि के विभिन्न अध्ययनशालाओं के विद्यार्थी इसमें प्रतिभाग करेंगे जिसमें भारतीय पारंपरिक खेल जैसे पिट्टू, कुश्ती, लंगड़ी, कबड्डी, काना-दुआ आदि प्रतियोगिताएं आयोजित कीं जाएंगी। इसी तरह विभिन्न विधाओं जैसे नृत्यए संगीत, नाटक, प्रहसन, भाषण, प्रश्नमंच सहित अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी।
उन्होंने बताया कि अब तक विश्वविद्यालय के लगभग 2200 विद्यार्थी इस आयोजन में सहभागिता के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं जो विभिन्न गतिविधियों में भाग लेंगेण् इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो चंदा बेन, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो, डी शर्मा कुलसचिव संतोष सोहगौरा, डॉ ललित मोहन, डॉ राजेन्द्र यादव, डॉ शालिनी, डॉ श्री भागवत, डॉ संजय शर्मा, डॉ अवधेश, डॉ राहुल स्वर्णकार सहित विभिन्न संकायों के विद्यार्थी उपस्थित थे।