#sagar #maharanapratap #statue #nagarnigam
Sagar Watch News/लखन सिंह ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग महाराणा प्रताप की प्रतिमा का श्रेय भूपेन्द्र सिंह को न मिले, इसके लिए षड्यंत्र कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि भूपेन्द्र सिंह ने नगरीय प्रशासन मंत्री रहते हुए सागर में अटल और महाराणा प्रताप की प्रतिमा के लिए 1-1 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की थी, जो मध्यप्रदेश में किसी प्रतिमा के लिए अब तक की सबसे बड़ी राशि है। उन्होंने यह भी कहा कि शासन और स्थानीय प्रशासन की रोक के कारण चौराहों पर प्रतिमाएं नहीं लगाई जा सकतीं, इसलिए कई प्रतिमाओं को हटाना पड़ा।
लखन सिंह ने यह प्रस्ताव रखा कि सागर स्टेडियम का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखा जाए और स्टेडियम के सामने उनके लिए प्रतिमा लगाई जाए। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जो लोग कांग्रेस में 50 वर्षों तक सत्ता में रहे, उन्होंने कभी भी महाराणा प्रताप की प्रतिमा के लिए कोई कदम नहीं उठाया, जबकि भूपेन्द्र सिंह ने कई योजनाओं के तहत प्रतिमाएं और भवन बनवाए।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ जनप्रतिनिधि नहीं चाहते कि सागर में महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगे और यह षड्यंत्र कर रहे हैं। क्षत्रिय समाज इसे नकारता है और उन्होंने यह भी ऐलान किया कि वे महापौर से सागर स्टेडियम का नाम महाराणा प्रताप के नाम से करने की मांग करेंगे।
लखन सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि कुछ लोग कांग्रेसी मानसिकता के तहत समाज में विभाजन करना चाहते हैं, जैसा कि कांग्रेस का हमेशा से इतिहास रहा है।
Post A Comment:
0 comments so far,add yours