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Sagar Watch News/ डॉ. गौर के जीवन और योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने अपनी संपत्ति शिक्षा के लिए दान कर दी। यह हमारी जिम्मेदारी है कि नई पीढ़ी को शिक्षा में आगे बढ़ाने के लिए प्रयास करें। उन्होंने कहा कि डॉ. गौर ने अपने उच्च पद पर रहते हुए भी अपने जन्मस्थान को याद रखा और यहां शिक्षण संस्थान की स्थापना की। ऐसे कार्यक्रमों से उनके योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सकता है। डॉ. गौर का जीवन प्रेरणा का स्रोत है।
यह विचार सागर कैंटोनमेंट की सीईओ मनीषा जाट ने डॉक्टर हरीसिंह गौर की 155वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय परिसर में स्थित केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 4 द्वारा स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित गौर उत्सव सह वार्षिक उत्सव में अपने उद्बोधन के दौरान व्यक्त किये।
उन्होंने शिक्षा के बारे में कहा कि तकनीक और खुलेपन के साथ दुनिया में सब कुछ बदल रहा है, इसलिए शिक्षा देने का तरीका भी बदलना चाहिए। शिक्षा सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं है, शिक्षा से ही सामाजिक और मानसिक विकास होता है। बच्चे भविष्य में समाज में व्यवहार करने के तरीके भी शिक्षा के माध्यम से सीखते हैं। केंद्रीय विद्यालय इन सबके लिए प्रयास कर रहा है। यह भविष्य के जिम्मेदार नागरिक बना रहा है।
इसी सिलसिले में सागर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने गौर जयंती के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हर वर्ष गौर जयंती बड़े उत्साह से मनाई जाती है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, कैंटोनमेंट की सीईओ मनीषा जाट को आमंत्रित करने का उद्देश्य उनकी उपलब्धियों से विद्यार्थियों को प्रेरित करना था। मनीषा जाट खासकर महिला छात्राओं के लिए प्रेरणा हैं।
प्रो. गुप्ता ने बताया कि यह गर्व की बात है कि विश्वविद्यालय में स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की सुविधा एक ही परिसर में उपलब्ध है। उन्होंने कक्षा 10वीं के छात्र शुभ सक्सेना को विशेष उपलब्धि के लिए सम्मानित किया। शुभ को विज्ञान मॉडल के लिए केंद्रीय विद्यालयों से चयनित कर भारत सरकार द्वारा जापान भेजा गया था। प्रो. गुप्ता ने शिक्षा को डॉ. गौर की अमूल्य देन बताया, जिससे हजारों विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं।
विद्यार्थियों द्वारा आसामी नृत्य, महाभारत नृत्य, खेल नृत्य, हरियाणवी नृत्य समेत प्रसिद्ध बुंदेली नृत्य जैसी मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम में स्वागत वक्तव्य विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह वर्मा ने दिया। विद्यालय के बच्चों की विशिष्ट उपलब्धियों के बारे बताया साथ ही उन्होंने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में विद्यालय के नामित अध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष एवं एकेडेमिक्स अफेयर्स के निदेशक प्रो नवीन कांगो ने गजल के माध्यम से डॉ गौर को नमन किया एवं उनके वृहतर योगदान की चर्चा की।
इस अवसर पर विद्यालय के पूर्व नामित अध्यक्ष प्रो पी के कठल सहित बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, अधिकारी समेत अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के छात्र तनिष्क और शिवांगी ने किया और अंत में आभार ज्ञापन अनीता डोंगरे ने माना।
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