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Sagar Watch News/ सागर उत्कृष्ट विद्यालय में संभाग स्तरीय कला उत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें संभाग के विभिन्न जिलों से आए छात्र-छात्राओं ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्राचार्य सुधीर तिवारी ने कहा कि कला व्यक्तित्व को निखारती है और ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों को मंच मिलना गर्व की बात है। इस उत्सव में गायन, वादन, नृत्य, नाटक, आयामी कलाएं, और पारंपरिक कहानी वाचन जैसी प्रमुख कलाओं को शामिल किया गया था।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि इस उत्सव में सभी जिलों की सहभागिता रही और दूर-दराज से आए बच्चों ने अपनी प्रतिभा से सभी का ध्यान आकर्षित किया। नाटक के जज, रविंद्र दुबे, ने बताया कि नाटक छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का एक बड़ा माध्यम है और इसमें कई तरह की क्षमताओं का प्रदर्शन होता है।
संगीत शिक्षिका श्रीमती ज्योति भार्गव ने गायन और वादन की महत्ता पर विद्यार्थियों को जानकारी दी, जबकि लोकगीत गायक जयंत विश्वकर्मा ने बुंदेलखंडी लोकगीतों और भारतीय संस्कृति की विविधता पर चर्चा की। अर्चना वरदे ने नृत्य में प्रदर्शन तकनीक के संदर्भ में छात्रों को बताया।
इस कला उत्सव में छात्रों ने अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिससे उन्हें अपनी कला को और बेहतर करने का मौका मिला।
आयोजन में दूसरे जिलों से आए हुए मार्गदर्शी शिक्षकों ने भी कला उत्सव और इससे जुड़ी हुई विभिन्न विधाओं पर अपने उद्बोधन में अनेक बातों को शामिल करते हुए कला उत्सव की प्रासंगिकता स्वीकार की। कार्यक्रम में चमेली जैन, शुभा मिश्रा, रिंकी राठौर, श्रीमती सुनीता जैन, बीजू थॉमस, राजीव तिवारी, रूपाली कटारे,विनीता चौबे एवं विभिन्न स्कूलों से आए हुए शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपनी सहभागिता दी।
उल्लेखनीय है कि संभाग स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थी 14 एवं 15 अक्टूबर को भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कला उत्सव में अपना प्रदर्शन करेंगे ।
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