Nagar Nigam | Polyethene | Nigam Commissioner
Sagar Watch News/ 24 जुलाई 2024/ बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश के कारण शहर में कई जगहों से जल जमाव की सूचनाएं मिलने पर नगर निगम का बाढ़ नियंत्रण दस्ता जल जमाव को निकालने में लगा है।
नगर निगम कि अधिकृत बयान के मुताबिक शहर में जल भराव और नाले-नालियों का बहाव रोकने में सबसे बड़ी समस्या के रूप में सामने आयी है। पॉलिथीन और कचरा नाले-नालियों में फेंकना कितना नुकसानदायक साबित हुआ है।
जिसके कारण भारी वर्षा में नाले,नालियों में अचानक आने वाला तेज बहाव बाधित होने लगता है और पानीहदे पार कर रोड के ऊपर बहने लगता है और नागरिकों को बड़ी दिक्कतें पैदा कर देता है।
नगर निगम आयुक्त के निर्देश अनुसार नगर निगम कार्यालय के कक्ष क्रमांक 46 में कंट्रोल रूम बनाया गया है । इसमें 10 जेसीबी ,डम्फर एवं आवश्यक उपकरण सहित 24 घंटे कर्मचारी उपस्थित बने हुए हैं, जो सूचना प्राप्त होने पर तत्काल स्थल पर पहुंचकर जल निकासी का कार्य प्रारंभ कर देते हैं।
कंट्रोल रूम में अलग-अलग तीन शिफ्टों में बाढ़ राहत के कर्मचारियों के साथ-साथ कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी एस एस बघेल, लिंक अधिकारी विजय दुबे सहित संबंधित वार्डों के सब इंजीनियर, जोन प्रभारी और संबंधित वार्ड के सफाई दरोगा भी परस्पर सामंजस्य बनाकर काम कर रहे हैं ।
विगत दिनों हो रही बारिश के दौरान जिन स्थानों पर जल भराव की समस्या उत्पन्न हुई है वहां पर निगम आयुक्त मौके पर जाकर समस्याओं का मुआयना कर रहे हैं।
जल भराव निवारण दल ने स्टेडियम के पास क्रास नाली की जेसीबी से सफाई कराकर जल की निकासी करवाई, नाली के सफाई के दौरानउसमें बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की बोतल कचरा एवं पॉलीथिन पाए जाने के कारण यह नाली पूरी तरह से चोक हो चुकी थी।इसके साथ ही संगीत महाविद्यालय के सामने नाली की सफाई कराई तथा उसमें एकत्रित मलवे को बाहर निकलवाया उसके उपरांत बारिश की जल की निकासी कराई गई।
बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम के के अधिकारी एवं कर्मचारी संबंधित वार्ड पार्षदों से सामंजस्य बनाकर किया जा रहा है और उनसे भी इस कार्य में समस्या के निराकरण हेतु आवश्यक मार्गदर्शन लिया जा रहा है ताकि जनता को किसी भी प्रकार से परेशान न होना पड़े।
सागर वॉच-" पिछले पांच वर्षों से भी अधिक समय से शहर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत बड़े पैमाने पर विकास कार्य हुए हैं। चौडीं और पक्की सड़कें बनीं नाले-नालियों को साफ़ और पक्का किया गया। बारिश के पानी से होने वाले जल भराव को ख़त्म करने के लिए अलग से करोड़ों रूपए कि लागत का "स्टॉर्म वाटर" प्रोजेक्ट पर काम हुआ।
इस सब से ऐसा माना जा रहा था शहर में अब जल भराव जैसी समस्याएं "बीते दिनों कि बात बनकर" इतिहास में दर्जा होकर रह जायेंगीं। लेकिन हकीकत में स्मार्ट सिटी परियोजना" के तहत हुए विकास कार्यों के बाद बीते साल ही कम मात्र होने पर भी बारिश के पानी से शहर में जो तांडव हुआ उससे प्रशासन के हाँथ-पाँव काँप गए थे। इसकी के चलते इस बार वह बारिश से होने वाले जलभराव कि समस्या को लेकर अति सक्रिय मुद्रा में नजर आ रहा है।
जलभराव को लेकर जिला प्रशासन भी अति सक्रिय मुद्रा में
पिछले दो दिनों से सागर जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से जिले की अनेक ग्रामों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई। कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक तिवारी ने अन्य अधिकारियों के साथ आज जिले के विभिन्न अनुविभागों में पहुंचकर जल भराव वाले क्षेत्र का निरीक्षण किया एवं प्रभावित व्यक्तियों से चर्चा की।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य द्वारा तत्काल रूप से सर्वे दल का गठन कराया गया एवं निर्देश दिए गए कि सर्वे दल द्वारा शीघ्रता से सर्वे करें, जिससे कि सर्वे रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके और मुआवजा राशि का वितरण कराया जा सके। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने निर्देश दिए कि जल भराव वाले क्षेत्रों में व्यक्तियों को राहत केंप में ठहरायें जहां स्वास्थ्य विभाग स्वास्थ्य शिविर लगाकर सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करें।
कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि सभी प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल रूप से भोजन उपलब्ध कराया गया है। सूखे राशन की भी व्यवस्था की जा रही है। साथ में हल्दी, नमक, तेल, मिर्च, शक्कर, पत्ती, आटा, चावल भी प्रदान किया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति को कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी, सभी के लिए समुचित व्यवस्थाएं की जा रही हैं। कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने बताया कि जल भराव वाले क्षेत्र की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है, जिससे कि नुकसान की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सके ।
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