Patwari, Insults Janpad Member, Collector suspends
सागर वॉच/ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक फोटो के जरिये जिले में शासकीय कर्मचारी द्वारा जनप्रतिनिधि को खुले आम अपमानित करने का एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। वायरल हुई तस्वीर में एक जनपद सदस्य पटवारी से पैर पड़कर माफ़ी मांग रहे हैं जबकि पटवारी जनप्रतिनिधि की पीठ पर पैर रखे हुए नजर आ रहा । मामले के सामने आते ही कलेक्टर ने पटवारी को निलंबित कर दिया है ।
जानकारी के मुताबिक बीना जनपद पंचायत के वार्ड क्रमांक 5 के सदस्य क्षमाधर कुर्मी, गांधी जयंती के अवसर पर एक सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उनकी स्थानीय पटवारी विनोद अहिरवार से किसी बात पर बहस हो गई। इस पर से पटवारी विनोद वहां से चले गए और उन्होंने बीना पुलिस थाने में जनपद सदस्य क्षमाधर के खिलाफ सरकारी काम में बाधा समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी। जिसको लेकर क्षमाधर अगले दिन 3 अक्टूबर को पटवारी के बीना स्थित ऑफिस पहुंचे तो उन्होंने, उनसे पैरों में गिरकर माफी मांगने की बात कही और कहा की माफ़ी मांग लेने पर उसके खिलाफ पुलिस को की शिकायत वापस ले लेगा। क्षमाधर इसके लिए तैयार हो गए तो पटवारी ने उनके सिर पर एक पैर रखकर फोटो खिंचवा लिया और शिकायत भी वापस नहीं ली।माफ़ी मांगते जनप्रतिनिधि की पीठ पर पैर रखे हुए पटवारी का फोटो मंगलवार को वायरल हो गया। तस्वीर में नजर आ रहा पटवारी बीना तहसील के भानगढ़ वृत्त में पदस्थ है।
सूत्रों के अनुसार पीड़ित जनपद सदस्य क्षमाधर पटेल ने पटवारी विनोद अहिरवार द्वारा उनकी पीठ पर पैर रखकर फोटो खिंचाने और वायरल करने के बाद पुलिस व प्रशासिनक स्तर पर शिकायत की थी। इसके बाद कलेक्टर स्तर से मामले में जांच के निर्देश दिए थे। बताया जा रहा है कि बीना एसडीएम शैलेंद्र सिंह ने इस मामले में जांच कर प्रतिवेदन जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी को सौंप दिया।
जिला कलेक्टर दीपक आर्य के मुताबिक वायरल हुए फोटो के मामले में बीना के अनुविभागीय अधिकारी शैलेन्द्र के कार्यालय से मंगलवार को प्रतिवेदन प्राप्त हुआ है। जिसके आधार पर विनोद अहिरवार, पटवारी हल्का क्रमांक 14 वृत्त भानगढ़, तहसील बीना द्वारा बीना जनपद पंचायत के सदस्य के साथ अशोभनीय कृत्य किया है। पटवारी द्वारा जनपद सदस्य क्षमाधार पटेल के सिर पर पैर रखे हुए व जनपद सदस्य द्वारा पटवारी के पैर छूने का चित्र प्रकाशित कराया है । जिससे राजस्व विभाग की छवि धूमिल हुयी है । जनप्रतिनिधियों का अपमान किया जाना शासकीय कर्तव्यों के प्रति अशोभनीय व कदाचरण की श्रेणी में आता है। पटवारी विनोद अहिरवार को उनके अशोभनीय कृत्यों के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है । मामले की जांच कराई जा रही है जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी।
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