Sagar Watch News/ कलेक्टर संदीप जी आर ने बोर्ड परीक्षा 2025 में 50% से कम परीक्षा परिणाम वाली शालाओं की समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी शिक्षकों को चेतावनी दी कि वे द्वितीय परीक्षा में परिणाम न सुधरने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए भी तैयार रहें।उल्लेखनीय है कि सागर जिले में हाई स्कूल परीक्षा 2025 के अंतर्गत 50% से कम परीक्षा परिणाम वाली कुल 30 शालाएं जबकि हायर सेकेंडरी परीक्षा 2025 के अंतर्गत 50% से कम परीक्षा परिणाम वाली कुल 14 शालाएं हैं। कलेक्टर ने इन सभी शालाओं की विषयवार समीक्षा की।
उन्होंने अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को शत प्रतिशत द्वितीय परीक्षा में शामिल कराने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि जून माह में बोर्ड परीक्षा में अनुत्तीर्ण रहे विद्यार्थियों को पुनः मौका दिया जाएगा।
इस परीक्षा में विद्यार्थियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे इस संबंध में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों से भौतिक सत्यापन कराएं। इसके लिए विद्यार्थी तथा अभिभावक के हस्ताक्षर लें जिसमें उन्हें द्वितीय परीक्षा संबंधी सटीक सूचना दी गई हो।
कलेक्टर ने सभी शिक्षकों को यह भी निर्देश दिए कि वे द्वितीय परीक्षा में परिणाम न सुधरने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए भी तैयार रहें।
उन्होंने गणित , अंग्रेजी जैसे विषय जिनका परीक्षा परिणाम इन शालाओं में कम रहा है उसके लिए विशेष सत्र आयोजित करने, शिक्षकों को स्वयं भी विषय की बेहतर समझ विकसित करने और विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन सहित उनका उत्साहवर्धन करने की सलाह दी।
कलेक्टर संदीप जी आर ने कहा कि बच्चों को आगे बढ़ाना हमारा प्रथम कर्तव्य है। आप सभी शिक्षकों के ऊपर देश और समाज का दायित्व है, आप विद्यार्थियों की ऊर्जा को सही दिशा दें।उन्होंने निर्देश दिए कि सभी शिक्षक अपने विद्यालयों से अच्छे अंक अर्जित करने वाले विद्यार्थियों को भी शाला में आमंत्रित करें और उनका बच्चों से सीधा संवाद कराएं जिससे कि उनका उत्साहवर्धन होगा और उन्हें उचित मार्गदर्शन भी मिल सकेगा।
व्यावहारिक समझ भी करें विकसित
कलेक्टर ने प्राचार्य को निर्देश दिए कि वह अपने विद्यालय के विद्यार्थियों में व्यावहारिक समझ भी विकसित करें। उन्हें दैनिक जीवन में आने वाली परिस्थितियों से निपटने की समझ और व्यावहारिक समझ देना भी अत्यंत आवश्यक है। उन्हें बचत कैसे करें, डेबिट, क्रेडिट आदि का रियल लाइफ ओरियंटेशन दें।
उन्होंने यह भी कहा कि यूट्यूब आदि का उपयोग विषय की समझ के लिए करें आजकल ऐसे कई फ्री यूट्यूब चैनल है जिनके माध्यम से विद्यार्थी विषय के बारे में आसानी से सीख सकते हैं अतः इन प्लेटफॉर्म्स का उचित उपयोग करने की भी सलाह दी।
बोर्ड परीक्षा 2025 में 50 प्रतिशत से कम वाले विद्यालय की समीक्षा करते हुए कलेक्टर से संदीप जी आर ने शासकीय हाईस्कूल कुमरोल में 24 छात्रों में से केवल 01 छात्र उत्तीर्ण होने पर अत्यंत अप्रसन्नता व्यक्त की तथा जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि 23 छात्रों को समक्ष में उपस्थित कराने की व्यवस्था करें।
इसी प्रकार शासकीय सीनियर बेसिक शाला देवरी, शास. उमावि रसेना, शास. बालक उमावि गौरझामर, शास. हाईस्कूल बिजौरा, शास. हाईस्कूल जैतपुर कछया, शास हाईस्कूल हिरनखेड़ा राहतगढ़, शास उमावि छिरारी, शास हाईस्कूल उर्दू परकोटा, शास उमावि अनंतपुरा, शास हाईस्कूल उमरा एवं शास. उमावि काछी पिपरिया रहली के प्राचायों से वन-टू-वन परीक्षा परिणाम कम आने पर चर्चा की गई।
देवरी विकासखंड के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को दूरभाष पर निर्देश दिए गए कि विकासखंड के सभी विद्यालयों जिनका परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम है, उनकी नियमित रूप से समीक्षा करें।
जिन विद्यालयों द्वारा भवन एवं अतिरिक्त कक्ष की कमी से संबंधित बात कही गई, उस संबंध में कलेक्टर द्वारा कहा गया है कि ग्राम में जो भी शासकीय भवन है, उनका उपयोग विद्यालय की कक्षाओं के संचालन हेतु किया जा सकता है।
अंग्रेजी विषय के कम परीक्षाफल आने पर कलेक्टर द्वारा सभी प्राचार्यों को निर्देशित किया गया कि वह स्वयं मोबाइल के माध्यम से अंग्रेजी पढ़ना सीखें, क्योंकि जब तक प्राचार्य स्वयं अपडेट नहीं रहेंगे, तो कैसे विद्यार्थियों से अपेक्षा की जाये।
प्राचार्यों द्वारा शाला में बच्चों के लगातार अनुपस्थित एवं अनियमित रूप से उपस्थित होने की बात कही गई, इस संबंध में निर्देशित किया गया कि सभी विद्यालय पलायन करने वाले बच्चों की सूची तैयार कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेजें, जिससे ऐसे बच्चों की शिक्षा वहीं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा सके, जहां वह पलायन कर गए है।
कलेक्टर द्वारा जिन विद्यालयों का परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहा है, उन विद्यालयों के प्राचार्यों से तिमाही, छः माही एवं प्री-बोर्ड के परीक्षाफल के संबंध में भी जानकारी ली गई।
माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा आयोजित द्वितीय अवसर की परीक्षा जो माह जून 2025 में होना है, निर्देशित किया गया कि प्रत्येक बच्चे को विद्यालय द्वारा सूचित किया जाये, और बच्चे के सूचना देने के हस्ताक्षर लिए जायें।
परीक्षाफल ठीक न होने के कारण जो बच्चे अनुत्तीर्ण हो जाते है, पढ़ाई छोड़ने के बाद वह गलत संगत में पड़कर गलत काम करते है, अतः सभी प्राचार्यों का दायित्व है कि अच्छे संस्कार देकर, अच्छे नागरिक बनाएं एवं अच्छा परीक्षा परिणाम देवें।
बैठक में सागर जिला शिक्षा अधिकारी, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक सहित विद्यालयों के प्राचार्य सम्मिलित हुए।
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