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भारत में खेती को मानसून का जुआ माना जाता है। मौसम का तो मिजाज ही अनिश्चित होता है। उसके अचानक करवट बदलने से किसान की कड़ी मेहनत पर पल भर में पानी फिर जाता है । हालाँकि सरकार की कई योजनाएँ ऐसे मुश्किल समय में मदद करतीं हैं ।बात यही जरूरी है मौसम पर तो किसी का वश नहीं चलता लेकिन सरकारी योजनाओं का लाभ लेना तो किसानों के वश में होता है।इसके लिए किसानों कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जरूरी कागजी खानापूर्ति को बिना किसी ढील-ढाल के वक्त पर करना चाहिए । वर्ना उसकी छोटी सी लापरवाही उसे भविष्य के बड़े -बड़े लाभ से वंचित कर सकती है ।
Sagar Watch News/ किसानों को डिजिटल पहचान देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश के किसानों की फार्मर रजिस्ट्री की जा रही है। इसके तहत सरकार हर किसान को डिजिटल आईडी मुहैया कराएगी। सागर जिले में 334062 किसान हैं जिनमें से अब तक 2 लाख 91 हजार 420 किसानों की फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण हो चुकी है। अभी भी 41 हजार 864 किसान शेष है।
आधार की तर्ज पर किसानों का स्मार्ट कार्ड बनाया जा रहा है। इस आईडी से किसान की पहचान की जा सकेगी। भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ भी उन्हीं किसानों को मिल सकेगा, जिनके बारे में डाटा ऑनलाइन रजिस्ट्री में मौजूद होगा।
बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि , सीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का लाभ भी उन्हीं किसानों को मिल सकेगा जिन्होंने फार्मर रजिस्ट्री की प्रक्रिया पूर्ण कर ली है।
कलेक्टर संदीप जी आर ने सागर जिले के समस्त किसानों से अपील की है कि वे शीघ्र ही रजिस्ट्री कराएं। इसके लिए वे सर्वेयर से या पटवारी से संपर्क कर सकते हैं। फार्मर रजिस्ट्री के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, समग्र आईडी, जमीन की डिटेल शामिल है।
➡️ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
फार्मर रजिस्ट्री के लिए सरकार द्वारा पोर्टल जारी किया गया है। साथ ही किसान /फार्मर रजिस्ट्री के लिए Farmer Registry MP मोबाइल एप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अगर कोई किसान खुद से रजिस्ट्रेशन करने में असमर्थ है तो, किसी जानकार की मदद से Farmer Sahayak MP APP पर भी रजिस्ट्रेशन कर सकता है।
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