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Sagar Watch News/ डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में शोध की गुणवत्ता बढ़ाने और इसे वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के उद्देश्य से 19 फरवरी 2025 को गैस क्रोमैटोग्राफी मास स्पेक्ट्रोमेट्री* पर एक दिवसीय हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में केमिस्ट्री विभाग और उन्नत अनुसंधान केंद्र (सीएआर) द्वारा किया गया, जिसमें 35 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
*गैस क्रोमैटोग्राफी मास स्पेक्ट्रोमेट्री (Gas chromatography mass spectrometry-GC-MS) गैस क्रोमैटोग्राफी मास स्पेक्ट्रोमेट्री (जीसी-एमएस) एक ऐसी तकनीक है जिसका उपयोग मिश्रण में विभिन्न पदार्थों की पहचान करने और उन्हें मापने के लिए किया जाता है। इसका व्यापक रूप से फोरेंसिक, खाद्य सुरक्षा, दवा परीक्षण और पर्यावरण अध्ययनों में उपयोग किया जाता है। यह पहले यौगिकों को अलग करता है और फिर उनकी संरचना का विश्लेषण करता है, जिससे वैज्ञानिकों को अज्ञात या हानिकारक रसायनों का पता लगाने में मदद मिलती है। SAGARWATCH-eXPLAINER
कार्यशाला की मुख्य समन्वयक प्रो. श्वेता यादव के नेतृत्व में, समय-समय पर विश्वविद्यालय में ऐसे प्रशिक्षण आयोजित किए जाते हैं। डॉ. विवेक कुमार पांडे ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्य वक्ता डॉ. कल्पतरु दास ने गैस क्रोमैटोग्राफी मास स्पेक्ट्रोमेट्री की उपयोगिता पर विस्तृत जानकारी दी और बताया कि यह तकनीक चिकित्सा, दवा अनुसंधान, प्रदूषण नियंत्रण, पेट्रोलियम और खाद्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Sagar Watch News/ डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के प्लेसमेंट एवं नवोद्यम प्रकोष्ठ (Startup Cell) द्वारा 18 फरवरी 2025 को निजी फाउंडेशन (Private Foundation) के संवाद सत्र का आयोजन रंगनाथन भवन में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता सुब्रत कुमार मिश्रा क्षेत्र स्थानन प्रमुख (Field Placement Head) ने विद्यार्थियों से संवाद किया और भारतीय शिक्षा के उत्थान में फाउंडेशन की भूमिका पर प्रकाश डाला।
फाउंडेशन "Private Foundation" ने 9 विद्यार्थियों को सहायक संसाधन व्यक्ति "Assistant Resource Person" के रूप में ₹4.5-5 लाख वार्षिक सीटीसी पर विभिन्न राज्यों में नियुक्त किया। इसके अलावा, विजय रिछारिया का चयन ई-साफ बैंक में एक्जीक्यूटिव ट्रेनी (ग्रेड बी-1) के रूप में हुआ।
कुलपति ने छात्रों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य सिर्फ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना नहीं, बल्कि उद्योगों से जोड़कर बेहतर रोजगार अवसर प्रदान करना भी है। प्लेसमेंट कोऑर्डिनेटर डॉ. अभिषेक बंसल ने बताया कि आउटलुक ग्रुप, टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज, इसाफ बैंक, कारवाले डॉट कॉम, टाटा एआईजी जैसी कंपनियों द्वारा ड्राइव आयोजित की गई, जिसमें 40 से अधिक विद्यार्थियों का चयन हुआ।
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