#sagar #kiteFlying #makarSankranti #danger
मकर संक्रांति पर स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखने को बेताब पतंगबाजों को सभी लोग "रोकें -टोकें और समझाएं" कि चीनी मांझे से पतंग उड़ाने क्यों जानलेवा है और कैसे यह जेल जाने का सबब भी बन सकता है ?
Sagar Watch News/मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर मप्र के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने आमजन से आग्रह किया है कि विद्युत संचरण लाईनों के पास चायनीज मांझे से पतंग नहीं उड़ाये। एम.पी. ट्रांसको (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) का कहना है चीनी मांझे को बनाने में रासायनिक तत्वों का उपयोग किया जाता है।
जिससे यह मांझा बिजली का सुचालक बन जाता है और पतंग उड़ाते समय इसके विद्युत् लाईनों के संपर्क में आने पर पतंगबाज़ को बिजली का तेज झटका लगने का खतरा रहता है। कम्पनी इस मकसद से पतंग बाज़ी की संभावित दुर्घटना की आशंकाओं पर अंकुश लगाने व नागरिकों को सतर्क व सुरक्षित करने सागर सहित समूचे प्रदेश में रोको-टोको अभियान चलाया है।
एम.पी. ट्रांसको ने सागर के स्थानीय जिला प्रशासन से चायनीज मांझे के इस्तेमाल पर रोक तथा ट्रांसमिशन लाइनों के समीप के उन क्षेत्रों को संवेदनशील और खतरनाक घोषित करने के लिए अनुरोध किया है, जहॉं दुर्घटनाओं की आशंकाए अधिकतम है।
एम.पी. ट्रांसको के मुख्य अभियंता श्री संदीप गायकवाड़ ने बताया कि सागर में मकर संक्रांति पर बहुतायत पतंग उड़ाये जाने वाले संवेदनशील क्षेत्रों में नागरिकों से व्यक्तिगत संपर्क करने के अलावा पोस्टर बैनर एवं पी.ए. सिस्टम के माध्यम से उन्हें सचेत एवं सतर्क किये जाने का अभियान भी चलाया जा रहा है। जिससे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके साथ ही उपभोक्ताओं को विद्युत के अनावश्यक व्यवधान का सामना न करने पडे़।
दरअसल प्रदेश में कुछ स्थानों पर ट्रांसमिशन लाइनों में चायनीज मांझा के साथ पतंग फंसने की घटनाओं के बाद विद्युत व्यवधान हुआ था तथा पतंग उड़ाने वालों को भी नुकसान पहॅुचा था। लेकिन एम.पी. ट्रांसको के संवेदनशील प्रोटेक्शन सिस्टम के 100 प्रतिशत ऑपरेट होने से बड़ी जनधन हानि से बचा जा सका था।
क्यों घातक है चायनीज मांझा
चायनीज मांझा चीन से आने वाले धातु से लिपटी पतंग की डोरी होती है। इसमें कई तरह के केमिकल और धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है, जो डोरी को बिजली का अच्छा सुचालक बना देता है, जो संपर्क में आने से पतंग उड़ाने वाले के लिये घातक साबित होता है, साथ ट्रांसमिशन लाइन में लिपटने से व्यापक क्षेत्र में विद्युत व्यवधान और जनधन हानि की आशंका रहती है।
ये क्षेत्र है संवेदनशील
सागर क्षेत्र में मकरोनिया, बड़तूमा, आदि क्षेत्र चायनीज मांझे के कारण संभावित दुर्घटना के लिये अति संवेदनशील क्षेत्र है, जहां पर ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में न आने के लिये सुरक्षा, सतर्कता एवं सजगता अति आवश्यक है।
जिला प्रशासन से किया अनुरोध
एम.पी. पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने सागर जिला प्रशासन से ट्रांसमिशन लाइनों के समीप चायनीज मांझे के साथ पतंग न उड़ाने तथा मांझे के विक्रय किये जाने पर प्रतिबंध लगाये जाने का भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163(2) के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किये जाने का आग्रह किया है।
Post A Comment:
0 comments so far,add yours