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Sagar Watch/  26 August 2024


बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए है-सुकन्या समृद्धि खाता 

भारत सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना में बेटियों के लिये छोटी बचत योजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से योजना वर्ष 2014 में प्रारम्भ की है। इस योजना के तहत पोस्ट आफिस में मात्र 250 रूपये से खाता खुलवाया जा सकता है। 

एक वित्तीय वर्ष में कम से कम जमा राशि पहले 1000 रूपये थी, जिसे घटाकर अब 250 रूपये कर दिया गया है। इस योजना के तहत खाते में एक वित्तिय वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रूपये जमा किये जा सकते है।

किसी भी परिवार की अधिकतम 2 बेटियां इस योजना के तहत लाभान्वित हो सकती है। बेटी जुड़वा होने की स्थिति में अधिकतम 3 बेटी इस योजना के तहत लाभ ले सकती है लेकिन इसके लिये जन्म संबंधी प्रमाण-पत्र संलग्न करना अनिवार्य है। 

सुकन्या समृद्धि के खाते में खाता खुलने के अधिकतम 15 साल तक राशि जमा करानी होती है। बालिका के 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर लेने के बाद खाते में जमा राशि की 50 प्रतिशत राशि निकाली जा सकती है। यह खाता बालिका की 21 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर परिपक्व  होता है। यदि बालिका का विवाह 18 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होता है तो शादी की तारीख के बाद कभी भी खाता बंद कर पूरी राशि ब्याज सहित निकाली जा सकती है। इस योजना के तहत खाता खुलवाने वाले को आयकर कानून की धारा 80 सी के तहत छूट भी मिलती है। 

सुकन्या समृद्धि योजना के खाते में 7.6 प्रतिशत ब्याज मिलता है, जो अन्य बचत खातों की तुलना में काफी अधिक है। खाता खुलवाने के लिये लड़की का जन्म प्रमाण-पत्र, माता पिता का फोटो पहचान पत्र तथा बच्चे और माता पिता की फोटो लेकर पोस्ट ऑफिस में जाना होगा।

मधुमेह से बचाव के लिए एडवाइजरी 

मधुमेह एक ऐसी बीमार है जिसके लक्षण सामान्य होते हैं पर यह धीरे-धीरे शरीर को कमजोर कर देता है। यह बीमारी सीडेंटरी लाइफ स्टाइल, अनहेल्दी फूड खाने एवं आनुवांशिक भी होती है। धीरे-धीरे मधुमेह के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है इसे जन जागरूकता के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। 

 मधुमेह की सही समय पर पहचान उसके उपचार एवं जन जागरूकता के मध्यम से मधुमेह रोगियों की स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से रोगियों का उपचार किया जा सकता हे। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मधुमेह के उपचार के लिए असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मरीजों को नि:शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जाती है। 

बार-बार पेशाब आना, वजन का घटना या भूखा कम लगना, बहुत ज्यादा प्यास लगना, कमजोरी अथवा थकान होना इत्यादि मधुमेह के मुख्य लक्षण है। मधुमेह की रोकथाम के लिए शरीर के वजन को सामान्य बनाए रखना, पौष्टिक आहार का सेवन, नियमित व्यायाम, चलना अथवा दौड़ना जैसी गतिविधियां करना, नशीले पदार्थों तंबाकू एवं शराब का सेवन नहीं करना महत्वपूर्ण है। 

मधुमेह के जांच एवं उपचार की नि:शुल्क सुविधा सभी हेल्थ एंड वैलनेस केंद्रों पर भी उपलब्ध कराई गई है। जिससे की मरीजों को नियमित रूप से दवाओं की प्राप्ति एवं फॉलो किया जा सके एवं उन्हें दूर के चिकित्सालय तक इलाज के लिए नहीं जाना पड़े। 

मधुमेह के साथ सामान्य जीवन बताया जा सकता है। मधुमेह की नियमित रूप से जांच कराये जाना बेहद आवश्यक है जिससे कि मधुमेह की पड़ताल एवं उसकी प्रारंभिक अवस्था में उपचार हो सके। 
टी बी रोग का उपचार निःशुल्क 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ममता तिमोर ने बताया कि टीबी संक्रमण बीमारी है। खांसी,बुखार आना, भूख न लगना आदि टीबी के लक्षण हो सकते है। टीबी कोई भयानक बीमारी नहीं है, टीबी का इलाज संभव है। व्यक्ति को 6 माह डॉट पद्धति का ईलाज लेना अनिवार्य है। 

प्रत्येक क्षय रोगी को ईलाज लेने पर 500 रूपये पोषण के लिये प्रदान किये जाते है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि टीबी से बचने के लिये सभी स्वास्थ्य सेवायें जिला अस्पताल, सिविल हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र संस्थाओं पर संपर्क कर टीबी की जांच व उपचार से बीमारी पर रोक लगाई जा सकती है। 

योजनाओं का लाभ के लिए ई-केवाईसी जरूरी 

 सभी आमजन को सलाह दी जाती है कि शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं एवं शासकीय कार्यों का लाभ लेने के लिये सभी खाताधारक, भूमि स्वामियों, प्लॉट-भूखण्ड, मकान मालिकों जिनके नाम खसरा रिकार्ड में दर्ज हैं उन्हें अपने-अपने भू-खण्ड एवं कृषि भूमियों का समग्र आई.डी. एवं आधार कार्ड से ई-केवाईसी कराना आवश्यक है। 

अगर आप अपनी भूमियों की हेरा-फेरी एवं जमीन संबंधी गड़बड़ियों से बचना चाहते और अपने भूखण्ड, मकान, दुकान कृषि भूमि को सुरक्षित रखना चाहते हो तो आप सभी अपने नजदीकी सीएससी कंप्यूटर सेंटर पर जाकर अपनी-अपनी कृषि भूमियों, भूखण्डों, प्लाट एवं मकानो की ई-केवाईसी अवश्य करवाएँ और शासन की योजनाओं का लाभ ले सकते हैं और होने वाली धोखाधड़ी तथा असुविधा से बच सकते हैं। 

ई-केवाईसी के लिए अपने साथ समग्र आई.डी,आधार कार्ड, जन्म तिथि से संबंधित कोई भी दस्तावेज, मोबाईल नम्बर, खसरा नकल साथ में लें जाऐं और शीघ्र अतिशीघ्र केवाईसी करवाएँ। कैसे करें ई-केवाईसी मोबाईल तथा कम्प्यूटर से ई- केवाईसी करने के लिए वेबसाइट  पर लॉगइन करें। इसके पश्चात समग्र पोर्टल पर क्लिक करें राजस्व महाअभियान अंतर्गत ई-केवाईसी समग्र आईडी प्रविष्टि करें पंजीकृत मोबाइल से प्राप्त ओटीपी दर्ज करें। 

इसके बाद भूमि संबंधी जानकारी जैसे जिला, तहसील, ग्राम, खसरा नंबर प्रविष्ट करें तथा नाम सिलेक्ट करें आधार ओटीपी दर्ज करें। इसके बाद आपका ई-केवाईसी हो जाएगा। 

मध्यप्रदेश गौरव सम्मान के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित 

 मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार नवाचार हेतु वर्ष - 2024 तथा मध्यप्रदेश गौरव सम्मान वर्ष 2024 के लिए आवेदन ऑनलाइन आमंत्रित किये जा रहे हैं। आवेदन के लिए अंतिम तिथि 30 अगस्त निर्धारित की गई हैं। उक्त योजना का लाभ लेने हेतु आवेदनार्थी वेबसाइट  पर अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

जीवन ज्योति दिलाती है दो लाख की जीवन सुरक्षा 

सागर 25 अगस्त 2024 प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना संचालित की जा रही है। योजना का लाभ बैंक खाताधारक 18 से 50 वर्ष के आयु समूह के उन सभी व्यक्तियों के लिए उपलब्ध है, जिन्होंने इस योजना में शामिल होने तथा ऑटो-डेबिट के लिए अपनी सहमति दी हो। 

योजना में दो लाख रूपये का जीवन कवर एक जून से 31 मई तक की एक वर्ष की अवधि के लिए उपलब्ध है। योजना के अंतर्गत किसी भी कारण से बीमित व्यक्ति की मृत्यु के मामले में दो लाख रूपये का जोखिम कवरेज है। 

इसका प्रीमियम 436 रूपये प्रति वर्ष है, जो अभिदाता द्वारा दिये गये विकल्प के अनुसार योजना के अंतर्गत प्रत्येक वार्षिक कवरेज के लिए 31 मई या उससे पूर्व उनके बैंक खाते से एक किश्त में ऑटो- डेबिट किया जाता है। इस योजना का प्रस्ताव जीवन बीमा निगम तथा अन्य जीवन बीमाकर्ता, जो इस प्रयोजन से अपेक्षित अनुमोदन प्राप्ति करके तथा बैंकों से समझौता करके इन्हीं शर्तों पर इस उत्पाद का प्रस्ताव करने के लिए इच्छुक हो, द्वारा किया जाता है। 

समितियों का पंजीयन ऑनलाइन ही होगा 

जिले में सहकारी समितियों का पंजीयन अब केवल ऑनलाइन प्रक्रिया द्वारा किया जाएगा। ऑनलाइन प्रक्रिया से समितियों का पंजीयन करवाने के लिए संबंधित व्यक्तियों को कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है। उपायुक्त सहकारिता ने बताया कि समितियों के पंजीयन के लिए विभागीय ऑनलाईन पोर्टल  पर जाकर 21 व्यक्ति मिलकर सहकारी समिति का गठन कर सकते हैं। 

पोर्टल पर नवीन संस्था का आवेदन करने के लिए आवेदक उल्लेखित लिंक पर जाकर स्वयं एमपी ऑनलाईन नागरिक सुविधा केन्द्र के माध्यम से आवेदन कर सकता है। आवेदक को पोर्टल पर अपना लॉग इन क्रिएट करना होगा। 

प्रविष्टि बना ने  के लिए आधार से लिंक मोबाईल नंबर प्रविष्टि कर ओटीपी सत्यापन होगा। प्रस्तावित संस्था की जानकारी एवं प्रथम आवेदन की जानकारी भरकर पासवर्ड निर्मित करेगा। तत्पश्चात आवेदक का लॉगिन निर्मित हो जायेगा। 

अंशपूंजी का मूल्य दर्ज करके प्रस्तावित सदस्यों के फोटो एवं हस्ताक्षर अपलोड कर तदर्थ कमेटी नामांकित कर दस्तावेज अपलोड कर अंशों का मूल्य एवं सदस्यता प्रवेश शुल्क का ऑनलाईन भुगतान करेगा। आधार नंबर से वर्चुअल आईडी जनरेट होगा और आवेदक का ई-साईन कर आवेदन ऑनलाईन जमा करना होगा। 

विभाग द्वारा आवेदन प्राप्त होने पर अधिकतम 45 दिवस के भीतर आवेदन पर कार्यवाही की जायेगी। कुछ कमियां होने पर पोर्टल पर दर्ज किया जायेगा। जिसकी सूचना एसएमएस से दी जायेगी। पंजीयन पोर्टल पर आवेदन मान्य होने पर पोर्टल से ही पंजीयन प्रमाण-पत्र जनरेट होगा जिसमें डिजिटल हस्ताक्षर रहेंगे।
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  1. मुझे यह पोर्सल बहुत पसंद इस आनेवाली लगभग सभी खबरें जानकारियां गंभीरता से पडता हूँ क्योकि सभी अथेंटिक होती है । इस पोर्सल के संचालक आभार बधाई धन्यवाद ।। मै उनसे मिलना चाहता हूँ

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