Sagar Watch News/ नए कलेक्टर ने आते ही मीडिया से मुलाकात की । हालांकि जिले का माहौल इस वक्त काफी गर्म है ऐसे में मीडिया से संवाद के लिए तत्पर रहना प्रशासन की एक मजबूरी भी मानी जा सकती है।
शाहपुर हादसे की वजह से हुए प्रशासनिक फेरबदल में सागर आये भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकरी संदीप जी आर ने अपनी बातचीत में जिले भर में खस्ताहाल मकानों पर बारिश के मौसम में ख़ास ख्याल रखने को अपनी प्राथमिकता बताया।
इसके अलावा जिले खास कर शहर की यातायात व्यवस्था को भी वह दुरुस्त करने भी उन्होंने अपनी मनसा जतायी।
लेकिन कुछ और मुद्दे भी हैं जो हटाए गए कलेक्टर की कामकाज के तरीके के कारण काफी उलझते जा रहे थे। उन पर भी ने कलेक्टर को बिना देरी लगाए को फैसला करना पड़ेगा।
ऐसे मुद्दों में से एक पुराने बस स्टैंड को बंद कर देने का है। जिसके बारे में माना जा रहा है कि उसमें जनहित पर अधिकारीयों की जिद के बोझ से कराह रहा है। स्मार्ट सिटी के काम ठेकेदारों की लापरवाही के चलते नासूर से बन कर रिस रहे हैं और जनता तकलीफ भोग रही है।
हो सकता है ने कलेक्टर ये पता लगा पायें कि ठेकदारों पर प्रशासन का दवाब काम करता क्यों नजर नहीं आ रहा है। आखिर क्यों बार बार कारवाई की चेतावनी देने के बाद भी ठेकेदारों के दिलों में प्रशासन का खौफ पैदा नहीं हो पा रहा है?
हालाँकि नए साहब के कामकाज को लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी फिर भी लेकिन कुछ मुद्दे काफी तेजी से लोगों के दिलोदिमाग में उथल-पुथल मचा रहे हैं जिसके कारण प्रशासन को निर्णायक कदम जल्दी ही उठाना ही पड़ेंगे। बस संचालकों को सोमवार से ही शुरू हुई बेमियादी हड़ताल को जनहित कारी और समाधानपरक अंजाम तक ले जाने कि कवायद भी ने कलेक्टर के कामकाज कि शैली की कसौटी साबित होगी।