खबरची शायर की नजर में
आज के अख़बारों की सुर्खियों में छाये किरदारों के लिए एक शायरना अंदाज़ खबरची को किसी शायर का यह शेर पढ़ना मुफीद लगा ...
"नाम बदनाम होने की चिंता छोड़ दी हमने ।
जो गुनाह होंगे तभी तो मशहूर होंगे ।।
साभार: शायर - नामालूम
"नाम बदनाम होने की चिंता छोड़ दी हमने ।
जो गुनाह होंगे तभी तो मशहूर होंगे ।।