आज स्वाधीनता दिवस पर शहर में कार्यक्रमों की काफी गहमागहमी बानी रही। जिले के नए नए बने प्रभारी मंत्री और प्रदेश के उप- मुख्यमंत्री के यहां मौजूद रहने से पूरा प्रशासन काफी चौकन्ना बना रहा।
लेकिन घटनाओं का क्या लाख सतर्क रहने के बाद भी हो ही जातीं हैं। अब जैकेट पर देश का झंडा उल्टा लगाए रहने का मामला सामने आ गया। उप-मुख्यमंत्री स्वतंत्र दिवस की पूरे कार्यक्रम और परेड में भी जैकेट पर झंडा उल्टा लगा रहा लेकिन किसी की भी नजर नहीं सिर्फ मीडिया को छोड़ कर ।
लम्बे समय से प्रभारी कर्मचारियों के भरोसे चल रहे स्थानीय जनसम्पर्क विभाग के कर्मचारियों इस गड़बड़ी के सामने आने पर आना-फानन में आधिकारिक व्हाट्सअप चैनल पर से कुछ फोटो हटाए भी लेकिन उनकी ये सारी कवायद बेकार साबित हुयी।
इसके अलावा खबर यह भी है कि जिला प्रशासन के नुमाइंदे की दूसरी बड़ी कोशिस प्रभारी मंत्री के सामने पुराने बस स्टैंड को एक ही झटके से बंद करने के मामले को उठने से भी बचने के लिए जी जान से प्रयास करते दिखे।
लेकिन रहली विधानसभा क्षेत्र के कद्दावर नेता की कोशिशों के आगे जिले के कई साहबों और माननीयों की जिद भी नहीं चल पायी। श्री भार्गव के द्वारा अपने अधिकृत फेसबुक पृष्ठ से यह घोषणा करते ही कि उनके क्षेत्र की ओर आने -जाने वालीं बसें पुराने बस स्टैंड से ही चलेंगीं , प्रशासनिक हलके के लोगों के चेहरे पर हवाइयां उड़तीं दिखीं ।
पूर्व मंत्री भार्गव ने अपने बयान में यह भी लिखा कि वह पहले भी यह मुद्दा मुख्यमंत्री के सामने रख चुके हैं उन्हों तभी दोनों ही बस स्टैंड नए व् पुराने चालू रखने के निर्देश दिए थे।
हालाँकि पुराने बस स्टैंड के संचालन के सिलसिले में अभी किसी भी प्रकार का कोई अधिकृत बयान प्रशासन या हड़ताली बस संचालकों की ओर से नहीं आया है।
इस सारे घटना क्रम से लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं क़ि आखिर किसकी शह पर जिला प्रशासन प्रदेश के मुखिया के निर्देशों के बावजूद अपनी जिद पर अड़ा है ? इस सब उतार चढ़ाव के अलावा प्रभारी मंत्री के जिले की वरिष्ठ भाजपा नेताओं के घरों पर मुलाकात करने जाने की खबरे भी सोशल मीडिया पर दिनभर खूब ग़दर मचातीं रहीं।