Media Watch/ रोमानिया 4 मई को राष्ट्रपति चुनाव का दोबारा आयोजन कर रहा है, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता और अंतरराष्ट्रीय चिंताएं बढ़ गई हैं। यह चुनाव नवंबर 2024 में हुए विवादास्पद मतदान के बाद करवाया जा रहा है, जिसमें रूस समर्थक और नाटो विरोधी स्वतंत्र उम्मीदवार कैलिन जॉर्जेस्कु अप्रत्याशित रूप से पहले दौर में विजयी रहे थे। बाद में खुफिया रिपोर्ट में रूस द्वारा "हाइब्रिड हमलों", सोशल मीडिया प्रचार और फंडिंग में अनियमितताओं का खुलासा हुआ, जिसके आधार पर कोर्ट ने चुनाव को अमान्य घोषित किया और जॉर्जेस्कु को आगामी चुनाव से प्रतिबंधित कर दिया।
इस फैसले से जॉर्जेस्कु समर्थक नाराज़ हैं और इसे "लोकतंत्र पर हमला" बता रहे हैं। वहीं, अमेरिका के कुछ नेताओं और एलन मस्क जैसे प्रभावशाली लोगों ने भी उनका समर्थन किया है। अब नए चुनाव में 11 उम्मीदवार हैं, जिनमें सबसे आगे जॉर्ज सिमियोन हैं, जो जॉर्जेस्कु के पूर्व समर्थक और यूरोपीय संघ तथा यूक्रेन को समर्थन देने के विरोधी हैं। इस चुनाव को यूरोपीय संघ, नाटो और लोकतंत्र की स्थिरता के लिए निर्णायक माना जा रहा है।